अब बिहार वालों का कूलर पंखा चलेगा फ्री, सरकार अगले महीने आपका बिल कर देगी जीरो

बिहार के लोगों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है, अब बिहार के लोग फ्री में अपने घर पर पंखा कूलर आदि चला सकेंगे. सरकार द्वारा चलाई जा रही नई योजना के तहत एक करोड़ 67 लाख परिवारों को सीधा फायदा मिलेगा। 

 

The Chopal, Bihar News : बिहार में जल्द ही विधानसभा चुनाव होने वाले हैं। इस साल 2025 में अक्टूबर नवंबर तक विधानसभा के चुनाव होने वाले हैं। इसके बाद राजनीतिक पार्टियों जनता को लुभाने के लिए नई-नई योजनाएं लेकर आ रही है। इसी कड़ी में सरकार ने मुक्त बिजली परियोजना का शुभारंभ किया है, जिसके बाद बिहार के लोगों को 125 यूनिट मुफ्त बिजली दी जाएगी। इसके बाद आने वाले 3 सालों तक घरेलू उपभोक्ताओं को सोलर एनर्जी का फायदा मिलेगा। इस परियोजना का संचालन करने के बाद प्रदेश के एक करोड़ 67 लाख परिवारों को फायदा मिलेगा। 

 कैसे मिलेगी मुफ्त बिजली 

 बिहार सरकार द्वारा 1 अगस्त 2025 से फ्री बिजली योजना का शुभारंभ किया जाएगा। जिसके तहत बिहार के उपभोक्ताओं को घरेलू उपयोग के लिए 125 यूनिट तक की बिजली का पैसा नहीं देना होगा। अगर आपके घर में बिजली की खपत 125 यूनिट के अंदर रहती है तो आपको एक भी पैसा नहीं देना पड़ेगा। अगर आपका बिजली का खर्च 125 यूनिट से अधिक आता है तो सिर्फ एक्स्ट्रा यूनिट का पैसा देना होगा। 

 हर महीने कितना बचेगा पैसा 

 बिहार में लोगों को 125 यूनिट बिजली फ्री मिलने के बाद अच्छी खासी पैसे की बचत होगी। इस जुलाई महीने में आने वाले बिल के बाद ही घरेलू उपभोक्ताओं को 125 यूनिट तक बिजली का कोई पैसा नहीं देना पड़ेगा। अगर आप महीने की 125 यूनिट खर्च करते हैं तो करीबन 875 से ₹1000 तक का आपका बिल आता है। इस परियोजना के बाद आपका सीधे-सीधे ₹1000 बच जाएगा। 

 सोलर एनर्जी से मिलेगी फ्री बिजली 

 बिहार में आने वाले 3 सालों के अंदर-अंदर हर घर में सोलर लगाने का लक्ष्य रखा गया है। जिससे लोगों की बिजली से निर्भरता घटेगी और पर्यावरण को भी फायदा पहुंचेगा। गरीब परिवारों को जहां पूरी सब्सिडी दी जा रही है वहीं अन्य वर्गों को भी इस दिशा में प्रोत्साहन मिलेगा। इसके बाद 10000 मेगावाट तक सौर ऊर्जा उपलब्ध हो जाएगी। 

दिल्ली में भी मिलेगी फ्री बिजली 

 बिजली का चुनाव मुद्दा बनाने की शुरुआत दिल्ली से हुई थी। साल 2013 में अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली में 200 यूनिट मुफ्त बिजली का ऐलान किया था। इसके बाद धीरे-धीरे देश के अन्य राज्य पंजाब, झारखंड, राजस्थान, कर्नाटक और छत्तीसगढ़ के बाद बिहार में इसकी शुरुआत की गई है।