Property: त्योहारों के सीजन में जमकर हो रही घरों की खरीददारी, डिमांड में होगा इजाफा

Housing Sector : भारत में त्योहारी सीजन का आगाज होने ही वाला हैं। इस सीजन में लोग जमकर खरीदारी करते हैं। लोग अपनी चॉइस के मुताबिक सोना–चांदी, प्रॉपर्टी के अलावा अन्य चीजों पर भी निवेश करते हैं। इस फेस्टिवल सीजन में लोग जमकर घरों की खरीदारी करेंगे। 

 

Under Construction Property : देश में प्रॉपर्टी की कीमतों में पिछले कुछ सालों में उछाल देखने को मिला है। हर किसी की चाहत होती है कि उसका खुद का अपना मकान हो। हर व्यक्ति एक घर खरीदना चाहता है। इस लक्ष्य को पूरा करने के चक्कर में पिछले कुछ सालों में संपत्ति की कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। COVID-19 के बाद रियल एस्टेट क्षेत्र में एक नया दौर देखा गया है। अब लोग अधिक बड़े घर खरीदना चाहते हैं। भारत में भी फेस्टिव सीजन शुरू होने ही वाला है। इस समय लोग घर ज्यादा खरीदते हैं। एक रिपोर्ट के अनुसार, इस फेस्टिव सीजन में घरों की मांग भी बढ़ेगी।

रिपोर्ट में सामने आया खुलासा

देश भर के डेवलपर्स मांग में मौसमी वृद्धि का पूरा लाभ उठाने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं। इसके लिए, उन्होंने निवेशकों और घर खरीदारों को आकर्षक त्योहारी सौदे, आसान भुगतान प्रणाली और नवीनतम परियोजनाओं के उद्घाटन जैसे सौदे देना शुरू कर दिया है।

हाउसिंग डॉट कॉम के मसलदान के अनुसार, मन में दबी हुई मांग, त्योहारी खुशी और महत्वपूर्ण डेवलपर प्रस्तावों का एक संयोजन राष्ट्रीय रियल एस्टेट क्षेत्र में अवसरों का एक अविश्वसनीय तूफान पैदा कर रहा है। हमें उम्मीद है कि त्योहारी सीज़न में वृद्धि का ट्रेंड मजबूत बिक्री के आंकड़ों में बदल जाएगा। कुल मिलाकर, इंडेक्स के निष्कर्षों से पता चलता है कि बढ़ती कीमतों के बावजूद, भारत का घरेलू बाजार 2024 में मजबूती से समाप्त होगा, मुख्य रूप से त्योहारी सीज़न में शानदार बिक्री और नए परियोजनाओं की शुरुआत से प्रेरित है।

10 फीसदी की कीमतें बढ़ी

Housing.com के डाटा के अनुसार, पिछले एक वर्ष में ज्यादातर रेसिडेंशियल क्षेत्रों में संपत्ति की कीमतों में 10 प्रतिशत से अधिक की वृद्धि हुई है। उपभोक्ताओं की भावना भी भारत में मजबूत है। साथ ही, इनवेस्टमेंट फर्म जेफरीज ने बताया कि पिछले पांच वर्षों में सरकारी पूंजीगत निवेश में तीन गुना वृद्धि हुई है। सरकार की मदद से अब निजी क्षेत्र भी पूंजीगत निवेश को तेजी से बढ़ा रहा है। यही कारण है कि अगले 3 से 5 वर्षों में भारत का हाउसिंग सेक्टर 10 प्रतिशत की कंपाउंडेड एनुअल ग्रोथ रेट (CAGR) से बढ़ेगा।