UP के इस जिले में बनेगा सिक्सलेन हाईवे, हेलिपोर्ट के अलावा बिछेगा सड़कों का जाल
 

UP News : उत्तर प्रदेश बीते कुछ वर्षों में विकास और बुनियादी ढांचे के मामले में एक नई पहचान बना रहा है। खासकर सड़क, हवाई, और रोपवे इंफ्रास्ट्रक्चर में तेजी से काम हो रहा है, जिससे छोटे जिले भी अब हाईटेक और कनेक्टेड बनते जा रहे हैं।

 
UP के इस जिले में बनेगा सिक्सलेन हाईवे, हेलिपोर्ट के अलावा बिछेगा सड़कों का जाल

Uttar Pradesh News : उत्तर प्रदेश पिछले कुछ सालों में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। प्रदेश में रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को मजबूत बनाने की दिशा में निरंतर सरकार की तरफ से प्रयास किया जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश के इस जिले में अब जल्द ही रोपवे और हेलीपोर्ट जैसी सुविधाएं और सड़कों का जाल बिछाया जाएगा। आने वाले समय में जिले की सिक्स लेन से पहचान होगी। बनारस पिछले दो दशक में विकास की नई ऊंचाइयों को छू रहा है। यह यात्रा निरंतर विकसित हो रही है। शिक्षा, चिकित्सा, परिवहन और पर्यटन क्षेत्रों में बहुत कुछ हुआ है। जल्द ही स्काई वॉक, हेलिपोर्ट और रोपवे भी होंगे। इन्हीं सुविधाओं के चलते काशी विश्व फलक पर चमकेगी। 

225 करोड़ रुपये की पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप से बनने वाली सिग्नेचर इमारत 

रोपवे द्वारा सार्वजनिक परिवहन प्रदान करने वाले देश के पहले शहर के रूप में काशी पर्यटकों को आकर्षित करेगी और यहाँ रहने वालों की सुविधाओं को बेहतर बनाएगी। बनारस कैंट रेलवे स्टेशन से गिरिजाघर तक इसका संचालन हो सकेगा। इस साल काशी विश्वनाथ धाम का सुंदर रूप भी सामने आया है। पूर्वांचल की पहली सिग्नेचर इमारत, साथ ही स्काई वॉक काशी के विकास की महान इबारत लिखेंगे। पतित पावनी गंगा में चार क्रूज दुनिया भर से लोगों को गंगा की लहरों में आध्यात्मिक आनंद लेते हैं। जल और थल के बाद अब नभ की सवारी की तैयारी होगी। मंडलायुक्त कार्यालय में भी 225 करोड़ रुपये की पब्लिक-प्राइवेट पार्टनरशिप से बनने वाली सिग्नेचर इमारत और स्काई वॉक की आधारशिला होगी। सिग्नेचर बिल्डिंग डमरू के आकार का होगा।

सड़कों का जाल, सिक्सलेन की पहचान

रिंग रोड की स्थापना से शहर की सड़कें भारी वाहनों से बच गई हैं। अब रोहनिया से लहरतारा तक काशी के प्रवेश द्वार पर सिक्सलेन का निर्माण पूरा होने वाला है। इससे शहर को नया नाम मिलेगा। करीब 400 करोड़ रुपये की इस परियोजना के साथ, चांदपुर से भदोही प्रयागराज मार्ग का सिक्सलेन होने से शहरवासी आसानी से रिंग रोड पर पहुंच सकते हैं।

फोरलेन, लहरतारा से बीएचयू तक, पूरी शहर को जाम से छुटकारा दिलाता है। फुलवरिया फोरलेन ने भी शहर के दो प्रवेश द्वार को एक साथ जोड़ा है। बाबतपुर रोड को लहरतारा सिक्सलेन से जोड़ने वाली यह सड़क और फ्लाईओवर पुरानी काशी के लोगों को वरुणा पार से जोड़ रहा है। अब यहां से कचहरी, शिवपुर और अन्य स्थानों तक जाना बहुत आसान हो गया है। काशी के गंगाघाटों की सुंदरता से मोहित दुनिया भर के पर्यटकों को पर्यटन के नए केंद्र मिल गए हैं। खिड़किया घाट पर आधुनिक सुविधाएं और अस्सी से संत रविदास घाट को जोड़ने वाला ब्रिज पर्यटकों को आकर्षित कर रहे हैं।