राजस्थान में सरकार दिवाली से पहले इन परिवारों को देगी घर, सपना बनने जा रहा हकीकत

Rajasthan News : राजस्थान में 9 साल से फ्लैट का इंतजार कर रहे हैं लोगों राहत भरी खबर सामने आ रही है। लंबे अरसे के बाद भी इन लोगों को अपने सपनों का घर नहीं मिला है। नगर परिषद सभापति और आयुक्त ने लाभान्वित परिवारों को बुलाकर दिवाली तक फ्लैट देने भरोसा दिलाया है। 

 

Mukhyamantri Jan Awas Yojana Rajasthan Latest Updates : राजस्थान में डूंगरपुर में नगर परिषद की ओर से बनाई गई मुख्यमंत्री आवास योजना में दिल्ली से पहले अपने आशियाने का सपना देखने वाले लोगों का सपना पूरा हो सकता है। बहुत सालों से शहरी इलाके में लोग किराए और झुगी झोपड़ी में रहते है। इन लोगों के लिए साल 2015 में आई जन आवास योजना सबसे बड़ा सपना लेकर आई थी। यह किसको मालूम था कि सालों सालों बीत जाने के बाद भी सपना हकीकत में नहीं बदलेगा।

आवास की चाबियां देने का वादा

2015 में शुरू हुई जन आवास योजना, मध्यम और निर्धन तबके के परिवारों को वर्षों से किराये और झुग्गी-झौपड़ी में रहने का सबसे बड़ा सपना दिखाई दी। लेकिन किसे पता था कि यह सपना सालों तक बदल जाएगा। नगर परिषद ने एक बार फिर करीब नौ वर्ष से आवास की आस लगाए बैठे सैकड़ों परिवार को राहत दी है। शनिवार को नगर परिषद सभागार में आवास योजना के आवंटियों की बैठक में, सभापति अमृत कलासुआ ने हर हाल में दिवाली के पहले आवास की चाबियां देने का वादा किया। हालाँकि, आवंटियों ने इस दौरान आवासों के मौजूदा हालात और आ रही बाधाओं को लेकर भी चिंता व्यक्त की।

नौ वर्ष से घर की प्रतीक्षा

2015 में डूंगरपुर नगर परिषद ने मुख्यमंत्री जन आवास योजना शुरू की। योजना के तहत मध्यम और निर्धन वर्गों के परिवारों को फ्लैट देने का निर्णय लिया गया था। इसमें भारत सरकार से भी सहयोग लिया गया था। तत्कालीन समय में हजारों परिवारों ने इस पर आवास की आस में आवेदन किया। 2017 में लॉटरी निकाली गई, आवंटियों को आवास की शर्तों के अनुसार राशि दी गई, और योजना में दो केटेगरी एलआईजी और EWS के लिए 360 फ्लैट्स बनाने का निर्णय लिया गया। लेकिन, इसके बाद से यह घर बीरबल की खिचड़ी की कहावत की तरह हैं। आवास के लाभार्थी ने नौ वर्ष से घर की प्रतीक्षा की है।

दिवाली से पहले होगा काम पूरा 

आवंटियों की बैठक लेते हुए सभापति कलासुआ ने कहा कि वसुंधरा विहार में बने 360 आवास में कुछ छोटे-छोटे काम शेष हैं। वह दिवाली से पूर्व ठेकेदार से करवा लिया जाएगा। नगर परिषद् क्षेत्र में जल्द ही शिविर बनाए जाएंगे। इसमें प्रकाश कनेक्शन की फाइल बनाई जाएगी। इससे लोग वहां जाएंगे और रहेंगे, और शेष व्यवस्थाएं धीरे-धीरे पूरी होंगी। आवंटियों को निर्धारित तिथि पर शिविर में पहुंचने का आदेश दिया गया था। बैठक दौरान आवास के आवंटियों ने बताया कि कई आवास अब भी अपूर्ण हैं तथा उनमें लॉक लगे हुए हैं। फर्श टूटे हुए हैं तथा प्लास्तर भी नहीं हुआ है। उन्होंने बैंकों से ऋण लेकर तय राशि जमा कराई है। कई बार परिषद कार्यालय आए लेकिन पर, कोई सफलता नहीं मिली। अब जल्द ही घर मिलने की उम्मीद हैं।