NCR के इस इलाके में डबल हुए प्रॉपर्टी रेट, 5 साल में इतना आया उछाल

Noida News : उत्तर प्रदेश के इस इलाके में सालाना प्रॉपर्टी के दाम बढ़ रहे हैं। हम बात कर रहे हैं दिल्ली से सटा इलाका नोएडा की यहां पर 5 साल में जमीन के भाव में दोगुना बढ़ोतरी हुई है। नोएडा में लोगों को 2 बीएचके और 3 बीएचके फ्लैट आसानी से नहीं मिल रहे हैं। यहां पर जमीन के भाव लोगों के होश उड़ा रहे हैं।

 

Noida Proprty News : पिछले पांच वर्षों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा प्रीमियम रियल एस्टेट हॉटस्पॉट बन गए हैं। ये दोनों ही जगहें पहले किफायती और मध्यम-श्रेणी की प्रॉपर्टी निवेश के लिए जाने जाने थे। रियल एस्टेट विशेषज्ञों और उपलब्ध बाजार डेटा के अनुसार, इन क्षेत्रों में प्रॉपर्टी की कीमतें पिछले पांच वर्षों में दोगुनी हो चुकी हैं। 2019-2020 (कोविड-19 से पहले के समय) से 2024 में नोएडा और ग्रेटर नोएडा में नए लॉन्च हुए हाउसिंग प्रोजेक्ट्स की औसत कीमतों में क्रमशः 152% और 121% की बढ़ोतरी हुई है। इसी प्रकार, नोएडा के सेकंडरी हाउसिंग मार्केट में भी पिछले पांच वर्षों में लगभग 81% का उछाल आया है।

दिल्ली-एनसीआर के अन्य प्रमुख माइक्रो मार्केट्स की तुलना में नोएडा एक फेवरेट डेस्टिनेशन के रूप में उभरा है। यहां खासकर हाई-एंड रेजिडेंशियल प्रोजेक्ट्स की भी खूब डिमांड है। नोएडा के रियल्टी बाजार का यह बदलाव मुख्य रूप से बेहतर कनेक्टिविटी, इन्फ्रास्ट्रक्चर अपग्रेड, आर्थिक गतिविधियों में वृद्धि, और खरीदारों में स्ट्रांग सेंटीमेट्स के कारण हुआ है।

प्रोपइक्विटी के डेटा के अनुसार, नोएडा में नए लॉन्च प्रोजेक्ट्स की औसत कीमतें 2019 में 5,910 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में लगभग 14,946 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। इसी तरह, 2बीएचके (2 बेडरूम) यूनिट्स की औसत कीमत 2019 के 5,712 रुपये प्रति वर्ग फुट से 2024 तक 16,000 रुपये प्रति वर्ग फुट तक पहुंच गई हैं, जो लगभग 180% की ग्रोथ को बताती हैं।

नोएडा के 3बीएचके (3 बेडरूम) यूनिट्स की औसत कीमतें भी 2019 में 5,219 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में लगभग 12,828 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई हैं। ग्रेटर नोएडा में नए लॉन्च प्रोजेक्ट्स की औसत कीमत 2019 में 3,900 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 8,601 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है, जो 120% से अधिक की वृद्धि है।

इस बीच, 2बीएचके यूनिट्स की औसत कीमत 2019 के 3,537 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 7,849 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है। इसी तरह, 3बीएचके यूनिट्स की औसत कीमत 2019 के 3,673 रुपये प्रति वर्ग फुट से बढ़कर 2024 में 8,595 रुपये प्रति वर्ग फुट हो गई है।

अनबिके घरों की संख्या हुई कम

नोएडा में अनबिके हाउसिंग इन्वेंटरी भी 2019 में 11,379 यूनिट्स से घटकर 2024 में 4,745 यूनिट्स तक आ गई है। इसी तरह, ग्रेटर नोएडा में भी अनबिके हाउसिंग इन्वेंटरी 2019 के 30,924 यूनिट्स से घटकर 2024 में 9,953 यूनिट्स हो गई है।

विशेषज्ञों का मानना है कि पिछले पांच वर्षों में नोएडा और ग्रेटर नोएडा का विकास उभरते बाजारों से लेकर मैच्योर रियल एस्टेट हब बनने तक का सफर तय किया है।

मेट्रो लाइन्स ने निभाई बड़ी भूमिका

मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, नोएडा और ग्रेटर नोएडा में चल रही मेट्रो लाइनों और एक्सप्रेसवे के विस्तार ने इस रियल एस्टेट बूम में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है। गीता अंजलि होमस्टेट के सुनील सिसोदिया ने बताया कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में बुनियादी ढांचे के विकास और खरीदारों की बदलती प्राथमिकताओं के कारण बड़े बदलाव देखने को मिले हैं।

नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे और आगामी जेवर हवाई अड्डे जैसे प्रीमियम इन्फ्रास्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स के पास होने के कारण सेंट्रल नोएडा और नोएडा-ग्रेटर नोएडा एक्सप्रेसवे माइक्रोमार्केट्स हाई-मिड वर्ग के खरीदारों को आकर्षित कर रहे हैं।

गुड़गांव की प्रॉपर्टी कंसल्टेंसी फर्म इन्फ्रा मंत्रा के संस्थापक और निदेशक शिवांग सूरज ने कहा कि अब नोएडा को गुड़गांव से कमतर नहीं समझा जाता। उन्होंने कहा, “पिछले पांच वर्षों में घरों की कीमतों में वृद्धि और उच्च वर्गीय खरीदारी ने नोएडा को बिजनेसों और रिटेल विक्रेताओं के लिए एक आकर्षक स्थान बना दिया है।”

भविष्य की संभावनाएं

इंवेस्टोएक्सपर्ट के विशाल रहेजा ने बताया कि दिल्ली-मुंबई इंडस्ट्रियल कॉरिडोर (DMIC) और यमुना एक्सप्रेसवे के साथ बनने वाले फिल्म सिटी प्रोजेक्ट जैसे प्रोजेक्ट्स के चलते यह एरिया मनोरंजन और बिजनेस हब के रूप में उभरने की संभावना है। इसके अलावा, नोएडा-ग्रेटर नोएडा मेट्रो एक्वा लाइन और इसे जेवर हवाई अड्डे तक विस्तार करने की योजना से इन शहरों का आकर्षण बढ़ने की संभावना है।

विशेषज्ञों का मानना है कि नोएडा और ग्रेटर नोएडा में आवासीय और कमर्शियल प्रोजेक्ट्स की संख्या में अगले कुछ वर्षों में लगभग 20% वार्षिक वृद्धि होने की संभावना है, जिससे यह क्षेत्र उत्तर भारत में एक प्रमुख रियल एस्टेट पावरहाउस के रूप में स्थापित हो सकता है।