UP के इस जिले में 3 चरणों में लगेंगे स्मार्ट मीटर, यूनिट खपत का रखा जाएगा हिसाब

UP Smart Meter : उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में पावर कारपोरेशन (Power Corporation) के 30 हजार ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने का काम शुरू हुआ है। स्मार्ट मीटर लगाने का काम तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण के अंतर्गत फीडर, दूसरे चरण में ट्रांसफार्मर और तीसरे चरण के अंतर्गत स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं के घरों में लगाया जाएगा।
 

Uttar Pradesh : उत्तर प्रदेश के अंबेडकरनगर में पावर कारपोरेशन (Power Corporation) के 30 हजार ट्रांसफार्मरों पर स्मार्ट मीटर (Smart Meter) लगाने का काम शुरू हुआ है, जिससे बिजली चोरी (Electricity Theft) को रोका जा सके और प्रत्येक यूनिट की खपत को रिकॉर्ड किया जा सके। अब तक 50 ट्रांसफार्मर पर स्मार्ट मीटर लगाए गए हैं। आगामी तीन महीने में सभी ट्रांसफार्मर में स्मार्ट मीटर लगाने की योजना बनाई जाएगी। स्मार्ट मीटर लगाने का काम तीन चरणों में शुरू किया गया है। पहले चरण के अंतर्गत फीडर, दूसरे चरण में ट्रांसफार्मर और तीसरे चरण के अंतर्गत स्मार्ट मीटर को उपभोक्ताओं के घरों में लगाया जाएगा।

जिले में 41 उपकेंद्र (Sub-Centre) हैं, जहां 156 फीडर चलते हैं और 4 लाख 25 हजार उपभोक्ता हैं। स्मार्ट मीटर टांडा, अकबरपुर, सेनपुर, अशरफपुर बरवां, आलापुर, जलालपुर, मालीपुर और भीटी उपकेंद्र के 64 फीडर पर लगाए गए हैं। बिजली कंपनियों ने बिजली चोरी को रोकने के लिए यह कदम उठाया है। हालाँकि कुछ दिन पहले उपभोक्ताओं के विरोध पर स्मार्ट मीटर लगाने का अभियान सफल नहीं हो सका।

4 लाख 20 हजार घरों में लगाए जाएंगे, प्रीपेड स्मार्ट मीटर (Prepaid Smart Meter)

ऊर्जा कंपनियों ने स्मार्ट मीटर के लाभों को बताने के लिए बैनर पोस्टर (Banner Poster) लगाए हैं। पावर कारपोरेशन ने सरयू स्मार्ट मीटरिंग प्राइवेट लिमिटेड (Saryu Smart Metering Private Limited) को जिले के चार लाख बीस हजार उपभोक्ताओं के घरों पर प्रीपेड स्मार्ट मीटर लगाने का काम सौंपा है। संस्था ने पांच सौ घरों में स्मार्ट मीटर लगाए हैं। कंपनी के प्रमुख (Head of Company) रौशन प्रभात ने बताया कि 25 केवीए से अधिक क्षमता वाले ट्रांसफार्मर और फीडर पर स्मार्ट मीटर लगाने का कार्य प्रारंभ हो गया है। स्मार्ट मीटर घरों और दुकानों में भी लगाए जा रहे हैं।

बिल में गड़बड़ी से मिलेगा, छुटकारा

उपभोक्ताओं के घरों में स्मार्ट मीटर, ट्रांसफार्मर और फीडर लगने के बाद गलत बिल से छुटकारा मिलेगा। अब उपभोक्ताओं के घर बिजली बिल मीटर रीडर की जरूरत नहीं रहेगी। मीटर से बाईपास चलाने पर बिजली बंद हो जाएगी। मीटर में लगा चिप भी ब्लाक हो सकता है। बिजली अधिकारी ने बताया कि 25 केवीए से अधिक क्षमता वाले सभी ट्रांसफार्मर में स्मार्ट मीटर लगाए जाएंगे, जिससे अभियान शुरू होगा। प्रत्येक यूनिट की बिजली खपत का हिसाब (Electricity Consumption Calculation) स्मार्ट मीटर से किया जाएगा। उपभोक्ताओं के घरों में और उपकेंद्र पर संचालित फीडर पर मीटर लगेंगे।

उपभोक्ता परिषद (Consumers Council) ने जताई, आपत्ति

हरियाणा केंद्रीय ऊर्जा मंत्री (Haryana Union Energy Minister) मनोहर लाल खट्टर ने उत्तर प्रदेश का दो दिन का दौरा किया और सरकारी कलोनियों में स्मार्ट प्रीपेड मीटर (Smart Prepaid Meter) लगाने के निर्देश दिए, जैसा कि उत्तर प्रदेश राज्य विद्युत उपभोक्ता परिषद (Uttar Pradesh State Electricity Consumers Council) के अध्यक्ष अवधेश कुमार वर्मा ने कहा। वास्तव में, राज्य में छोटे बिजली उपभोक्ताओं के लिए स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाए जा रहे हैं।

लखनऊ की राजधानी में, उन्होंने खुद जाकर चेक मीटर को नहीं पाया। कृष्णा नगर और मानस नगर के ग्राहक ने बताया कि उनके यहां चेक मीटर नहीं लगाए गए। ग्राहक सुशीला ने बताया कि वह पिछले दिनों मुंबई गई हुई थीं और बिना उनकी अनुमति के उनके घर पर स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया था। जितेन्द्र कुमार और रामकृष्ण ने भी शिकायत की कि उनके यहां चेक मीटर नहीं लगाया गया था। ऐसे में उपभोक्ता अन्याय कर रहे हैं।