Metro Line : दिल्ली में बिछेगी नई रेल लाइन, 2254 करोड़ लागत, 8 नए स्टेशन से 80 हजार यात्रियों को लाभ

परियोजना में 2254.35 करोड़ होंगे खर्च, 11.56 किमी लंबा ट्रैक बिछेगा, आठ स्टेशन तैयार होंगे. कॉरिडोर 11.56 किमी का होगा। इस रूट के जरिये रोजाना करीब 80 हजार मुसाफिरों को फायदा होगा।
 

The Chopal ( New Delhi ) दिल्ली एनसीआर में नई मेट्रो लाइन विस्तार के प्रोजेक्ट जारी है. वहीं अब नोएडा मेट्रो रेल कारपोरेशन (एनएमआरसी) प्रबंधन ने बॉटेनिकल गार्डन से सेक्टर-142 तक प्रस्तावित एक्वा मेट्रो की लिं बॉटेनिकल गार्डन क लाइन की संशोधित डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) को सोमवार को शासन से मंजूरी के लिए शासन को भेज दी है। प्रबंधन ने प्रस्तावित मेट्रो लिंक लाइन के तैयार होने से प्रतिदिन 80 हजार यात्रियों को फायदा होने की बात लिखी है।

बताया है कि परियोजना में 2254.35 करोड़ होंगे खर्च, 11.56 किमी लंबा ट्रैक बिछेगा, आठ स्टेशन तैयार होंगे। एनएमआरसी एमडी डॉ. लोकेश एम ने बताया कि बॉटेनिकल गार्डन इस लाइन का सोर्स स्टेशन है। यहां मजेंटा लाइन पहले संचालित है। इसलिए एक्वा लाइन की कनेक्टिविटी से ग्रेटर नोएडा के मुसाफिरों को सीधे दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा (टर्मिनल-1) से कनेक्टिविटी हो जाएगी।

फायदा सीधे नोएडा व ग्रेटर नोएडा वासियों को

उनको कही और नहीं जाना होगा। इसी तरह बॉटेनिकल गार्डन से दिल्ली मेट्रो रेल कारपोरेशन (डीएमआरसी) की ब्लू लाइन संचालित है। इस लाइन के जरिये यात्री नई दिल्ली रेलवे स्टेशन, आनंद विहार रेलवे और बस स्टेशन से जुड़ जाएंगे। इसका फायदा सीधे नोएडा व ग्रेटर नोएडा वासियों को मिलेगा। इसके अलावा बॉटेनिकल गार्डन एक्वा लाइन स्टेशन से उतरकर आसानी से आगरा, मथुरा, लखनऊ तक की बसों को पकड़ सकते है।

उन्होंने बताया कि सोमवार को लाइन की डिटेल प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) मंजूरी के लिए शासन को भेज दी है। वहां से मंजूरी के लिए इसे केंद्र सरकार भेजा जाएगा। इस डीपीआर को एनएमआरसी ने अपनी 38 वीं बोर्ड बैठक में मंजूरी दी थी। कॉरिडोर 11.56 किमी का होगा। इस रूट के जरिये रोजाना करीब 80 हजार मुसाफिरों को फायदा होगा। इस पूरे कॉरिडोर में 8 स्टेशन होंगे। इसके निर्माण में करीब 2254.35 करोड़ रुपये खर्च होंगे।

आखिरी स्टेशन सेक्टर-142

मेट्रो कॉरिडोर पर बॉटेनिकल गार्डन, नोएडा सेक्टर-44, नोएडा प्राधिकरण प्रशासनिक भवन, नोएडा सेक्टर-97, नोएडा सेक्टर-105, नोएडा सेक्टर-108, नोएडा सेक्टर-93, और पंचशील बालक इंटर कालेज स्टेशन बनाए जाएंगे। कॉरिडोर का आखिरी स्टेशन सेक्टर-142 होगा जो कि पहले ही बनकर तैयार है।

यह कॉरिडोर नोएडा ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेस-वे के बायीं ओर से जाएगा। दायीं ओर के सेक्टरों को जोड़ने के लिए फुट ओवर ब्रिज (एफओबी) बनाया जाएगा। यह एफओबी एक्सप्रेस वे पर बनेंगे जो सीधे मेट्रो स्टेशन के प्रवेश व निकासी मार्ग पर आकर जुड़ जाएंगे।

80 हजार सवारियां आने की उम्मीद

परियोजना नोएडा ग्रेटर नोएडा से दिल्ली की ओर आने जाने वाले मुसाफिरों को बेहतर कनेक्टिविटी देगा। इसके शुरुआती चरण में लगभग 80 हजार सवारियां आने की उम्मीद है। यह परियोजना सेक्टर-44, 45, 97, 99, 100, 104, 105, 108, 93 के मुसाफिरों को सुविधा देगी। पहले फेज में चार कोच वाली मेट्रो चलाई जाएगी। मुसाफिरों की संख्या बढ़ने पर यहां छह कोच वाली मेट्रो को संचालित किया जाएगा।

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