Delhi-Mumbai Expressway पर किया जाएगा सेफ्टी ऑडिट, लोगों को यह मिलेगा फायदा

दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की सुरक्षा जांच की जाएगी। यहां हो रहे हादसों को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया है। ऑडिट के बाद दुर्घटनाओं के कारणों का पता चलेगा और उनकी रोकथाम की जाएगी।
 

The Chopal - दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे की सुरक्षा जांच की जाएगी। यहां हो रहे हादसों को देखते हुए राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण ने यह निर्णय लिया है। ऑडिट के बाद दुर्घटनाओं के कारणों का पता चलेगा और उनकी रोकथाम की जाएगी। बता दें कि हर दिन एक्सप्रेसवे से 20से 30 हजार वाहन गुजरते हैं। एक्सप्रेसवे पर आम तौर पर हर दिन एक से दो दुर्घटनाएं होती हैं।

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इसी साल फरवरी में दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे का उद्घाटन हुआ था, जो गुरुग्राम के अलीपुर से शुरू होता है। राजस्थान के दौसा से गुरुग्राम ढाई घंटे में पहुंच सकते हैं। लेकिन राजमार्गों पर वाहनों की संख्या बढ़ने के साथ ही हादसे भी बढ़े हैं। ऐसे में सेफ्टी ऑडिट अलीपुर से राजस्थान के दौसा तक होगा। यह पहले एक्सप्रेसवे के डिजाइन, गुणवत्ता और इंजीनियरिंग की जांच करेगा। इसके बाद, अधिक दुर्घटनाएं हुई जगहों पर भी जांच की जाएगी। टीम NHAI को रिपोर्ट देगी और ऑडिट टीम सुझाव देगी। मार्गदर्शन का पालन करने से सफर सुरक्षित होगा।

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रंबल स्ट्रिप लगाने की तैयारी 

एक्सप्रेसवे कई किलोमीटर तक सपाट है। ऐसे में चालक को गाड़ी चलाते समय अक्सर नींद आती है। एनएचएआई अधिकारी ऐसे में इन इलाकों में रंबल स्ट्रिप लगाने की तैयारी कर रहे हैं, ताकि वाहन चालकों को गति सीमा बताया जा सके। दरअसल, रंबल स्ट्रिप छोटे स्पीड-ब्रेकर स्ट्रिप्स का एक समूह है। वाहनों के इस पर गुजरने से कंपन की आवाज निकलती है। ये स्ट्रिप्स वाहन चालकों को चेतावनी देते हैं। जब कोई कार रंबल स्ट्रिप्स के ऊपर से गुजरती है, तो सड़क पर शोर बढ़ जाता है और यात्रियों को कंपन महसूस होता है। इससे चालक सतर्क रहता है। दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे के परियोजना निदेशक मुकेश कुमार मीना ने कहा, 'एक्सप्रेसवे पर सुरक्षित सफर के लिए सेफ्टी ऑडिट करवाया जाएगा। टीम एक्सप्रेसवे पर दुर्घटना के कारणों की पहचान करेगी, जिसमें इंजीनियरिंग, गुणवत्ता और संरचना शामिल हैं।

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