किसान इस फल की खेती पर 60 हजार खर्च कर कमा रहा लाखों का मुनाफा, 70 दिन में हो जाता है पक कर तैयार

Muskmelon Farming :किसान साथी पारंपरिक खेती को छोड़ें, सब्जियों में फल की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, यह खेती किसान के लिए एक नगदी फसल मानी जाती है, क्योंकि पिछले साल ग्वार और कॉटन की फसल में किसानों को कोई ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ था.
 

The Chopal, Muskmelon Farming : किसान साथी पारंपरिक खेती को छोड़ें, सब्जियों में फल की खेती को बढ़ावा दे रहे हैं, यह खेती किसान के लिए एक नगदी फसल मानी जाती है, क्योंकि पिछले साल ग्वार और कॉटन की फसल में किसानों को कोई ज्यादा मुनाफा नहीं हुआ था, इसलिए किसानों ने तरबूज, खरबूजा, ककड़ी, खीरा, घिया और तोरी की खेती काफी ज्यादा कर रहे हैं,  वही हम बात कर रहे हैं हजारीबाग के किसान जो ताइवान खरबूजे की खेती कर लाखों का मुनाफा कमा रहा है साथी दूसरे किसानों को भी इस खेती के लिए प्रेरित कर रहा है, बाकी वह भी इस फसल की खेती करके मालामाल हो जाए, किसान का कहना है कि हजारीबाग में खरबूजे की फसल बहुत कम बोते है, जिसकी वजह से किस को अच्छा रेट मिल जाता है, साथ ही  किसान ने बताया कि  उसने यह आइडिया यूट्यूब से सीखा था उसके बाद खरबूजे की खेती शुरू कर दी, अबकी बार किसान को खरबूजे की खेती करते हुए तीसरा साल है

झारखंड में हजारीबाग के कटकमदाग प्रखंड के धरहरा गांव के किसान साथी राजू मेहता ने अपने एक एकड़ जमीन में मीठे और रसदार  खरबूजे की फसल बोई है. राजू मेहता को अच्छा मुनाफा हुआ है और सारा फल नगदी बिक जाता है. पिछले वर्षों में हजारीबाग में खरबूजे की खेती नहीं हुआ करती थी. किसान ने बताया कि खेत में 15 फरवरी को खरबूजे की खेती लगाई गई थी. पौधे से 60-70 दिनों में फल आने लगे.

आगे किसान ने बताया कि वह झारखंड में पिछले तीन वर्षों से वह ताइवानी खरबूजा की खेती कर रहे हैं. खेती का तरीका किसान ने यूट्यूब के माध्यम से सीखा था. क्योंकि, खरबूजा की खेती हजारीबाग जिले में बहुत कम किसान करते है. इस कारण यहां के किसानों के पास खरबूजे की फसल को लेकर जानकारी की कमी थी. ऐसे में उन्होंने यूट्यूब से खेती सीखकर जिले में मिसाल पेश की है.