Rajasthan News: अलवर से दिल्ली का सफर होगा आसान, रैपिड मेट्रो से दूरी हो जाएगी डेढ़ घंटे

Rajasthan Metro Corridor : दिल्ली से अलवर के बीच प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर को लेकर बड़ी खबर सामने आई है। अब अलवर से दिल्ली का सफर महज डेढ़ घंटे में पूरा होगा। अलवर से दिल्ली तक मेट्रो कॉरिडोर का निर्माण होगा, जिस पर 160 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से रैपिड ट्रेन दौड़ेगी। परियोजना की अनुमानित लागत 37000 करोड़ रुपये है और इसे 2 से 3 साल में पूरा किया जाएगा।

 

Rajsthan Alwar News : राजस्थान के अलवर से दिल्ली अब नजदीक होने जा रही है। दिल्ली से अलवर के बीच प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर को लेकर राष्ट्रीय राजधानी क्षेत्र परिवहन निगम (एनसीआरटीसी) ने प्रक्रिया तेज कर दी है। अभी दिल्ली से गुरुग्राम तक मेट्रो ट्रेन चलती है। गुरुग्राम से अलवर तक रैपिड ट्रेन चलाने की योजना है। हालांकि मेट्रो कॉरिडोर बनने में अभी दो से तीन साल का समय लगेगा। लेकिन कॉरिडोर बनने के बाद अलवर से दिल्ली तक 160 किमी प्रतिघंटा की रफ्तार से रैपिड ट्रेन दौड़ेगी जो डेढ़ घंटे में दिल्ली की दूरी नाप लेगी।

साथ ही दिल्ली से राजस्थान के औद्योगिक संबंध और ज्यादा मजबूत होंगे। गुरुग्राम साइबर सिटी में हीरो होंडा चौक एवं साइबर हब के सामने मेट्रो कॉरिडोर से जुड़ेगा। इससे मानेसर से लेकर अलवर तक की ओर से आने वाले लोग भी साइबर सिटी पहुंच सकेंगे। दिल्ली-एसएनबी खंड के लिए डीपीआर को दिसंबर 2018 में एनसीआरटीसी के बोर्ड फरवरी 2019 में हरियाणा सरकार और जून 2019 में राजस्थान सरकार की और से निर्माण के लिए मंजूरी दी जा चुकी है।

अब अलवर से दिल्ली की दूरी हो जाएगी डेढ़ घंटे

अलवर से दिल्ली के प्रस्तावित मेट्रो कॉरिडोर को लेकर एनसीआरटीसी ने अपना काम शुरू कर दिया है। इसको लेकर आने वाले 2 से 3 साल में अलवर से दिल्ली तक का यह मेट्रो कॉरिडोर बनकर तैयार हो जाएगा। इसके बाद इस कॉरिडोर में 160 किलोमीटर की रफ्तार से रैपिड ट्रेन दौड़ लगाएगी, जो अलवर से दिल्ली तक जाने में करीब डेढ़ घंटे का समय लेगी। इस मेट्रो कॉरिडोर के बनने से राजस्थान के औद्योगिक विकास को उड़ान के पंख लगेंगे। यह कॉरिडोर अलवर से शुरू होकर गुरुग्राम साइबर सिटी में हीरो होंडा चैक और साइबर हब के सामने मेट्रो कॉरिडोर से जुड़ेगा।

तीन चरणों में होगा विकास

दिल्ली- एसएनबी- अलवर रैपिडएक्स 164 किमी की स्वीकृत सेमी-हाई स्पीड रेल लाइन है, जो दिल्ली-गुरुग्राम- धारूहेड़ा-रेवाड़ी- एसएनबी (शाहजहांपुर- नीमराना- बहरोड़) – अलवर को आपस में जोड़ेगी। एनसीआरटीसी इसे तीन चरणों में विकसित करेगी। रीजनल रैपिड ट्रांजिट सिस्टम लाइन (आरआरटीएस) अपने पहले चरण में दिल्ली एसएनबी ( 106 किमी) को जोड़ेगी। इसके बाद दूसरे चरण में एसएनबी से सोतानाला (35 किमी) और अंत में तीसरे चरण में एसएनबी से अलवर (58 किमी) को जोड़ने की योजना है। यह पूरी 199 किमी लंबी गलियारा लाइन होगी। परियोजना की अनुमानित लागत 37,000 करोड़ रुपए है।

अलवर से दिल्ली के बीच मेट्रो कॉरिडोर का यह रहेगा रूट

अलवर से दिल्ली के बीच चलने वाली रैपिड ट्रेन के लिए मेट्रो कॉरिडोर के रूट में करीब एक दर्जन स्टेशन बीच में आएंगे। इस दौरान अलवर से खैरथल, एसएनबी, बावल, रेवाड़ी, धारूहेड़ा डिपो, खेड़की दौला, राजीव चैक, इफको चैक, मुनिरका, आईएनए और सराय काले खां, नई दिल्ली मेट्रो कॉरिडोर का रूट रहेगा। इस ट्रेन के चलने के बाद, जो लोग दिल्ली से अलवर के बीच रोज अप डाउन करते हैं, उन्हें काफी राहत मिलेगी। ऐसे लोग करीब डेढ़ घंटे में आ जा सकेंगे।

डीपीआर का इंतजार

दिल्ली-अलवर मेट्रो कॉरिडोर की डीपीआर (विस्तृत) परियोजना रिपोर्ट) फिलहाल भारत सरकार के पास विचाराधीन है। वहां से डीपीआर मंजूर होने के बाद एनसीआरटीसी इस प्रोजेक्ट पर काम शुरू कर देगा। – पुनीत वत्स, सीपीआरओ, एनसीआरटीसी, दिल्ली