उत्तर प्रदेश के इस जिले का सफाई मित्रों का मॉडल पूरे UP में होगा लागू, जनता होगी निहाल 
 

UP News : गोरखपुर नगर निगम ने सफाई मित्रों की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा के लिए बनाया गया माडल राज्य भर में लागू होगा। पिछले कुछ दिनों में, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने निगम की इस कार्रवाई की खुले तौर पर प्रशंसा की थी।

 

Safai Mitra Model: गोरखपुर नगर निगम ने सफाई मित्रों की आर्थिक और सामाजिक सुरक्षा के लिए बनाया गया माडल राज्य भर में लागू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पिछले दिनों सफाई मित्र सुरक्षा और सम्मान समारोह में निगम की इस पहल की सराहना की। सीएम की मंशा के अनुसार, नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने एक फरवरी को नगर विकास विभाग के प्रमुख सचिव अमृत अभिजात्य की अध्यक्षता में सभी 15 नगर निगम के अधिकारियों को ऑनलाइन प्रजेंटेशन दिया। प्रमुख सचिव ने सभी नगर निगमों को इसे अपने क्षेत्र में प्रभावी ढंग से लागू करने का आदेश दिया है। शासन भी केंद्र सरकार को प्रजेंटेशन भेजा है।

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नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि सफाईमित्रों के लिए नियमित रूप से स्वास्थ्य जांच शिविर लगाए गए। एम्स से हर तीन महीने स्वास्थ्य जांच का अनुबंध किया। क्षमता संवर्धन, राष्ट्रीय कौशल विकास निगम और केंद्रीय सार्वजनिक स्वास्थ्य और पर्यावरण इंजीनियरिंग संगठन के मानक पर कम ब्याज पर ऋण प्रदान करते हैं। शासन की कल्याणकारी योजनाओं, जैसे उज्ज्वला, आयुष्मान कार्ड और पीएम आवास को प्रदान करने पर जोर है। सफाई सहयोगी के निधन पर परिवार के लिए बीमा कवर की व्यवस्था की। बीमा आपको आकस्मिक मेडिकल सहायता प्रदान करता है। ईपीएफ और ईएसआईसी सुविधाएं भी उपलब्ध कराई गई हैं, जो सामूहिक बीमा और PM ज्योति बीमा को कवर करने की कोशिश है।

सफाई मित्र पोर्टल

सफाई मित्र पोर्टल ने सभी सफाई कर्मचारियों की ऑनलाइन उपस्थिति, वेतन, ईएसआईसी और भविष्य निधि, परिवार के सदस्यों और सफाईमित्रों को मिलने वाली सुविधाओं का पता लगाया। इसके अलावा, साफ-सफाई कर्मियों ने साफ-सफाई सहयोगियों को कपड़े और टिफिन बॉक्स की सुविधा दी।

सफाई मित्र कल्याण कोष

नगर आयुक्त गौरव सिंह सोगरवाल ने बताया कि सफाई मित्र कल्याण कोष में सभी अधिकारियों ने अपना एक दिन का वेतन दिया, जो निगम बोर्ड की सहमति से बनाया गया था। इसके अलावा, सीएसआर या संगठनों से मिलने वाले सहयोग पैसे भी इस कोष में डाले जाएंगे। विशेष परिस्थिति में, कोष से दुर्घटना या दिव्यांगता में तत्काल धन मिलेगा। मरने पर एक लाख रुपये की आकस्मिक सहायता दी जाएगी।

भविष्य का अनुमान

श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ, आवासीय सुविधा, न्यूनतम मानदेय, सीएलसी को मजबूत करना, अटल आवासीय विद्यालयों और पीएम श्री विद्यालयों में प्रवेश के लिए आरक्षण, इएसआईसी हास्पिटल की संख्या को बढ़ाना, आयुष्मान कार्ड और ई-श्रम पोर्टल पर पंजीयन करना और श्रम विभाग की योजनाओं का लाभ।

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