UP और Bihar समेत 4 राज्यों से गुजरेगा ये नया बनने वाला एक्सप्रेसवे, 680 किलोमीटर होगी लंबाई
UP News : इस राजमार्ग की निर्माण के डीपीआर भी तैयार हैं। इस राजमार्ग पर काम अगले साल जनवरी से शुरू हो जाएगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक जाने के समय में काफी कमी आ जाएगी। इसके साथ ही, चारों राज्यों के बीच चलने वाले वाहनों को जाम से छुटकारा मिलेगा।
Uttar Pradesh : देश की यातायात व्यवस्था को मजबूत बनाने और कम समय में अधिक दूरी तय करने के उद्देश्य से निर्मित एक्सप्रेसवे की संख्या लगातार बढ़ती जा रही है। नया राजमार्ग वाराणसी, उत्तर प्रदेश, से शुरू होकर झारखंड की राजधानी रांची तक जाएगा। 28,500 करोड़ रुपये की लागत से बनने वाला यह राजमार्ग 610 किमी लंबा होगा। इस एक्सप्रेसवे के बनने से उत्तर प्रदेश से पश्चिम बंगाल तक जाने के समय में काफी कमी आ जाएगी। इसके साथ ही, चारों राज्यों के बीच चलने वाले वाहनों को जाम से छुटकारा मिलेगा।
सबसे लंबी दूरी उत्तर प्रदेश में और सबसे छोटी बंगाल में कवर होगी
यह उत्तर प्रदेश, बिहार, झारखंड और पश्चिम बंगाल के चार राज्यों को शामिल करेगा। एक्सप्रेसवे की सबसे लंबी दूरी पश्चिम बंगाल में 242 किमी होगी, जबकि उत्तर प्रदेश में सबसे छोटी दूरी सिर्फ 22 किमी होगी। इसका 159 किमी लंबा भाग बिहार से निकलेगा। 7 पैकेजों में पूरा एक्सप्रेसवे बनाया जाएगा। 136.7 किमी की जमीन बिहार में चिन्हित की गई है। ग्रीनफील्ड सिक्सलेन एक्सप्रेसवे नाम होगा। नए वर्ष की शुरुआत में ही इसका निर्माण कार्य जल्दी शुरू हो जाएगा। डीपीआर भी बनाया गया है।
राष्ट्रीय राजमार्ग 19 चंदौली से शुरू होकर उलुबेरिया के पास खत्म होगा
वाराणसी-रांची-कोलकाता एक्सप्रेस चंदौली के बरहुली गांव से वाराणसी रिंग रोड पर शुरू होकर बिहार के चार जिलों कैमूर, रोहतास, औरंगाबाद और गया को पार करेगा। यहां से झारखंड में प्रवेश करेंगे और फिर पश्चिम बंगाल में चतरा, हजीराबाग, रामगढ़, पीटरबार और बोकारो के पांच जिलों को पार करेंगे। नेशनल हाईवे 19 भी उलुबेरिया से होते हुए बंगाल के चार जिलों (पुरुलिया, बांकुरा और आरामबाग) से मिलेगा। इसकी लंबाई झारखंड में 187 किमी होगी।
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27 किमी की सड़क पहले पैकेज में लगभग 994.3 करोड़ रुपये की लागत से बनाई जाएगी। दूसरे पैकैज में भी 27 किमी की सड़क बनाई जाएगी। 851 करोड़ रुपये की लागत से यह बनाया जाएगा। ग्रीनफील्ड सिक्सलेन एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे से भी बड़ा है, जो देश में निर्मित सबसे लंबी सड़क है। जबकि गंगा एक्सप्रेसवे 594 किमी लंबा होगा, इसकी दूरी 610 किमी है। गंगा राजमार्ग पर 18 फ्लाईओवर बन रहे हैं।