सब्जियों मे रुलाया खून के आँसू, आटा, चावल, दाल के एक साल में रेट पहुंचे कहा 

 

The Chopal : जैसा कि हम जानते हैं देश में महंगाई का दौरा काफी तेजी से चल रहा है. 1 साल पहले अरहर की दाल का औसतन खुदरा मूल्य 114.49 रुपए से बढ़कर 148.50 रुपए प्रति किलो हो गया है. सरसों के तेल में करीबन 13 परसेंट गिरावट देखने को मिली है. आलू 260 से बढ़कर ऑस्टिन 23.83 रुपए प्रति किलो हो गया है. 

बीते 1 साल में आटा चावल दाल के भाव में लगातार बढ़ोतरी हुई है. अनाजों की बात की जाए तो अरहर की दाल में सबसे ज्यादा बढ़ोतरी हुई है. इसके बाद दूसरा नंबर आता है चावल का, जिस तरह सरसों सोयाबीन सूरजमुखी और पाम ऑयल ने लोगों को राहत दी है, वही आलू प्याज और टमाटर के दाम काफी चढ़े हैं. 

दालों ने दी राहत: उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट के अनुसार, अरहर दाल की औसत खुदरा कीमत पिछले एक वर्ष में 114.49 रुपये प्रति किलो से 148.50 रुपये प्रति किलो हो गई। इस अवधि में इसमें करीब ३० प्रतिशत का उछाल हुआ है। साथ ही मूंग दाल 10.52% और उड़द दाल 14.34% महंगा हुआ है। इसमें सिर्फ मसूर दाल सस्ता है। वह भी केवल 1.03% है। इस दौरान आटा केवल 4.57% महंगा हुआ है।

तेल हुए फेल खाद्य तेलों की बात करें तो इस साल उनकी कीमतें बहुत कम हो गईं। साल भर में सरसों तेल की कीमत करीब 13% गिर गई है। वनस्पति तेल में लगभग 7% की कमी आई है। सूरजमुखी का तेल 19 प्रतिशत सस्ता हुआ है, जबकि सोया तेल लगभग 13 प्रतिशत सस्ता हुआ है। पाम ऑयल 9 फीसद सस्ता हुआ है।

आलू-प्याज और टमाटर उछले आवश्यक वस्तुओं में शामिल हैं, पिछले एक साल में आलू की कीमत 26 प्रतिशत से अधिक चढ़कर औसतन 23.83 रुपये प्रति किलो हो गई है। एक वर्ष पहले प्याज 23.30 रुपये था, जो अब 32.39 रुपये पर पहुंच गया है। यह 39% बढ़ा है। टमाटर का मूल्य एक साल में 36 प्रतिशत बढ़ाकर करीब 33 रुपये पर पहुंच गया है।

उपभोक्ता मंत्रालय की वेबसाइट पर प्रकाशित आंकड़ों के अनुसार, नमक की कीमत में पांच फिसद से अधिक की वृद्धि हुई है। गुड़ की वृद्धि भी साढ़े सात प्रतिशत है। चीनी की कीमत 6% से अधिक गिर गई है। 3.50 प्रतिशत की दर से दूध की कीमत बढ़ी है।

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