राजस्थान में 210 करोड़ की लागत से बदलेगी इस रेलवे स्टेशन की तस्वीर, लाउंज, शॉपिंग कॉम्प्लेक्स भी बनेंगे

Rajasthan News : राजस्थान में यातायात व्यवस्था को आधुनिक बनाने के लिए सरकार लगातार बड़े प्रोजेक्ट पर कार्य कर रही है। रेलवे में बड़ी संख्या में यात्री आवागमन करते हैं। रेलवे लाइन के साथ-साथ अब रेलवे स्टेशनों को भी आधुनिक रूप दिया जाएगा। 

 

Amrit Bharat Railway Station Yojana : राजस्थान में रेलवे स्टेशनों को विश्व स्तरीय रुप दिया जाएगा। भारत देश के 1300 से अधिक रेलवे स्टेशनों को अमृत भारत स्टेशन योजना के माध्यम से आधुनिक रूप दिया जाएगा। राजस्थान की रेलवे स्टेशनों को भी इस योजना के कायाकल्प किया जाएगा। जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण कामों को लेकर मंगलवार को केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जायजा लिया हैं। निरीक्षण के दौरान 'रेल रक्षक' यान का भी अवलोकन केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने किया हैं। 

रेलवे को रि-डवल किया जाए

गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर 71 गुना 48 मीटर के एयर कॉनकोर्स के लिए पहली बार गर्डर लांचिंग की गई है। रेल मंत्री ने गांधीनगर रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद जयपुर-सवाई माधोपुर रेलखंड का विंडो ट्रेलिंग निरीक्षण करने के लिए रवाना हो गए। रेलवे मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा कि देश भर में 1324 रेलवे स्टेशनों का पुनर्निर्माण किया जा रहा है। रेलवे स्टेशन पर दो प्लेटफार्मों को एक साथ जोड़ने के लिए एक रूफ प्लाजा बनाया जा रहा है। प्रधानमंत्री का सपना है कि रेलवे को फिर से रेलवे को रि-डवल किया जाए। गांधीनगर जयपुर स्टेशन का पुनर्निर्माण यात्रियों को उच्चतम सुविधाएं देगा।

मिलेगी आधुनिक सुविधा 

गांधीनगर जयपुर स्टेशन को अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत आधुनिक बनाया जा रहा है, जो स्थानीय लोक कला को समझता है। स्टेशन पुनर्निर्माण में आगमन और प्रस्थान की अलग-अलग व्यवस्था की जाएगी, जिससे यात्रियों को आराम मिलेगा। यात्रियों के लिए रूफ प्लाजा और एयर कॉनकोर्स बनाए जा रहे हैं। यात्रियों की सुविधाओं में सुधार करने के लिए पार्किंग, लिफ्ट, एस्केलेटर, एग्जीक्यूटिव लाउंज, वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्पलेक्स और कैफेटेरिया शामिल होंगे। जयपुर रेल मंडल प्रबंधक विकास पुरवार और उत्तर पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक अमिताभ सहित सभी रेलवे अधिकारी इस मौके पर उपस्थित थे।

स्टेशन को सिटी सेंटर की तरह बनाया जाएगा

रेलवे स्टेशन पर जल संरक्षण, सौर ऊर्जा और रेन वाटर हार्वेस्टिंग जैसे उपाय किए जाएंगे। गांधीनगर स्टेशन को सिटी सेंटर बनाकर यात्रियों और शहरवासियों के लिए आकर्षक स्थान बनाया जाएगा। गांधीनगर रेलवे स्टेशन के दोनों प्रवेश द्वार पर इमारत का निर्माण पूरा हो गया है। 72 मीटर चौड़ाई वाले एयर कॉनकोर्स का निर्माण गांधीनगर स्टेशन पर पूरा हो गया है। गर्डर लॉन्चिंग के बाद एयर कॉनकोर्स के लिए आवश्यक कार्रवाई की जा रही है। यात्रियों को एयर कॉनकोर्स में वेटिंग रूम, शॉपिंग कॉम्पलेक्स, कैफेटेरिया और गेम जोन की सुविधाएं मिलेगी। यात्रियों के अलावा आम लोगों को भी यह सुविधा मिलेगी।

210.63 करोड़ रुपये खर्च होंगे

जयपुर के गांधीनगर रेलवे स्टेशन का पुनर्निर्माण 210.63 करोड़ रुपए का खर्च होगा। दिव्यांगजनों के लिए विशेष सुविधाएं उपलब्ध रहेगी, जिसमें लिफ्ट और एस्केलेटर शामिल हैं। आगमन और प्रस्थान के लिए अलग-अलग लॉबी हैं। भूमिगत पार्किंग की व्यवस्था तैयार की जा रही है, जो सुविधाजनक और व्यवस्थित होगा। स्टेशन पुनर्विकास में ऊर्जा खपत को कम करने के लिए ग्रीन बिल्डिंग आधारित व्यवस्थाएं होंगी. ये व्यवस्थाएं नवीनीकरणीय ऊर्जा और वर्षा जल संचयन जैसे संसाधनों को शामिल करेंगे। स्टेशन पर लगभग 1400 किलोवाट का सोर ऊर्जा प्लांट बनाया जाएगा। स्टेशन को बनाने में शहर की समृद्ध विरासत की लोक संस्कृति और स्थानीय विशेषताओं (जैसे जाली कार्य, मेहराब, गुंबद, छतरी, झरोखा, बारादरी, अलंकरण, पत्थरों की नक्काशी और आवरण) का संयोजन किया गया है।