बिजनौर में बनेगा नया बाईपास, 10 किलोमीटर कम तय करना पड़ेगा सफर
Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के बिजनौर शहर को एक बड़ी सौगात मिलने जा रही है। जिसके मुताबिक यदि सब कुछ ठीक रहा तो बिजनौर शहर को एक और बाईपास मिलने वाला है। दरअसल, मध्य गंगा नहर पटरी पर दो लेन की सड़क बनाई जाएगी। यह बाईपास चांदपुर रोड और नूरपुर रोड लगने वाले जाम को बिजनौर शहर से बाहर निकालेगा। इस बाईपास को बनाने के लिए फिलहाल प्रस्ताव भेजा जा चुका है और जल्द ही इसे मंजूरी मिल सकती है।
10 साल पहले बिजनौर बैराज ने मध्य गंगा नहर फेज टू बनाया था। यह नहर मेरठ पौड़ी नेशनल हाईवे पर बैराज के पास से बिजनौर चांदपुर मार्ग पर विदुरकुटी के निकट जाकर निकलती है। 11 किलोमीटर लंबी इस नहर की बाईं पटरी को बाईपास बनाने का काम अब शुरू हो गया है। जिस पर सात मीटर चौड़ी दो लेन सड़क बनाने की योजना बनाई गई है। इस सड़क कों बनाने के लिए 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे।
बिजनौर शहर में ट्रैफिक की समस्या होगी, कम
मुजफ्फरनगर से मुरादाबाद या चांदपुर जा रहे लोगों को बिजनौर आने की जरूरत नहीं होगी। बाईपास बनने के बाद लोग शहर में न आकर सीधे विदुरकुटी की ओर जा सकेंगे। इससे बिजनौर शहर की चक्कर रोड पर जाम कम होगा और वाहनों का बोझ कम होगा। यह प्रस्ताव तीसरी बार ट्रैफिक की वृद्धि का हवाला देते हुए मंजूरी के लिए भेजा गया है।
चांदपुर रोड से सीधा जुड़ेगा, नूरपुर रोड
वाहनों को बैराज से नहर बाईपास होकर नूरपुर मुरादाबाद रोड पर ले जाना होगा, जो गंज से फतेहपुर होकर हल्दौर तक जाएगा। क्योंकि हल्दौर से फतेहपुर के दारानगर गंज तक जाने वाली सड़क का चौड़ीकरण किया जाएगा। वर्तमान में गंज से हल्दौर रोड की चौड़ाई सिर्फ तीन मीटर है। इसकी व्यापकता का प्रस्ताव बनाकर सरकार को भेजा गया है। 15 किलोमीटर लंबी यह सड़क स्टेट हाईवे से दो दर्जन से अधिक गांवों को जोड़ती है। इस पर लगभग 35 करोड़ रुपये खर्च होने वाले हैं। यह भी सड़क गंज से विदुरकुटी को सीधे जोड़ेगा।
हेमंत प्रताप ने दी, इसकी जानकारी
हेमंत प्रताप, अधिशासी अभियंता लोनिवि ने बताया कि शासन को नहर पटरी पर सड़क बनाने का प्रस्ताव भेजा गया है। जिस पर 45 करोड़ रुपये खर्च होंगे। अबकी बार प्रस्ताव भी मंजूर होने की उम्मीद है।