UP के इन दो जिलों की बीचों-बीच गुजरेगी रेल लाइन, 1174 हेक्टेयर जमीन का होगा अधिग्रहण  
 

UP News : उत्तर प्रदेश में रेल लाइन की पटरिया बिछाकर लोगों को बड़ी सौगात दी जा रही है। उत्तर प्रदेश के इन दो जिलों के बीच रेल लाइन का निर्माण किया जा रहा है। रेल लाइन बिछाने के लिए करीब 1174 हेक्टेयर भूमि का जमीन अधिग्रहण किया जाना है। लाइन जाने के बाद लाखों लोगों का आवागमन आसान होगा। पढ़ें पूरी खबर 

 

Uttar Pradesh News : मार्च 2019 में खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन का उद्घाटन हुआ था, जो संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर जिले के करीब 100 किलोमीटर लंबे क्षेत्र को रेलवे से जोड़ता है। यह भी गोरखपुर-बढ़नी रेलवे लाइन से जुड़ेगा। खलीलाबाद-बहराइच वाया श्रावस्ती रेल लाइन परियोजना का पहला चरण शुरू हो गया है। पहले चरण में लाइन खलीलाबाद से बांसी तक होनी चाहिए। इस समय, भूमि अधिग्रहण के साथ-साथ बांसी-खेसरहा मार्ग पर लगभग 10 किलोमीटर की दूरी पर मिट्टी भराई का काम चल रहा है। रेलवे लाइन बाकी काम जमीन मिलते ही शुरू हो जाएगा। योजना का पहला चरण लगभग तीन वर्ष में पूरा होने की उम्मीद है।

मार्च 2019 में खलीलाबाद-बहराइच रेल लाइन का उद्घाटन हुआ था, जो संतकबीरनगर और सिद्धार्थनगर जिले के करीब 100 किलोमीटर लंबे क्षेत्र को रेलवे से जोड़ता है। यह भी गोरखपुर-बढ़नी रेलवे लाइन से जुड़ेगा। पिछले वर्ष रेल मंत्रालय ने इसे एक विशिष्ट परियोजना में शामिल किया था। इसके बाद, जैसे-जैसे जमीन उपलब्ध होगी, निर्माण होगा। खलीलाबाद से बांसी के बीच जमीन अधिग्रहण का काम पहले चरण में चल रहा है। इस नए मार्ग पर 12 हाल्ट, 16 क्रासिंग स्टेशन और चार जंक्शन बनाए जाएंगे।

करीब पांच हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे

कुल 240 किलोमीटर की इस परियोजना पर लगभग 4940 करोड़ रुपये खर्च होंगे। इसके लिए सिद्धार्थनगर जिले में अभी तक 265 हेक्टेयर जमीन दी गई है। खलीलाबाद-बांसी के बीच 54 किलोमीटर लंबे मार्ग पर 163 हेक्टेयर जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया चल रही है। पूरी रेल लाइन बिछाने के लिए 1,174 हेक्टेयर जमीन चाहिए। इसमें श्रावस्ती और बहराइच में रेलवे लाइन बनाने के लिए आवश्यक जमीन भी शामिल है। 2026 तक खलीलाबाद-बहराइच रेलवे लाइन को पूरा करना लक्ष्य है।