senior citizen : सीनियर सिटीजन को बिल्कुल फ्री मिलती है ये सुविधाएं, 90 प्रतिशत लोगों को नहीं पता 

Senior Citizen Facilities in India Railway : भारतीय रेल को भारत की जीवन रेखा कहा जाता है, जो हर दिन 13,500 से अधिक ट्रेनें चलाकर 2.32 करोड़ से अधिक लोगों को उनके गंतव्य तक पहुंचाती है। इन यात्रियों में कई वरिष्ठ नगरवासी भी हैं। सीनियर सिटीजन को रेलवे कई विशेष सुविधाएं देता है। उन्हें रिजर्वेशन के समय प्राथमिकता के आधार पर अधिक बर्थ और टिकट की कीमत में छूट मिलती है। वरिष्ठ नागरिकों को रेलवे स्टेशनों पर अधिक सुविधा मिलती है। लेकिन अधिकांश वरिष्ठ नागरिकों को पता नहीं है कि रेलवे उन्हें कौन सी मुफ्त सुविधाएं प्रदान करता है। नीचे खबर में जानें: 

 

The Chopal, Senior Citizen Facilities in India Railway : भारतीय रेलवे को देश की जीवन रेखा कहा जाता है और देश का सबसे बड़ा परिवहन साधन है। यात्रियों को कई सुविधाएं और सस्ती सेवाएं मिलती हैं। इनमें Rail Rules for Senior Citizens विशेष सुविधाएं दी जाती हैं। इन्हें किराया में छूट, लोअर बर्थ में प्राथमिकता और ट्रेनों में आरक्षित सीटें मिलती हैं। रेलवे स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्हील चेयर भी हैं। इन सभी सुविधाओं का उद्देश्य सीनियर शहर में यात्रा को सुरक्षित और आरामदायक बनाना है। भारतीय रेलवे ने इस उम्र वर्ग के यात्रियों की आवश्यकताओं को पूरा किया है ताकि वे आराम से यात्रा कर सकें। रेलवे की इन सुविधाओं के बारे में बहुत से लोगों को पता नहीं है। आज इस खबर में हम आपको बताएंगे कि रेलवे में सीनियर सिटीजन्स को क्या सुविधाएं मिलती हैं।

रेलवे किसी वरिष्ठ शहरी को मानता है

भारतीय रेलवे नियमों (Indian Railway Rules) के अनुसार 60 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों और 58 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को सीनियर सिटीजन कहा जाता है। मेल, एक्सप्रेस, राजधानी, शताब्दी, जन शताब्दी और दुरंतो ट्रेनों में पहले रेलवे की सभी श्रेणियों में सीनियर सिटीजन को किराया फ्री था। पुरुष सीनियर नागरिकों के लिए 40 प्रतिशत और महिलाओं के लिए 50 प्रतिशत छूट थी। हालाँकि, कोविड के कारण यह छूट बंद कर दी गई थी, और अभी तक इसे फिर से शुरू करने के बारे में कोई स्पष्ट सूचना नहीं है।

लोअर बर्थ का महत्व

भारतीय रेलवे में यात्रा करने वाले वरिष्ठ नागरिकों को लोअर बर्थ, यानी निचले बेड़े की अनुमति दी जाती है। रेलवे ने नियम बनाया है कि सीनियर सिटीजन रिजर्व टिकट खरीदने पर लोअर बर्थ प्राथमिकता के आधार पर दिया जाएगा। इसके अलावा, 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं को लोअर बर्थ (रेल में निचली सीट) मिलता है। लेकिन सीटों की उपलब्धता इसकी प्राथमिकता है।

जमा करने की सुविधा

सीनियर सिटीजन के लिए कुछ सीटें रेलवे के रिजर्व कोच ट्रेनों में आरक्षित हैं। उदाहरण के लिए, स्लीपर कोच में हर कोच छह लोअर बर्थ सीनियर सिटीजन के लिए आरक्षित है। AC 3 और AC 2 कोचों में तीन वरिष्ठ नागरिक सीनियर सिटीजन के लिए निर्धारित हैं। इसके अलावा, इन बर्थों में 45 वर्ष से अधिक उम्र की महिलाओं और गर्भवती महिलाओं को अधिक प्राथमिकता दी जाती है। राजधानी और दुरंतो जैसी एसी ट्रेनों में सामान्य मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों की तुलना में अधिक बर्थ सीनियर सिटीजन आरक्षण (IRCTC senior citizen quota) है।

स्थानीय ट्रेनों में भी आरक्षण

भारत के कुछ बड़े शहरों, जैसे मुंबई, कोलकाता और चेन्नई में लोकल ट्रेन नेटवर्क भी बहुत लोकप्रिय है। उदाहरण के लिए, उत्तरी रेलवे और सेंट्रल रेलवे मुंबई में लोकल ट्रेनें चलाते हैं। IRCTC Senior Citizen Rules के अनुसार, इन ट्रेनों में कुछ सीटें सीनियर सिटीजन के लिए आरक्षित हैं। इन ट्रेनों में कुछ डिब्बे विशेष रूप से महिलाओं के लिए आरक्षित हैं, जहां लेडीज सीनियर सिटीजन को अकोमोडेट किया जाता है।

रेलवे स्टेशनों में उपलब्धता

भारत के कई बड़े रेलवे स्टेशनों पर वरिष्ठ नागरिकों के लिए व्हील चेयर हैं। स्टेशन मास्टर या स्टेशन मैनेजर से व्हील चेयर की मांग कर सकते हैं. ये सुविधाएं ट्रेन में वरिष्ठ नागरिकों के लिए उपलब्ध हैं। यात्री को कुली के लिए भी भुगतान करना होगा, लेकिन व्हील चेयर भी उपलब्ध है। इसके अलावा, आप व्हील चेयर ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। इसके लिए आपको IRCTC की वेबसाइट www.irctc.co.in पर साइन इन करना होगा।

लोअर बर्थ ट्रेन में उपलब्ध

यदि कोई सीनियर सिटीजन रिजर्वेशन में लोअर बर्थ नहीं पा सकता, तो ट्रेन में भी पा सकता है। रेलवे के नियमों के अनुसार, यदि ट्रेन के रवाना होने के बाद कोई लोअर बर्थ खाली रहता है, तो मध्य या अपर बर्थ वाले सीनियर सिटीजन टीटीई से संपर्क करके उसे लोअर बर्थ उपलब्ध कराने का अनुरोध कर सकते हैं (Train Berth Rules in Hindi)। TTIE कुछ प्रक्रियाओं को पूरा करने के बाद बर्थ दे सकता है।