इस तरह करें इस फसल की बुवाई, भूल जाएंगे सरकारी नौकर बनना

Bajra Farming : किसान आजकल अच्छे मुनाफे कम लागत वाली खेती करने का, तरीका देखते रहते हैं, किसान सोचते हैं कि कौन सी फसल बोलने पर कम लागत और अधिक मुनाफा होता है आज हम उनके किसानों के लिए अच्छी खबर लेकर आए हैं.

 

The Chopal, Bajra Farming : कन्नौज में किस बड़े सत्र पर आलू की खेती करते हैं आलू के साथ किस मक्के की भी खेती करते हैं, जिसमें उन्हें इतना कुछ खास मुनाफा नहीं होता लागत ज्यादा होती है, इसके लिए किसानों को जानकारी के लिए बता दे कि वह मक्के की बजाय अगर बाजरे की फसल की खेती करते हैं तो कम लागत में अच्छा मुनाफा मिलेगा, बाजरे की खेती में इतनी अधिक सिंचाई की जरूरत नहीं होती, वही बाजार बोलने का टाइम में मानसून भी अच्छी आती है बरसात भी होती रहती है, बाजरे की फसल में दो बार सिंचाई करनी पड़ती है और एक बार खाद देनी पड़ती है, जिससे कम लागत में अधिक मुनाफा होता है मक्के की खेती से कहीं बेहतर बाजरे की खेती है

कृषक सलाहकार देवेंद्र सिंह बताते हैं कि किसान मक्के की फसल की अपेक्षा अगर बाजरे की फसल की बुआई करे, तो उनको ज्यादा लाभ मिलेगा. वही किसानों को फसल की बुआई करते समय कुछ बातों का विशेष ध्यान रखना होगा. जिसमें फसल की समय से बुआई करना होगा.वहीं मक्के की फसल से ज्यादा लाभ बाजरे की फसल में है और बाजरे की फसल में कीट लगने का भी खतरा नहीं होता है. इसलिए इस फसल की बुआई किसाने के लिए मुनाफे का सौदा साबित हो रही है.

बाजरे की खेती में है ज्यादा लाभ

किसान मक्का की खेती में साल में 2 बार मेहनत करता है. मक्के के खेती में सिंचाई की जरूरत ज्यादा होती है. इससे कन्नौज के कई क्षेत्र डार्क जोन में आ गए हैं. वहीं बाजरे की खेती के लिए रेतीली और दोमट मिट्टी बहुत उत्तम मानी जाती है. इसकी बुआई से पहले किसानों को सिर्फ बात का ध्यान रखने की जरूरत है कि खेत को दो बार कल्टीवेटर से जुताई करके के ही बाजरे की खेती करें.

इतने दिनों में तैयार होती है फसल

बाजरे की खेती 3 महीने की खेती है. इसमें भी कई किस्म की बीज है, कुछ 70-80 दिन में पक जाती है, कुछ 65-70 की फसल है.ऐसे में इस किस्म की बीज की बुआई जुलाई के पहले सप्ताह में कर देनी चाहिए. बाजरे के उत्पाद के बारे में अगर बात करें, तो एक बीघे में 40 क्विंटल बाजरा का पैदावर होता है.

बाजरे की अच्छी उपज लिए क्या करें

बाजरे की अच्छी उपज के लिए अच्छी मात्रा में बीज की बुआई करें, इसके बुआई के दौरान इस बात का ख्याल जरूर रखें कि इसकी मात्रा और अंकुरित है या नहीं. बुआई के समय खेत में नमी है या इसपर भी पैदावर निर्भर करता है. 1 हेक्टेयर में 4-5 किलो ग्राम बीज की आवश्यकता होती है.