राजस्थान को मिली एक और फोरलेन स्टेट हाईवे की सौगात, अलग होगी दोपहिया वाहनों खास लेन
Rajasthan State Highway: राजस्थान में सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए सरकार एक और बड़ी परियोजना शुरू करने जा रही है। अलवर-बहरोड़ फोरलेन स्टेट हाईवे के निर्माण को मंजूरी मिल चुकी है।
Alwar-Behror Fourlane State Highway: राजस्थान में सड़क नेटवर्क को मजबूत बनाने के लिए सरकार एक और बड़ी परियोजना शुरू करने जा रही है। अलवर-बहरोड़ फोरलेन स्टेट हाईवे के निर्माण को मंजूरी मिल चुकी है। इस परियोजना पर लगभग 400 करोड़ रुपये की लागत आने का अनुमान है। हाईवे के निर्माण से अलवर, बहरोड़ और आसपास के औद्योगिक क्षेत्रों की कनेक्टिविटी बेहतर होगी, जिससे यात्रियों को तेज और सुरक्षित सफर की सुविधा मिलेगी। साथ ही, इस मार्ग से स्थानीय व्यापार और उद्योगों को भी बड़ा फायदा होने की संभावना है।
यातायात पहले से कहीं अधिक सुगम होगा
राजस्थान में अलवर-बहरोड़ फोरलेन मार्ग का निर्माण प्रदेश की सड़क कनेक्टिविटी को नया आयाम देने वाला है। करीब 400 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाले इस फोरलेन हाईवे पर सुरक्षा और सुविधा दोनों का खास ध्यान रखा जाएगा। इस परियोजना की खास बात यह है कि दोपहिया वाहनों के लिए अलग लेन तैयार की जाएगी, ताकि भारी और चारपहिया वाहनों की रफ्तार पर कोई असर न पड़े। राजस्थान राज्य सड़क विकास एवं निर्माण निगम (आरएसआरडीसी) द्वारा कराए गए सर्वे में यह बात सामने आई है कि इस नई व्यवस्था से सड़क दुर्घटनाओं में कमी आएगी और यातायात पहले से कहीं अधिक सुगम होगा।
टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी
अलवर-बहरोड़ फोरलेन परियोजना पर काम तेजी से आगे बढ़ रहा है। दिसंबर तक सर्वे कार्य पूरा करने की समयसीमा तय की गई थी, लेकिन विभागीय अधिकारियों का कहना है कि इसे अगले 15 दिनों में ही पूरा कर लिया जाएगा। सर्वे रिपोर्ट तैयार होने के बाद सरकार से वित्तीय स्वीकृति ली जाएगी, जिसके बाद टेंडर प्रक्रिया शुरू होगी। अनुमान है कि नए साल की शुरुआत में फोरलेन मार्ग का निर्माण कार्य शुरू हो जाएगा। गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने बजट 2025-26 में अलवर-बहरोड़ मार्ग को फोरलेन बनाने का प्रस्ताव पारित किया था। इसके लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने हेतु 2.5 करोड़ रुपये की मंजूरी दी गई थी। फिलहाल परियोजना का सर्वे कार्य अंतिम चरण में है।
फोरलेन निर्माण से पहले सर्वे करवाने का निर्णय लिया
वर्तमान में अलवर-बहरोड़ मार्ग की स्थिति काफी खराब है। करीब 74 किलोमीटर लंबे इस रास्ते पर यात्रा करने में अब दो घंटे से ज्यादा का समय लग रहा है। जगह-जगह गड्ढे होने के कारण वाहन चालकों को दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है और सड़क हादसों की घटनाएं भी बढ़ गई हैं। सड़क की इस जर्जर हालत को देखते हुए सरकार ने फोरलेन निर्माण से पहले सर्वे करवाने का निर्णय लिया है। वहीं, तत्काल राहत के लिए गड्ढों के पैचवर्क कार्य हेतु 1.5 करोड़ रुपये की स्वीकृति भी दी गई है, जिससे मार्ग को फिलहाल यात्रायोग्य बनाया जा सके।
100 फीट चौड़ी जमीन उपलब्ध
फोरलेन मार्ग के पूरा होने के बाद अलवर से बहरोड़ की दूरी अब सिर्फ 50 मिनट में तय हो सकेगी। यह मार्ग सीधे दिल्ली-जयपुर राष्ट्रीय राजमार्ग से भी जुड़ जाएगा, जिससे क्षेत्र की कनेक्टिविटी और यातायात सुविधा में काफी सुधार होगा। अलवर-बहरोड़ फोरलेन के लिए हाईवे के पास पहले से 100 फीट चौड़ी जमीन उपलब्ध है, जिससे अतिरिक्त अधिग्रहण की जरूरत नहीं पड़ेगी। इंजीनियरों का कहना है कि इस जमीन पर मौजूद अतिक्रमण को हटाया जाएगा। मार्ग पर दोपहिया वाहनों के लिए अलग लेन बनाने की योजना भी बनाई गई है। सर्वे का कार्य अगले 15 दिन में पूरा कर लिया जाएगा।