राजस्थान को बड़ी सौगात, सूरतगढ़ से श्रीगंगानगर हाईवे बनेगा फोरलेन, 1022 करोड़ की मंजूरी
Suratgarh-Sri Ganganagar Highway: राजस्थान और पंजाब के बीच अंतरराज्यीय संपर्क और ज्यादा मजबूत होने वाला हैं। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। सड़क के चौड़ा होने से यात्रा समय घटेगा और दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।
Rajasthan Highway : राजस्थान के लिए बुनियादी ढांचे के मोर्चे पर एक बड़ी और अहम खबर सामने आई है। केंद्र सरकार ने सूरतगढ़ से श्रीगंगानगर तक राष्ट्रीय राजमार्ग-62 (NH-62) को दो लेन से चार लेन में तब्दील करने को मंजूरी दे दी है। 75.5 किलोमीटर लंबी इस सड़क को फोरलेन बनाने के लिए 1022.57 करोड़ रुपये की स्वीकृति दी गई है।
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि यह सड़क सामरिक दृष्टि से बेहद महत्वपूर्ण है और इसके चार लेन बनने से देश की रक्षा व्यवस्था को और मजबूती मिलेगी।
पश्चिमी सीमा के पास सामरिक रूप से अहम परियोजना
सूरतगढ़–श्रीगंगानगर हाईवे भारत की पश्चिमी अंतरराष्ट्रीय सीमा के नजदीक स्थित है, जिससे इसका रणनीतिक महत्व और बढ़ जाता है। इस मार्ग के चौड़ा होने से सैन्य आवागमन, रसद आपूर्ति और आपातकालीन मूवमेंट पहले से कहीं अधिक तेज और सुरक्षित हो सकेगा। रक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि यह परियोजना सीमावर्ती क्षेत्रों में सेना की तैयारियों को मजबूत करने में अहम भूमिका निभाएगी।
राजस्थान-पंजाब कनेक्टिविटी होगी मजबूत
एनएच-62 के फोरलेन होने से राजस्थान और पंजाब के बीच अंतरराज्यीय संपर्क और ज्यादा मजबूत होने वाला हैं। इससे न केवल यातायात सुगम होगा, बल्कि व्यापारिक गतिविधियों को भी गति मिलेगी। सड़क के चौड़ा होने से यात्रा समय घटेगा और दुर्घटनाओं में कमी आने की उम्मीद है।
कृषि, उद्योग और व्यापार को मिलेगा बढ़ावा
यह हाईवे सूरतगढ़ और श्रीगंगानगर जैसे कृषि प्रधान जिलों को जोड़ता है। फोरलेन सड़क बनने से कृषि उत्पादों, वस्त्र उद्योग और खाद्य प्रसंस्करण इकाइयों को बड़े बाजारों तक बेहतर पहुंच मिलेगी। इससे किसानों और स्थानीय उद्यमियों को सीधा लाभ होगा और लॉजिस्टिक लागत में कमी आएगी।
पर्यटन और ग्रामीण विकास को नई गति
बेहतर सड़क नेटवर्क से इस क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलेगा। साथ ही ग्रामीण इलाकों की कनेक्टिविटी मजबूत होने से शिक्षा, स्वास्थ्य और रोजगार के अवसरों तक लोगों की पहुंच आसान होगी। सतत परिवहन प्रणाली के लिहाज से भी यह परियोजना अहम मानी जा रही है।
रोजगार सृजन और आर्थिक विकास
हाईवे निर्माण के दौरान और उसके बाद स्थानीय स्तर पर रोजगार के नए अवसर पैदा होंगे। सड़क किनारे व्यापार, ढाबे, लॉजिस्टिक हब और सेवा क्षेत्र में निवेश बढ़ने की संभावना है, जिससे क्षेत्रीय अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी।
राजस्थान को मिलेगा विकास का नया रास्ता
उप मुख्यमंत्री दिया कुमारी ने कहा कि एनएच-62 के सुदृढ़ीकरण से न केवल राष्ट्रीय सुरक्षा मजबूत होगी, बल्कि राजस्थान विकास और समृद्धि की नई राह पर आगे बढ़ेगा। यह परियोजना सीमावर्ती जिलों के समग्र विकास में मील का पत्थर साबित होगी। कुल मिलाकर, सूरतगढ़–श्रीगंगानगर हाईवे का फोरलेन होना राजस्थान के लिए रणनीतिक, आर्थिक और सामाजिक—तीनों दृष्टियों से एक बड़ी उपलब्धि माना जा रहा है।