UP में बनने वाले इस नए फोरलेन हाईवे के लिए जमीनों का अधिग्रहण होगा इस आधार पर, जारी हुए निर्देश

 

The Chopal: भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण (एनएचएआइ) का फोरलेन ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे अलीगढ़ और आगरा के बीच की यात्रा को आसान बनाने के लिए प्रस्तावित है। यह अलीगढ़ में दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग और खंदौली पर यमुना एक्सप्रेसवे से शहर से बाहर जुड़ेगा। डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) बनाया जाएगा। संस्था अभी निश्चित नहीं है। यही संस्था एक्सप्रेसवे को सर्वे करके बनाएगी। उसी नक्शे पर जमीन अधिग्रहण की कार्रवाई शुरू होगी। अलीगढ़ से आगरा-मुरादाबाद राष्ट्रीय राजमार्ग गुजरता है।

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अभी लगभग ढाई से तीन घंटे लगते हैं - 

अलीगढ़ से आगरा जाने वाली सड़क मडराक, सासनी, हाथरस, सादाबाद और खंदौली होती है। 85 किलोमीटर की दूरी को पार करने में 2 से 3 घंटे लगते हैं। मडराक और बरौस पर टोल वसूला जाता है। लंबे समय से आवश्यक हाईवे फोरलेन नहीं बनाए गए हैं। विभाग ने कहा कि यह तीन लेन राजमार्ग रहेगा।

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ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, जो खंदौली से हाथरस की सीमा तक चलेगा और दिल्ली-कानपुर राष्ट्रीय राजमार्ग को शहर से बाहर जोड़ेगा, अलीगढ़ में प्रस्तावित है।

यह ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे है -

सितंबर 2015 में सड़क परिवहन व राजमार्ग मंत्रालय ने "हरित राजमार्ग नीति", यानी ग्रीन हाईवे पालिसी, जारी की। नेशनल ग्रीन हाइवेज मिशन इसके बाद शुरू हुआ। यह परियोजना राज्यों में सुरक्षित और हरित राष्ट्रीय राजमार्ग गलियारों का विस्तार करना चाहती है। ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे लोगों से दूर खेतों में बनाए जाते हैं। ग्रीन कारिडोर भी कहलाता है। इनके दोनों किनारे पर्यावरणीय दृष्टिकोण से व्यापक पौधारोपण किया जाता है। दो मीटर के डिवाइडर पर भी पौधे लगाए जाएंगे। मानते हैं। वाहनों से होने वाले ध्वनि और वायु प्रदूषण को कम करते हैं और मार्ग के दोनों ओर मिट्टी के कटाव को रोकते हैं, जो सड़कों को मजबूत बनाते हैं।

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ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस-वे अलीगढ़-आगरा टू लेन हाईवे से अलग है। यह यमुना एक्सप्रेसवे को खंदौली से हाथरस जिले की सीमा में जोड़कर दिल्ली कानपुर एक्सप्रेस से अलीगढ़ शहर को जोड़ेगा। डीपीआर का इंतजार है। संजय वर्मा, भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण के परियोजना निदेशक