UP का हापुड़ बनने जा रहा इंडस्ट्रीयल हब, 300 कंपनियां लगाएगी अपनी यूनिट

UP : एनसीआर का औद्योगिक हब बनने के लिए हापुड़ ने कदम बढ़ा दिए है। दिल्ली रोड स्थित प्रकाश रेजेंसी में मंगलवार को डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया गया। इसमें देश-विदेश की 350 से ज्यादा कंपनियों ने 23 हजार करोड़ निवेश प्रस्ताव के एमओयू पर साइन किए। इसमें तीन हजार करोड़ का निवेश गढ़मुक्तेश्वर को टूरिज्म के रूप में विकसित करने और 20 हजार करोड़ एमएसएमई के प्राप्त हुए हैं। जनपद में 300 से ज्यादा यूनिट स्थापित होंगी। इससे हापुड़ इंडस्ट्रीयल हब के रूप में विकसित होगा।
 

UP : डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट की जिला उद्योग विभाग व जिला प्रशासन काफी समय से तैयारी कर रहे थे। इसके लिए हापुड़ की एमएसएमई को 2 हजार करोड़ का लक्ष्य मिला था, लेकिन मंगलवार को आयोजित डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट में जनपद को 23 हजार करोड़ निवेश के प्रस्ताव मिले।

इंडियन इंडस्ट्रीज एसोसिएशन ने प्राइवेट इंडस्ट्रियल पार्क बनाने के लिए एक हजार करोड़, शिवा शंकर इंडस्ट्री द्वारा 350 करोड़ का डेवलप इंडस्ट्री पार्क, सन फेब टैक्स प्राइवेट लिमिटेड द्वारा वेयर हाउस व लॉजिस्टिक के लिए 300 करोड़ और आनंदा डेयरी द्वारा 650 करोड़ का प्रस्ताव 25 चिलिंग प्लांट लगाने के लिए दिया गया है।

डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट के मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश सरकार राज्यमंत्री स्वतंत्र प्रभार नरेन्द्र कश्यप, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, विधायक विजयपाल सिंह, विधायक धौलाना धर्मेश तोमर, जिलाध्यक्ष उमेश राणा ने फीता काटकर शुभारंभ किया। राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सरकार में उत्तर प्रदेश को एक डॉलर इकोनॉमी बनाने का सपना देखा गया है। इसी के तहत ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट का आयोजन किया जा रहा है। इसमें देश-विदेश के निवेशक रूचि ले रहे हैं। इसी का परिणाम है कि सभी सेक्टरों में लाखों हजारों करोड़ का निवेश आ रहा है।

सांसद राजेन्द्र अग्रवाल ने कहा कि उद्योग लगाने के लिए सरकार हर सुविधा दे रही है। उद्यमियों की सुरक्षा के लिए आज उत्तर प्रदेश सरकार तत्पर है। इसी का नतीजा है कि उत्तर प्रदेश औद्योगिक क्षेत्र के रूप में तेजी से आगे बढ़ रहा है। डीएम मेधा रूपम ने कहा कि हापुड़ में 2 हजार से अधिक औद्योगिक इकाइयां है। अब 23 हजार करोड़ निवेश आने से हापुड़ एनसीआर का औद्योगिक हब बनने की तरफ बढ़ चला है।

सीडीओ प्रेरणा सिंह ने कहा कि आज उत्तर प्रदेश के साथ हापुड़ की धमक विदेशों तक है। हापुड़ में निवेश के लिए देश ही नहीं, ब्लकि विदेशी कंपनियां भी इच्छुक है। एसपी अभिषेक वर्मा ने कहा कि जनपद में शांति का मौहाल है। इस कारण हापुड़ औद्योगिक हब बनेगा। पुलिस-प्रशासन निवेशकों की हर संभव मदद के लिए तत्पर है।

विदेशी कंपनियां करेंगी निवेश

साउथ कोरिया, डेनमार्क, साउदी अरबिया, कुवैत, यूएसए, कनाडा, ऑस्ट्रेलिया की कंपनी भी जनपद में निवेश करेंगी। डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स के पहले दिन साउथ कोरिया की कंपनी के प्रतिनिधियों ने समिट में शामिल होकर एमओयू साइन किए। इस दौरान उन्होंने अपनी अनुभवों को भी साझा किया।

औद्योगिक नीतियों की जानकारी

डिस्ट्रिक इन्वेस्टर्स समिट में सभी विभागीय अधिकारियों ने अपने-अपने विभाग की औद्योगिक नीतियों की जानकारी दी। इस दौरान समिट स्थल पर स्टॉल लगाई गई। जहां राज्यमंत्री, जनप्रतिनिधियों व उद्योग जगत से पहुंचे लोगों ने सरकार की नीतियों की जानकारी ली। इस दौरान स्टॉल पर उपलब्ध विभाग के उत्पादों की प्रशंसा की।

निवेशकों में रहा उत्साह का माहौल, अनुभव बताए

डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट में भविष्य और वर्तमान की संभावनाओं पर उद्यमियों ने अपने अनुभव को साझा किया। बायोगैस से बने ईंधन की गुणवत्ता बाजार में उपलब्ध होने से सीएनजी बेहतर होने, फूड प्रोसेसिंहग यूनिट से खाद्य पदार्थो की शुद्धता, उद्यमियों को सरकार व स्थानीय प्रशासन द्वारा दी जा रही सुविधा की जानकारी दी। इससे निवेशकों में खासी उत्साह रहा।

नीति संग्रह पुस्तक का विमोचन

डिस्ट्रिक इंवेस्टर्स समिट में नीति संग्रह पुस्तक का राज्यमंत्री व जिले के प्रभारी मंत्री नरेन्द्र कश्यप, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, विधायक धर्मेश तोमर, विजयपाल सिंह, जिलाध्यक्ष उमेश राणा, डीएम मेधा रूपम, एसपी अभिषेक वर्मा, सीडीओ प्रेरणा सिंह, एडीएम श्रद्धा शांडिल्ययान, एसडीएम सुनीता सिंह ने डिस्ट्रिक समिट पर आधारित नीति संग्रह पुस्तक का विमोचन किया।

ये जनप्रतिनिधि रहे शामिल

राज्यमंत्री नरेन्द्र कश्यप, सांसद राजेन्द्र अग्रवाल, भाजपा व्यापार प्रकोष्ठ के प्रदेश संयोजक विनीत शारदा, जिंप अध्यक्षा रेखा नागर, जिलाध्यक्ष उमेश राणा, विधायक विजयपाल सिंह, विधायक धौलाना धर्मेश तोमर, जिला महामंत्री पुनित गोयल आदि शामिल रहे।

कहां कितना होगा निवेश:

उद्यमी का नाम फर्म इंवेस्टमेंट
जेपी कौशिक आईआईए इंडस्ट्रीयल पार्क 1000 करोड़
राधेश्याम दीक्षित आनंद डेयरी 650 करोड़
सुनील अरोड़ा शिव शंकर इंडस्ट्रीज 350 करोड़
शाश्वत गोयल दिया लैंड क्राफ्ट प्राइवेट लिमिटेड 100 करोड़
नीरज गोयल लॉजी इंटरनेशनल 150 करोड़
सौरभ कंसल केपिटल लॉजिस्टिक 170 करोड़
राहुल गर्ग जेआर वेयर हाउंसिंग 300 करोड़
उदित सिंघल वृंदावन टैक्स फैब 2400 करोड़
निशांत गर्ग यूरिका बिल्डर्स प्राइवेट लिमिटेड 510 करोड़
जाकिर हुसैन सरवोकॉन सिस्टम लिमिटेड 215 करोड़
मुकैश चंद गर्ग लकी टाइल्स और सेनेट्ररी 125 करोड़
अरविंद अग्रवाल पसवाड़ा होटल एंड रिसोर्ट 125 करोड़
अपूर्व कंसल विराज ऑटो लिंक प्राइवेट लिमिटेड 100 करोड़
रजत अग्रवाल हापुड़ डेवलपर्स लिमिटेड 80 करोड़
अरविंद अग्रवाल पसवाड़ा एनर्जी 60 करोड़
मुकेश चंद गर्ग लकी टाइल्स 125 करोड़
रूपेश शर्मा तिरूपति ट्रेडर्स 100 करोड़
नरेन्द्र अग्रवाल ग्रीन बुलटैक 100 करोड़
अनूप अग्रवाल रूद्रा रियल स्टेट 100 करोड़
विपिन त्यागी ग्रीन स्पेस वेयरहाउस 63 करोड़