Delhi में की इस जगह बनाया जाएगा नया कनॉट प्लेस, 70 साल पुरानी मार्केट की बदल जाएगी तस्वीर

जब भी आप किसी जगह घूमने का प्लान बनाते हैं, तो सबसे पहले मन में दिल्ली का नाम आता है। दिल्ली में विदेशों से आने वाले लोगों को घूमने के लिए कई जगह मिलते हैं और कम बजट में बहुत सारी चीजें खरीदने के लिए कई मार्केट हैं। ऐसे में इन मार्केट में बहुत भीड़ है। दरअसल, सरकार 70 साल पुराने दिल्ली के बाजार को विकसित करने जा रही है। कनॉट प्लेस (Connaught Place) भी इसके लिए बनाया जाएगा। नीचे खबर में विस्तार से पढ़ें-
 

The Chopal News : दिल्ली का कनॉट प्लेस दुनिया भर में प्रसिद्ध है क्योंकि यहाँ लोग शॉपिंग करते हैं और घूमते हैं। कनॉट प्लेस की सुंदर बसावट पर्यटकों को आकर्षित करती है। दिल्ली में अब कनॉट प्लेस की तरह एक और बाजार की मरम्मत की जा रही है।

दरअसल, दिल्ली का कमला मार्केट बहुत प्रसिद्ध है। दिल्ली और आसपास के क्षेत्रों में रहने वाले लोग इस बाजार को बहुत जानते हैं। लेकिन कमला मार्केट की बदहाली पिछले कुछ वर्षों से चर्चा में रही है। यहां की टूटी सड़कें, पैदल चलने वालों के लिए भी मुश्किल, मार्केट की बिल्डिंग पुरानी होने की वजह से जर्जर स्थिति में पहुंच चुकी है। कूड़े के ढेरों के कारण साफ-सफाई भी एक बड़ा मुद्दा है।

7 दशक पुराने बाजार का पुनर्जागरण

लेकिन इस ऐतिहासिक बाजार अब मर जाएगा। कनॉट प्लेस की तरह कमला मार्केट को व्यवस्थित करने का खांका तैयार हो गया है। फिर भी, अतिक्रमण हटाने का निर्णय लेने का कारण है। कमला मार्केट में धीरे-धीरे सुधार होगा और इसे एक नया रंग-रूप मिलेगा।

दिल्ली के उपराज्यपाल ने कमला मार्केट को सुधारने का आदेश दिया है। पिछले महीने दिल्ली के उपराज्यपाल वी के सक्सेना ने कमला मार्केट का दौरा किया था। इस दौरान दिल्ली नगर निगम के आयुक्त ज्ञानेश भारती भी उपस्थित थे। इस आदेश के अनुसार, वास्तुकार विभाग ने एक कार्ययोजना बनाई और शुरू करने की तैयारी की है।

पुराने रंग में घंटाघर फिर से दिखेगा

दिल्ली नगर निगम कमला मार्केट में स्थित 72 वर्ष पुराने घंटाघर को पुनर्स्थापित और जीर्णोद्धार करने का लक्ष्य रखता है। घंटाघर का जीर्णोंद्धार बाजार की सुंदरता को बढ़ाता है और इसे पुनर्जीवित करता है। इसके लिए एक बजट भी बनाया गया है।

किलो चावल की कीमत इतनी है

वहीं अतिक्रमण भी हटाया जाएगा। कनॉट प्लेस की तरह सड़कों पर प्रकाश व्यवस्था होगी। यही नहीं, यहां मौजूद सभी दुकानों के बोर्ड एक ही रंग और साइज के होंगे।

ध्यान दें कि कमला मार्केट लगभग सात दशक से अधिक पुराना है। 29 नवंबर 1951 को इसका उद्घाटन भारत के पहले राष्ट्रपति डॉ. राजेंद्र प्रसाद ने किया था। उसके बाद 1992 में मार्केट आम लोगों के लिए शुरू की गई थी। कमला मार्केट में करीब 275 स्टोर हैं। जानकारी के अनुसार, राजधानी में रहने वाले शरणार्थियों को आजीविका देने के लिए यह बाजार बनाया गया था।

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