UP के इस जिले में हाईवे किनारे जमीनों की ब्रिकी में 20 फीसदी तक आया उछाल

UP News : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अयोध्या-लखनऊ हाईवे के दोनों ओर जमीनों की बिक्री में अचानक वृद्धि हुई है। इन जमीनों को देश और राज्य के बड़े व्यापारियों ने देखा है। सदर व रामसनेहीघाट तहसील के उपनिबंधक कार्यालयों में रजिस्ट्री 20 % बढ़ गई है, और हर दिन 22 से 28 एग्रीमेंट हो रहे हैं।

 

UP News : रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद, अयोध्या-लखनऊ हाईवे के आस-पास के इलाकों में जमीनों की मांग में वृद्धि हुई है। इसमें उपनिबंधक कार्यालयों में रजिस्ट्री में वृद्धि और एग्रीमेंट की बढ़ोतरी शामिल है। यह बताता है कि इलाके में व्यापारिक गतिविधियों में वृद्धि हो रही है और लोग इस क्षेत्र में निवेश करने में रुचि दिखा रहे हैं। 

बाराबंकी को अयोध्या का प्रवेशद्वार माना जाता है। अयोध्या जाने पर बाराबंकी में पड़ाव करना आम है। लखनऊ-अयोध्या राष्ट्रीय राजमार्ग का 51 किमी भाग बाराबंकी में है। जो नवाबगंज और रामसनेहीघाट तहसीलों के अंतर्गत आता है। राममंदिर निर्माण के बाद कोई होटल या कोई और प्रतिष्ठान हाईवे किनारे बनाना चाहता है। अयोध्या के आसपास रहने के लिए लोग भी जगह खोजने लगे हैं। अब शहर के उपनिबंधक कार्यालय में 100 बैनामा और 10 से 12 एग्रीमेंट होते हैं। अब हर दिन 120 से अधिक बैनामे होते हैं। इनमें से अधिकांश सड़कों के किनारे हैं।

अब प्रतिदिन 15 से 20 एग्रीमेंट हो रहे हैं, प्रभारी उपनिबंधक नवाबगंज बीना झा ने बताया। रामसनेहीघाट तहसील का उपनिबंधक कार्यालय भी इसी तरह है। उपनिबंधक दीप्ती शुक्ला ने बताया कि पहले प्रतिदिन 12 से कम रजिस्ट्री होती थीं, लेकिन अब 15 से अधिक होती हैं। लेकिन हर दिन आठ एग्रीमेंट होते हैं।

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