UP के गांवों में मिलेगा अब रोजगार, योगी सरकार ने दिखाई नई राहें, काम की गारंटी पक्की 
 

UP News :उत्तर प्रदेश में नौकरी की तलाश कर रहे लोगों के लिए बड़ी अच्छी खबर सामने आई है। शहरों में नौकरी लगने के चांस ज्यादा होते हैं लेकिन उत्तर प्रदेश में अब गांव में ही नौकरी लगने के अवसर मिलने लगेंगे। प्रदेश सरकार का रोजगार के क्षेत्र में यह बड़ा कदम साबित होगा। उत्तर प्रदेश के गांवों में अब नौकरी के नए अवसर खुलने लगे हैं। चालू वित्तीय वर्ष में CM योगी 100 दिन की रोजगार की गारंटी योजना के तहत 60.17 लाख परिवारों को गांव में काम मिल गया है।

 

Uttar Pradesh News : यूपी के गांवों में अब नौकरी के नए अवसर खुलने लगे हैं। चालू वित्तीय वर्ष में CM योगी 100 दिन की रोजगार की गारंटी योजना के तहत 60.17 लाख परिवारों को गांव में काम मिल गया है। आगे भी ऐसा होगा। मनरेगा योजना के माध्यम से सीएम योगी ने ग्रामीण क्षेत्रों को रोजगार देने, महिलाओं को सशक्त बनाने और बुनियादी सुविधाओं में सुधार करने के लिए कई प्रयासों को दिखाया है।

रोजगार उत्पादन में बस्ती जिला प्रदेश में सर्वश्रेष्ठ

यूपी के बस्ती जिले ने मनरेगा के तहत रोजगार सृजन में राज्य में सर्वश्रेष्ठ स्थान हासिल किया है। अब तक, बस्ती में 1,95,717 मांगों के सापेक्ष 1,95,714 परिवारों को काम मिल गया है, जिससे 79,40,929 मानव दिवस पैदा हुए हैं। इस प्रयास में बस्ती प्रदेश में पहली है, जबकि आजमगढ़ और जौनपुर क्रमशः दूसरे और तीसरे स्थान पर हैं। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा है कि मनरेगा के तहत अधिक से अधिक मानव दिवस बनाए जाएं, ताकि ग्रामीण लोगों को उनके गांव में ही काम मिल सके। ग्रामीण विकास आयुक्त जीएस प्रियदर्शी ने संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिए हैं कि मनरेगा योजनाओं को बेहतर ढंग से लागू किया जाए ताकि ग्रामीणों को रोजगार के अवसर मिलें।

ग्रामीण विकास में बहुआयामी योजनाएं शामिल करना

मनरेगा न केवल रोजगार पैदा करने के लिए काम करता है, बल्कि ग्रामीण क्षेत्रों का पूरा विकास करता है। इनमें रोजगार, पेयजल, महिला सशक्तिकरण, आवास, पौधरोपण और सड़क निर्माण जैसी महत्वपूर्ण योजनाएं शामिल हैं। इन योजनाओं का मुख्य लक्ष्य ग्रामीण क्षेत्रों की समग्र प्रगति और लोगों के जीवन स्तर में सुधार करना है। मनरेगा को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार ने ग्रामीण विकास का एक महत्वपूर्ण उपकरण बनाया है। उत्तर प्रदेश के गांवों में उनके नेतृत्व में न केवल लोगों को रोजगार मिल रहा है, बल्कि गांवों का ढांचा भी मजबूत हो रहा है। ग्रामीण क्षेत्रों में रोजगार के साथ-साथ बुनियादी सुविधाओं की उपलब्धता और सशक्तिकरण की दिशा में किए गए प्रयासों से उत्कृष्टता हासिल हुई है।

मनरेगा का महिला सशक्तिकरण में योगदान

मनरेगा भी प्रदेश में महिला सशक्तिकरण में महत्वपूर्ण योगदान देता है। यह योजना गांव की महिलाओं को रोजगार और आर्थिक स्वतंत्रता देती है। महिलाओं को सरकार द्वारा विशेष अवसर प्रदान किए जा रहे हैं ताकि वे आत्मनिर्भर बन सकें और अपने परिवारों को पैसे दे सकें। मनरेगा में महिलाओं को नौकरी मिलने से उनके जीवन में अच्छे बदलाव आ रहे हैं।

100 दिन का लक्ष्य

मनरेगा योजना के तहत इस वर्ष एक लाख से अधिक परिवारों को सौ दिन का रोजगार मिला है। अब तक 1,00,371 परिवारों ने 100 दिनों का काम पाकर अपनी आजीविका को सुरक्षित बनाया है। योगी सरकार चाहती है कि अधिक से अधिक परिवारों को 100 दिनों का रोजगार मिले, ताकि वे आर्थिक रूप से सुरक्षित रहें। योगी सरकार की इस महत्वपूर्ण कोशिश से ग्रामीणों का जीवन बदल रहा है। सरकार मनरेगा कार्यक्रम को सफलतापूर्वक लागू करने के लिए लगातार निरीक्षण करती है ताकि इसका लाभ अधिक से अधिक लोगों तक पहुंच सके। मुख्यमंत्री ने सभी जिलों में इस योजना के सफल कार्यान्वयन की जिम्मेदारी दी है।