UP में यहां 8 गांवों की जमीन पर बसेगा नया शहर, बड़ी आवासीय परियोजना में मिलेंगे सपनों के घर
UP News : हर किसी का सपना होता है कि उसका अपना आशियाना हो। उत्तर प्रदेश में आठ गांव की 541.1 हेक्टेयर जमीन पर नई टाउनशिप का निर्माण किया जाएगा. इस नई टाउनशिप को बसाने के लिए गाजियाबाद विकास प्राधिकरण में तैयारी शुरू दी है. इस नए शहर का नाम हरनंदीपुरम टाउनशिप होगा. प्राधिकरण द्वारा इस टाउनशिप को विकसित करने के लिए भूमि और ड्रोन सर्वेक्षण शुरू कर दिया है.
Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में सबसे बड़ी आवासीय योजना अब धरातल पर उतरने वाली है। गाजियाबाद के लोगों को 10 वर्ष बाद बड़ी टाउनशिप प्रोजेक्ट की सौगात मिली है। इस टाउनशिप को लेकर काफी ज्यादा डिमांड लोगों की तरफ से की जा रही थी। आपको बता दें कि हरनंदीपुरम में आवासीय के साथ-साथ व्यावसायिक और संस्थागत भूखंड भी तैयार किए जाएंगे. साथ ही इसमें स्कूल, मॉल, अस्पताल और आईटी पार्क भी बनाए जाएंगे. गाजियाबाद में इस नई टाउनशिप प्रोजेक्ट से विकास को नई गति मिलेगी और यहां के लोगों को अच्छी सुविधा प्राप्त हो सकेगी.
बड़ी टाउनशिप परियोजना का तोहफा
उत्तर प्रदेश के गाजियाबाद में 10 साल बाद बड़ी टाउनशिप परियोजना का तोहफा मिला है। इस परियोजना के जरिए हजारों लोगों को अपना घर मिलने वाला है। इस बड़ी परियोजना पर 15000 करोड रुपए खर्च होने वाले हैं। इतनी बड़ी राशि से गाजियाबाद में एक नया शहर बसाया जाएगा। अगर आपके मन में भी गाजियाबाद में अपना घर बनाने का प्लान है तो आपके पास अच्छा मौका आया है। प्रदेश के गाजियाबाद में हरनंदीपुरम नाम की हाईटेक सोसाइटी का निर्माण किया जाएगा। ऋषि अतुल वत्स में जीडीए अधिकारियों के साथ हरनंदीपुरम टाउनशिप बसाने के लिए बैठक की गई है। इस टाउनशिप को लेकर बाउंड्री बाल का निर्धारण किया गया है।
गाजियाबाद में इससे पहले 2004 में कोई बड़ा हाउसिंग प्रोजेक्ट लांच हुआ था। जीडीए की मधुबन बापूधाम आवासीय परियोजना काफी लोकप्रिय साबित हुई थी। लेकिन अब लोगों की डिमांड को देखते हुए हर नंदीपुरम टाउनशिप बसाने का प्लान किया गया है। वीसी अतुल वत्स ने जीडीए अधिकारियों के साथ एक बैठक में नए शहर हरनंदीपुरम बाउंड्रीवाल के भीतर आने वाली जमीन के काश्तकारों, गाटा और खतौनी की सूची बनाने के लिए आदेश दिया हैं।
किसानों की सूची तैयार
गाजियाबाद विकास प्राधिकरण ने शहर की सीमा निर्धारित करने के बाद किसानों की सूची बनाई है। रोडमैप उनके खेतों, खसरा-खतौनी की सूची और मकानों को शामिल करता है। पूरी रिपोर्ट जल्द ही बनाकर अफसरों को भेजा जाएगा। इस मुद्दे पर विकास प्राधिकरण के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने अधिकारियों से मुलाकात की है। बैठक ने फैसला किया कि इस नए शहर में आने वाली सभी संपत्तियों की यूनीक आईडी बनाई जाएगी, ताकि कोई विवाद नहीं होगा।
8 गांवों में जमीन
टाउनशिप को आठ गांव की 541.65 हेक्टेयर भूमि पर बसाया जाएगा। इसमें नगला फिरोजपुर की 247.84, शमशेर की 123.97, चंपत नगर की 39.25, शाहपुर निज मोरटा की 54.20 हेक्टेयर, भोवापुर की 53.26 हेक्टेयर, भनैड़ा खुर्द की 11.83 हेक्टेयर, मथुरापुर की 8.72 हेक्टेयर, मोरटा की 2.58 हेक्टेयर जमीन चिह्नित की गई है।
जीडीए सैटेलाइट से करवा रहा सर्वे
साथ ही, जीडीए सैटेलाइट के माध्यम से सर्वे कर रहा है, जिससे आवासीय योजनाओं के साथ-साथ पार्क, कब्रिस्तान, श्मशान घाट और सड़क, पानी और बिजली के लिए पहले से ही पूरा खाका बनाया जा सके। टाउनशिप में ग्रीन बेल्ट का दायरा भी निर्धारित होगा। 30 हेक्टेयर से अधिक क्षेत्रफल पर अवैध कब्जा न हो सके, इसके लिए सर्वे और मैपिंग भी आवश्यक हैं।