84 गांवों की जमीन अधिग्रहण कर बसेगा NCR का ये नया शहर, मास्टर प्लान हुआ तैयार

NCR - 84 गांवों की जमीन पर एनसीआर का नया शहर बसाया जाएगा। मिली जाकारी के मुताबिक आपको बता दें कि 20 हजार 911 हेक्टेयर जमीन पर डेवलेप किया जाएगा..
 

Noida New City : नया नोएडा बसाने की तैयारी पूरी हो गई है। बुलंदशहर-दादरी के 84 गांव की जमीन पर बसने वाले नए नोएडा का मास्टर प्लान-2041 लोगों के लिए उपलब्ध करा दिया गया है। मास्टर प्लान की कॉपी नोएडा प्राधिकरण की वेबसाइट के अलावा सेक्टर-6 स्थित प्राधिकरण के स्वागत कक्ष पर उपलब्ध है। लोग 15 अक्टूबर तक इसको लेकर सुझाव एवं आपत्तियां दे सकते हैं। 

स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर ने तैयार किया ड्राफ्ट

शासन के निर्देश पर दादरी-नोएडा-गाजियाबाद-निवेश क्षेत्र (डीएनजीआईआर) को बसाने की जिम्मेदारी नोएडा प्राधिकरण को दी गई है। करीब दो साल की मशक्कत के बाद इसका मास्टर प्लान का ड्राफ्ट स्कूल ऑफ प्लानिंग एंड आर्किटेक्चर नई दिल्ली द्वारा तैयार किया गया है। इस ड्राफ्ट को पिछले महीने हुई बोर्ड बैठक में मंजूरी दी गई थी। अब लोगों से इसको लेकर आपत्ति एवं सुझाव मांगे जाएंगे। अधिकारियों ने बताया कि मास्टर प्लान के ड्राफ्ट की प्रति नोएडा प्राधिकरण के सेक्टर-6 स्थित कार्यालय के स्वागत कक्ष में सुबह साढ़े नौ से शाम छह बजे तक देखी जा सकती है। इसके अलावा प्राधिकरण की वेबसाइट पर भी उपलब्ध है। लोग मास्टर प्लान को लेकर आपत्ति या सुझाव 15 अक्तूबर तक दे सकते हैं। 

सीईओ को भी दे सकेंगे सुझाव और आपत्ति

क्षेत्र के लोग सीईओ की ईमेल पर आपत्तियां और सुझाव देने के अलावा सीईओ को संबोधित करते हुए पत्र के माध्यम से प्राधिकरण के स्वागत कक्ष में भी दे सकते हैं। सुझाव देने वाले व्यक्ति को अपना नाम, पता एवं फोन नंबर की जानकारी देनी होगी। प्राधिकरण अधिकारियों ने बताया कि लोगों के सुझाव या आपत्ति आने के बाद इनको दूर कर नए सिरे से मास्टर प्लान को अंतिम रूप दिया जाएगा। इसके बाद फिर से बोर्ड बैठक में मास्टर प्लान को मंजूरी के लिए रखा जाएगा। फिर शासन में मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। 

उद्योगों के लिए सबसे अधिक जमीन

नोएडा प्राधिकरण के अधिकारियों ने बताया कि नया नोएडा करीब 20 हजार 911 हेक्टेयर में बसाया जाएगा। अधिकारियों ने बताया कि नया नोएडा खासतौर से औद्योगिक क्षेत्र को बढ़ावा देने के लिए बसाया जाएगा। यहां पर सबसे ज्यादा एरिया औद्येागिक क्षेत्र के लिए 40.27 प्रतिशत चिन्हित किया गया है। अधिकारियों ने बताया कि 13.44 प्रतिशत आवासीय, 18 प्रतिशत हरियाली, रिएक्शनल 14.7 प्रतिशत, सड़क, 4.6 प्रतिशत, व्यावसायिक और संस्थागत 8.32 प्रतिशत और 0.59 प्रतिशत वॉटर बॉडी के लिए जगह चिन्हित की गई है।

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