उत्तराखंड के 2645 गांवों की बदलेगी तस्वीर, बनेगी 9500 किलोमीटर की सड़कें
Dehradun News : उत्तराखंड के 2645 गांव में अब वाहन चालक फर्राटेदार सफर का आनंद ले सकेंगे. उत्तराखंड राज्य को रोड इंफ्रास्ट्रक्चर के बड़े प्रोजेक्ट की सौगात मिली है. उत्तराखंड में 9500 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण 2645 गांव में करवाया जाएगा. इस परियोजना की निगरानी के लिए एप का प्रयोग किया जाएगा.
The Chopal : उत्तराखंड के हजारों गांवों में अब आवागमन कनेक्टिविटी और यातायात की तस्वीर अब बदलने वाली है। राज्य को सड़क इंफ्रास्ट्रक्चर के क्षेत्र में एक बड़ी परियोजना की सौगात मिली है। इस परियोजना के तहत राज्य के 2645 गांवों में लगभग 9500 किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण किया जाएगा। इस पहल से दूर-दराज के ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को बेहतर संपर्क सुविधा मिल सकेगी और आर्थिक व सामाजिक विकास को नई गति मिलेगी।
9500 किलोमीटर की सड़कें बनाने का लक्ष्य
बता दे की 2645 गांवों को उत्तराखंड में प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना-4 से सड़कों से जोड़ने का लक्ष्य है। मुख्य सचिव ने सड़क निर्माण की गति और गुणवत्ता दोनों में सुधार करने के निर्देश दिए। पिथौरागढ़ में दूरस्थ गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी के लिए सड़कों को प्राथमिकता दी गई। इंस्पेक्ट टू परफेक्ट ऐप योजना की निगरानी करता है। राज्य में 2645 गांवों को शामिल करते हुए 9500 किलोमीटर की सड़कें बनाने का लक्ष्य प्रधानमंत्री ग्राम सड़क योजना (PMGSY)-4 है। पहले चरण में, 1370 किलोमीटर की 212 सड़कों की डीपीआर मंजूर की गई है, जिन पर काम चल रहा है। बीते शुक्रवार को सचिवालय में मुख्य सचिव आनंद बर्द्धन ने पीएमजीएसवाई की समीक्षा की। इस दौरान उन्हें यह सूचना दी गई थी।
गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता
मुख्य सचिव ने पीएमजीएसवाई के अधिकारियों को निर्देश दिया कि वे सड़क निर्माण कार्यों की गुणवत्ता पर विशेष ध्यान दें और उनकी प्रगति को तेजी से बढ़ाना सुनिश्चित करें। उन्होंने अधिकारियों को बताया कि पिथौरागढ़ के दुर्गम क्षेत्र में कुछ गांवों में इंटरनेट कनेक्टिविटी की आवश्यकता होती है, जिसके लिए सड़क की आवश्यकता होती है। उन्हें भी पीएमजीएसवाई से जुड़ने के लिए दूरस्थ गांवों को सड़क से वंचित करने के लिए होमवर्क करने और इस संबंध में तत्काल कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए।
पीएजीएसवाई के अधिकारियों ने बैठक में राज्य में इस योजना की भौतिक प्रगति भी बताई। बताया कि विभाग ने इंस्पेक्ट टू परफेक्ट एप बनाया है, जिससे योजना को समय पर देखा जा सकता है। सचिव राधिका झा, सी रविशंकर और श्रीधर बाबू अद्दाकी, साथ ही अपर सचिव अभिषेक रोहेला भी बैठक में उपस्थित रहे।