UP में सालों का इंतजार खत्म, 62.5 किलोमीटर की नई रेल लाइन बिछाने का फाइनल सर्वे मंजूर

UP: रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि उत्तर प्रदेश में एक और 63.5 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन को लेकर फाइनल लोकेशन सर्वे स्वीकृत हो चुका है. अब इसके लिए डीपीआर बनाने की तैयारियां तेजी से हो रही है.
 

TheChopal, UP News: उत्तर प्रदेश में संसद सत्र के दौरान एक नई रेल लाइन बिछाने को लेकर जानकारी मिली है. मेरठ से लेकर बिजनौर तक नई रेलवे लाइन बिछाने को लेकर हापुड़ के सांसद अरुण गोविल के एक सवाल के जवाब में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने बताया कि मेरठ-हस्तिनापुर-बिजनौर नई रेलवे लाइन बिछाने के लिए फाइनल लोकेशन सर्वे का कार्य स्वीकृत हो गया है.

4 दशकों की मांग

इस रेल लाइन की मांग पिछले 4 दशकों से की जा रही थी. इस प्रोजेक्ट को लेकर पहले भी दो बार संसद में मांग उठाई गई थी. उसे दौरान बिजनौर के सांसद चंदन सिंह चौहान ने अश्विनी वैष्णव को पत्र भी लिखा था. परंतु अब फाइनल लोकेशन सर्वे की मंजूरी मिल जाने के बाद यहां के लोगों के लिए उम्मीद की किरण जगी है.

संसद सत्र में रेल मंत्री ने दिया जवाब

30 जुलाई को संसद सत्र के बीजेपी सांसद अरुण गोविल के एक सवाल पर रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने जवाब दिया. इस दौरान उन्होंने कहा मेरठ शहर रेलवे स्टेशन को संवारने का काम भी जल्द शुरू हो जाएगा. साथ ही उन्होंने मेरठ हस्तिनापुर बिजनौर के बीच 63.5 किलोमीटर लंबी रेल लाइन बिछाने को लेकर कहा की इसका फाइनल लोकेशन सर्वे मंजूर हो चुका है.

हो सकता है आने वाले कुछ सालों में यह रेल लाइन बिछाई जा सकती है. अश्विनी वैष्णव ने कहा की मेरठ से बिजनौर तक जाने वाले यात्रियों को हापुड़ से ट्रेन बदलनी पड़ती है. परंतु यह 63.5 किलोमीटर लंबी नई रेल लाइन बीच जाने के बाद मेरठ, दौराला, हस्तिनापुर के यात्री सीधे बिजनौर तक सफर कर सकेंगे. नई रेल लाइन परियोजना की डीपीआर बनाने को लेकर तैयारियां शुरू कर दी गई है.

रेल सेवाओं से जुड़ेंगे पश्चिमी यूपी के जिले

पिछले कई सालों से हस्तिनापुर में नई रेल लाइन बिछाने और एक नया रेलवे स्टेशन बनाने की मांग जोरों पर थी. इस शहर से महाभारत काल का इतिहास जुड़ा हुआ है और साथ ही जैन धर्म का तीर्थ स्थल भी है. यह रेल लाइन पश्चिमी उत्तर प्रदेश के जिलों को आपस में जोड़ने का काम करेगी. जिससे यहां बसी लाखों की आबादी को रेल सुविधाओं का लाभ मिलेगा.