बदलने वाली है रेलवे की तस्वीर, Super App से काम हो जाएगा आसान, यात्रियों को मिलेगा लाभ

Indian Railways Mega Plan: भारतीय रेलवे को बेहतर बनाने का एक योजना बनाई है। रेलवे अधिकारियों ने हाल ही में एएनआई को बताया कि अगले सौ दिनों में नई सरकार के गठन के बाद रेलवे में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। अगले पांच सालों में 10 से 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश करके रेलवे को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस बनाने की योजना है। यात्रियों को मिलने वाली सुविधाओं को जानें।
 

The Chopal, Indian Railway : 2024 के लोकसभा चुनाव के बाद, भारतीय रेलवे ने 100 दिन की एक योजना बनाई है। रेलवे का लक्ष्य अधिक से अधिक सुविधाएं देकर यात्रियों को बेहतर सफर देना है। रेलवे ने 100 दिन की एक योजना बनाई है, जिसमें 24 घंटे की टिकट रिफंड स्कीम, तीन इकोनॉमिक कॉरिडोर और स्लीपर वंदे भारत ट्रेन शामिल हैं।

रेलवे अधिकारियों ने हाल ही में एएनआई को बताया कि अगले सौ दिनों में नई सरकार के गठन के बाद रेलवे में कई महत्वपूर्ण बदलाव होंगे। रेलवे के 100 दिन के कार्यक्रम में क्या-क्या योजनाएं हैं? टिकट रिफंड की नवीनतम योजना में यात्रियों को 24 घंटे में पैसे वापस मिलेंगे। टिकट कैंसिल होने पर पैसे वापस आने में आमतौर पर तीन दिन से एक सप्ताह तक का समय लगता है। दर्जी की दुकान से शुरू होकर, अब 1.3 बिलियन डॉलर की नेट वर्थ वाली देश की सबसे बड़ी लिस्टेड संपत्ति कंपनी का मालिक जानें

रेलवे भी एक सुपर ऐप लाने की तैयारी में है। इस ऐप में रेलवे से जुड़ी सभी सेवाओं की जानकारी मिलेगी। यात्रियों को टिकट बुकिंग, कैंसिलेशन, लाइव ट्रेन ट्रैकिंग और ट्रेन से खाना भी मिलेगा। नई सरकार के 100 दिन के एजेंडा में रेलवे बीमा भी शामिल होगा। सभी रेल यात्रियों को PM Rail Yatri Bima Yojana मिलेगा। साथ ही, अगले पांच सालों में 10 से 12 लाख करोड़ रुपये का निवेश करके रेलवे को विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस बनाने की योजना है।

वंदे भारत ट्रेन देश भर में

वंदे भारत ट्रेनों को देश भर में तीन कैटिगिरी में चलाना सबसे बड़ा और विशिष्ट प्रोजेक्ट है। वास्तव में, रेलवे 100 किलोमीटर से कम की दूरी पर मेट्रो, 100 से 550 किलोमीटर की दूरी पर चेयर कार और 550 किलोमीटर से अधिक की दूरी पर स्लीपर ट्रेन चलाने की योजना बना रहा है।

आपको बता दें कि वर्तमान में देशभर में लगभग पच्चीस रूट्स पर वंदे भारत ट्रेन सेवाएं चलायी जाती हैं। मुंबई-अहमदाबाद बुलेट ट्रेन भी अप्रैल 2029 तक शुरू होने की उम्मीद है। रेलवे उत्तरी, दक्षिणी और पूर्वी भारत में तीन और बुलेट ट्रेन परियोजनाओं को शुरू करने पर विचार कर रहा है।

नवीन आर्थिक कॉरिडोर

ध्यान देने योग्य है कि रेलवे ने 40,000 किलोमीटर से अधिक क्षेत्र को कवर करने वाले तीन इकोनॉमिक कॉरिडोर बनाने की योजना भी बनाई है। इसके लिए अधिकतम १० लाख करोड़ रुपये का निवेश आवश्यक है।

रेलवे का लक्ष्य निजी भागीदारी से 1300 से अधिक स्टेशनों को आधुनिक बनाना है। इन अपग्रेड किए जाने वाले स्टेशनों में विश्वस्तरीय सुविधाएं होंगी, जैसे शॉपिंग मॉडल और वेटिंग लॉन्ज।

साथ ही, मेट्रो नेटवर्क को नए शहरों में प्रवेश करने का लक्ष्य है। फिलहाल, दो दर्जन बड़े शहरों में मेट्रो या तो चल रही है या काम कर रही है। 100 दिन के एजेंडे का लक्ष्य मेट्रो को अधिक शहरों तक लाना है।

RAPID रेल के अलावा, रेलवे की योजना कई अतिरिक्त हाई-फ्रीक्वेंसी ट्रेन चलाने की है। ध्यान दें कि दिल्ली से मेरठ के बीच रैपिड रेल सेवा शुरू हो चुकी है, लेकिन अभी यह सिर्फ थोड़ी दूरी चलती है।

नई सरकार के गठन के बाद पिछले हफ्ते कैबिनेट सेक्रेटरी की अध्यक्षता में हुई एक मीटिंग में विभिन्न मंत्रालयों और सरकारी विभागों ने 100 दिन का एजेंडा पेश किया।