UP को जगमग करेगा सोलर एक्सप्रेसवे, प्रोजेक्ट से 100 गांवों की जमीनों के बढ़ेंगे रेट

Uttar Pradesh News : रोड इंफ्रास्ट्रक्चर को लेकर पिछले कई सालों से देश में निरंतर सरकार के प्रयासों के चलते क्रांति लाने का काम किया है। सड़क चौड़ीकरण, नए हाईवे का निर्माण और एक्सप्रेसवे के बनने से आवागमन के साथ-साथ जमीनों की कीमतों में भी तगड़ा उछाल देखने को मिलता है. उत्तर प्रदेश के 100 गांवो के लोगों की लॉटरी लगने वाली है. प्रदेश के 100 गांवो की जमीनें अब महंगी होने वाली है। प्रदेश के कई जिलों में जमीन अधिग्रहण किया जाना हैं। 

 

UP News : देश में पिछले कई सालों में एक्सप्रेस वे और हाईवे का निर्माण बड़े स्तर पर करवाया जा रहा है. देश के बुनियादी ढांचे के लिए रोड इंफ्रास्ट्रक्चर एक अहम भूमिका निभाता है. मोदी सरकार के नेतृत्व में देश में सड़कों और हाईवे का जाल बिछाया जा रहा है. सड़क किनारे जमीनों के रेट तो वैसे ही बहुत ज्यादा होते हैं. जहां से भी एक्सप्रेसवे गुजरता है वहां तो जमीनों की कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिलता है. 

जमीनों के दाम आसमान छूने लगेंगे 

लेकिन आज हम आपको जिस एक्सप्रेस वे के बारे में बताने जा रहे हैं, उसके लिए 100 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है. उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों एक नए एक्सप्रेसवे का उद्घाटन किया गया है। उत्तर प्रदेश सड़कों के मामले में देश में नंबर वन राज्य ना हुआ है। लेकिन जिस एक्सप्रेस वे की आज हम बात कर रहे हैं, उसके किनारे सोलर प्रोजेक्ट लगाए जाने हैं। एक्सप्रेसवे बनने के बाद आम जनता का आवागमन तो आसान होता ही है, लेकिन सड़क सुविधाओं के अलावा जमीनों के दाम आसमान छूने लग जाते हैं। जहां-जहां से एक्सप्रेसवे और हाईवे निकलते हैं वहां वहां के किसान मालामाल हो जाते हैं.

बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे 

उत्तर प्रदेश में यह नया एक्सप्रेस वे बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे के नाम से जाना जाएगा। देश में आंकड़े से मिली जानकारी के अनुसार जहां से भी एक्सप्रेसवे गुजरता है वहां जमीनों की कीमतों में तगड़ा उछाल नजर आता है. उत्तर प्रदेश में बनने वाला बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे का उद्घाटन देश के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कर दिया है। इस एक्सप्रेसवे की लंबाई 296 किलोमीटर होगी। बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के इटावा जिले से लेकर चित्रकूट जिले तक बना हुआ है। यह एक्सप्रेस वे फोर लेन बनाया गया है. आपको जानकर हैरानी होगी कि इस एक्सप्रेसवे का निर्माण मात्र 28 दिन में पूरा किया गया है। 

देश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे होगा, 100 गांवों की जमीनों का होगा अधिग्रहण

अब इस एक्सप्रेसवे को लेकर सरकार बड़ी तैयारी कर रही है। इस 296 किलोमीटर लंबे एक्सप्रेसवे के दोनों किनारो पर सरकार सोलर प्रोजेक्ट लगाने की बड़ी तैयारी कर रही है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि देश का यह पहला एक्सप्रेस वे बनने जा रहा है जिसके दोनों तरफ सोलर प्रोजेक्ट लगाए जाने हैं. देश का पहला सोलर एक्सप्रेसवे होने वाला है. बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे के दोनों साइडों पर सोलर प्रोजेक्ट बनाने के लिए सरकार को जमीन अधिग्रहण करने की आवश्यकता पड़ने वाली है. सरकार सोलर प्रोजेक्ट के लिए जमीनों का अधिग्रहण शुरू करने वाली है। इस प्रोजेक्ट के लिए 100 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण किया जाना है। जमीन अधिग्रहण और एक्सप्रेस वे की वजह से यहां जमीनों की कीमतों में तगड़ा उछाल आने वाला है. जमीन अधिग्रहण के लिए जमीन की पहचान कर ली गई है, इसकी जानकारी आपको आगे आपको बताने वाले हैं. 

1 लाख घरों को मिलने वाली है बिजली

इस प्रोजेक्ट को पूरा करने की जिम्मेदारी उत्तर प्रदेश औद्योगिक विकास प्राधिकरण की है। सरकार बिजली पैदावार का दूसरा तरीका ढूंढ रही है. आने वाले समय में सोलर क्रांति आने वाली है. इसी के मध्यनजर सरकार ने एक्सप्रेस वे किनारे बड़ी मात्रा में सोलर प्रोजेक्ट लगाने का फैसला लिया है. इस पूरे प्रोजेक्ट में 550 मेगावाट बिजली उत्पादन करने का लक्ष्य निर्धारित किया गया है. इस प्रोजेक्ट के धरातल स्तर पर उतरने के बाद प्रदेश के 1 लाख घरों को बिजली वितरित की जाएगी. इस बड़े प्रोजेक्ट को पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के माध्यम से पूरा किया जाना है. इस एक्सप्रेसवे पर सोलर पैनल मुख्य सड़क और सर्विस लेन के बीच में लगभग जो 15 से 20 मीटर चौड़ी पट्टी बची है उस पर लगाए जाने हैं. इन सोलर पैनलों से बिजली उत्पन्न की जाएगी और घरों को रोशन किया जाएगा। 

जमीन चिन्हित कर ली गई है

बुंदेलखंड सोलर एक्सप्रेसवे के दोनों किनारो पर सोलर पैनल लगाने के लिए सरकार ने जमीन का चयन भी कर लिया है. जल्द ही सरकार की तरफ से जमीन अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू करवा दी जाएगी. यह प्रोजेक्ट एक्सप्रेसवे के किनारे पड़ने वाली जमीन के मालिकों के लिए किसी लॉटरी से कम साबित नहीं होगा. एक्सप्रेसवे के दोनों किनारो पर जमीन की कीमतों में तगड़ा उछाल देखने को मिलेगा. आपको बता दें कि आठ सोलर पावर डेवलपर्स ने इस प्रोजेक्ट पर कार्य शुरू करने के लिए अपना प्रेजेंटेशन की प्रक्रिया को भी पूरा कर लिया है। 

100 गांव के लोगों की होने वाली है बल्ले बल्ले 

एक्सप्रेसवे के किनारे लगने वाले सोलर प्रोजेक्ट से 100 गांवों को तगड़ा फायदा पहुंचाने वाला है. बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे सात जिलों से होकर गुजरने वाला है. इसके किनारे 100 गांव के लोगों के एक लाख घरों को बिजली इस सोलर प्रोजेक्ट के तहत दी जाने वाली है। सोलर प्रोजेक्ट से बनने वाली बिजली का प्रयोग करके सालाना 6 करोड रुपए की बचत की जाएगी. 

इन जिलों में होगी जमीन अधिग्रहण 

सोलर प्रोजेक्ट लगने के बाद 100 गांव का तगड़ा फायदा होने वाला है। प्रदेश के जालौन जिले का तगड़ा फायदा पहुंचाने वाला है. इस जिले में 64 गांवों की जमीन अधिग्रहण की जानी है।

1 - जालौन जिले में 64 गांवों की जमीन अधिग्रहण
2 - चित्रकूट के 9 गांव की जमीन अधिग्रहण 
3 - इटावा के 7 गांव की जमीन अधिग्रहण
4 - औरेया के 37 गांव की जमीन अधिग्रहण
5 - हमीरपुर के 29 गांव की जमीन अधिग्रहण
6 - महोबा के 8 गांव की जमीन अधिग्रहण
7 - बांदा के 28 गांव की जमीन अधिग्रहण