MP में 40 गांवों के किसानों से जमीन खरीदकर बिछेगी नई रेल लाइन,चार स्थानों पर बनेगी सुरंग
 

MP News: मध्य प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूती देने की तरफ एक और कदम आगे बढ़ाया गया है। मध्य प्रदेश के इस जिले में तीन तहसीलों में 40 गांवों में जमीन अधिग्रहण करके तीसरी रेल लाइन परियोजना संपूर्ण की जाएगी। मध्य प्रदेश में रेल यातायात सुधारने के लिए निरंतर सरकार प्रयासरत है।
 
 
MP में 40 गांवों के किसानों से जमीन खरीदकर बिछेगी नई रेल लाइन,चार स्थानों पर बनेगी सुरंग

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में रेल कनेक्टिविटी को ज्यादा मजबूत बनाने के लिए सरकार की तरफ से मजबूत तैयारी की जा रही है। राज्य सरकार और भारतीय रेलवे की साझेदारी से, मध्य प्रदेश के एक प्रमुख जिले में तीन तहसीलों के अंतर्गत लगभग 40 गांवों में जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। तीसरी रेल लाइन परियोजना के लिए बैतूल जिले की तीन तहसीलों में 40 गांवों में रहने वाले 290 किसानों को 16.036 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहित की जाएगी। इस परियोजना से संबंधित इलाके में रोजगार और आर्थिक गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा।

एमपी में तीसरी रेल लाइन को आमला से इटारसी के बीच 130 किमी. क्षेत्र में बिछाने के लिए मिट्टी का बेस बनाया गया है। यही नहीं, बारह बंगला क्षेत्र में इटारसी से कीतरगढ़ के बीच एक थर्ड लाइन का काम भी शुरू हो गया है। इसके लिए सड़क को बदल दिया गया है। थर्ड लाइन में एक पुलिया बनाया जा रहा है।

उल्लेखनीय है कि चौथी रेलवे लाइन का पेंच तीसरी लाइन के काम में फंस गया था। जिससे पुनः लाइनिंग की गई। तीसरी रेल लाइन परियोजना के लिए बैतूल जिले की तीन तहसीलों में 40 गांवों में रहने वाले 290 किसानों को 16.036 हेक्टेयर जमीन दी गई है।  तीसरी रेलवे लाइन का काम पूरा होने के बाद रेल यातायात सुधरेगा।

इसलिए, तीसरी लाइन महत्वपूर्ण है

वर्तमान में नागपुर-इटारसी सेक्शन में रेलवे की केवल दो लाइनें हैं। इनसे यात्री और माल ट्रेनों का संचालन होता है। गुड्स ट्रेनों को अक्सर घंटों तक कहीं भी रोक दिया जाता है ताकि यात्रियों को निकाल सकें।  तीसरी लाइन इन्हीं समस्याओं के चलते बनाई जा रही है, ताकि यात्री ट्रेनों को गुड्स ट्रेनों से न रोकना पड़े और सही समय पर पहुंच सके।

978 किमी का ट्रैक बनाया जाएगा

इटारसी से विजयवाड़ा तक 978 किलोमीटर की चौथी रेलवे लाइन बनेगी। इसके लिए पहले जमीन की जांच की गई है। पूरे मार्ग की मिट्टी की जांच करने के लिए नमूने एकत्रित किए गए हैं।  इटारसी से जुझारपुर, बरेठा, मुलताई, प्रभातपट्टन, पांढुर्ना होते हुए नागपुर तक 250 किलोमीटर के ट्रैक क्षेत्र से मिट्टी के नमूने लिए गए।  रेल यातायात को बढ़ाने के लिए लगातार निर्माण कार्य हो रहे हैं।  कीरतगढ़ वाले सेक्शन भी इटारसी से शुरू हुआ है।

सुरंग चार जगह बनेगी

तीसरी लाइन के लिए 1.40 किमी लंबी सुरंग मरामझिरी-धाराखोह घाट सेक्शन में चार स्थानों पर बनाई जाएगी।  तीसरी लाइन इटारसी से नागपुर के बीच 267 किलोमीटर की दूरी पर बनाई जानी है।  इसमें 27 रेलवे स्टेशन शामिल होंगे।  साथ ही 361 पुल-पुलिया भी बनाए जाएंगे। योजना के अंतर्गत इटारसी-बैतूल मार्ग पर पीपलढ़ाना, मरामझिरी क्षेत्र में अंडरपास बनाए गए हैं।  योजना पर 2525.73 करोड़ रुपये खर्च होंगे।