MP में ये रेल लाइन बनेगी फोरलेन, 200 से ज्यादा ट्रेनों की रफ्तार होगी तेज

MP News : मध्य प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर की मजबूती की दिशा में प्रशासन की तरफ से एक परियोजना के बारे में सर्वेक्षण करके रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इस परियोजना के तहत एक फोरलेन रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। इसकी लंबाई 41 किलोमीटर रहने वाली है और इस पर 1018 करोड रुपए लागत राशि आने की संभावना है।

 
MP में ये रेल लाइन बनेगी फोरलेन, 200 से ज्यादा ट्रेनों की रफ्तार होगी तेज

Madhya Pradesh News : मध्य प्रदेश में रेलवे इंफ्रास्ट्रक्चर को और मजबूत करने की दिशा में सरकार ने एक अहम कदम उठाया है। राज्य प्रशासन की ओर से एक नई रेलवे परियोजना का सर्वेक्षण कर इसे रेलवे बोर्ड को भेजा गया है। इस प्रस्ताव के तहत रतलाम से नागदा के बीच 41 किलोमीटर लंबी फोरलाइन ब्रॉडगेज रेलवे लाइन बिछाई जाएगी। रतलाम रेलमंडल प्रशासन ने इस परियोजना के बारे में सर्वेक्षण करके रेलवे बोर्ड को सब कुछ भेजा था। अब स्वीकृति दी गई है। दूसरे चरण में गोधरा और रतलाम के बीच एक फोरलेन लाइन बनाई जाएगी। मार्च 2026 से इस रेलवे ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ट्रैक को मजबूत करने और कर्वों को खत्म करने के लिए अतिरिक्त कार्य किए जाएंगे।

तीसरी और चौथी रेलवे लाइनों को बनाने के लिए भी तेजी से काम

दिल्ली-मुंबई रेलवे में ट्रेनों की स्पीड को बढ़ाने के साथ-साथ तीसरी और चौथी रेलवे लाइनों को बनाने के लिए भी तेजी से काम हो रहा है। पहले, रतलाम से नागदा जंक्शन के बीच एक रेलवे लाइन बनाई जाएगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने दो बहुराष्ट्रीय परियोजनाओं को मंजूरी दी। इसमें वर्धा-बल्हारशाह के बीच तीसरी लाइन और रतलाम-नागदा के बीच चौथी लाइन शामिल है।

खंडवा-आलीराजपुर रेलवे लाइन, खरगोन और बड़वानी मार्ग सर्वे को मंजूरी

रतलाम रेलमंडल प्रशासन ने इस परियोजना के लिए सर्वेक्षण करके रेलवे बोर्ड को सभी विवरण भेजे हैं। अब स्वीकृति दी गई है। दूसरे चरण में गोधरा और रतलाम के बीच एक फोरलेन लाइन बनाई जाएगी। मार्च 2026 से इस रेलवे ट्रैक पर 160 किमी प्रति घंटा की स्पीड से ट्रेन चलाने के लिए रेलवे ट्रैक को मजबूत करने और कर्वों को खत्म करने के लिए अतिरिक्त कार्य किए जाएंगे। मल्टी-माडल कनेक्टिविटी के लिए पीएम-गति शक्ति राष्ट्रीय मास्टर प्लान ने ये परियोजनाएं उत्पन्न की हैं।

इससे दिल्ली, उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में रेल संपर्क मजबूत होगा। कोयला, सीमेंट, क्लिंकर, जिप्सम, फ्लाई ऐश, कंटेनर, कृषि सामग्री और पेट्रोलियम उत्पादों का परिवहन इन रेलमार्गों से होता है। इससे लागत, तेल आयात और कार्बन डाइआक्साइड उत्सर्जन कम होंगे।

रतलाम–नागदा फोर लाइन रेलवे प्रोजेक्ट का विवरण

विवरण     जानकारी
लंबाई     41 किलोमीटर
कुल अनुमानित लागत     ₹1018 करोड़
लाइनें     तीसरी और चौथी नई ब्रॉडगेज रेललाइन
अलाइनमेंट     मौजूदा दोहरी लाइन से थोड़ा हटकर
संभावित नए स्टेशन     कुछ नए स्टेशन प्रस्तावित
निर्माण लक्ष्य वर्ष    2029–30 तक कार्य पूर्ण करना

इस प्रोजेक्ट से संभावित लाभ

ट्रैफिक संतुलन

मालगाड़ियों और यात्री ट्रेनों के संचालन में टकराव नहीं होगा।

समयबद्धता में सुधार आएगा, खासकर लंबे दूरी की ट्रेनें देरी से बचेंगी।

संचालन क्षमता में वृद्धि

अधिक ट्रेनों का संचालन संभव होगा।

व्यस्त मार्गों पर भी ट्रेनों का फ्लो बेहतर रहेगा।

आर्थिक लाभ

माल ढुलाई तेज होने से व्यापार को फायदा मिलेगा।

रेलवे की आय बढ़ेगी, जिससे अन्य विकास कार्यों में भी निवेश संभव होगा।

नवीन ट्रेन सेवाओं की संभावना

भविष्य में वंदे भारत, सेमी-हाईस्पीड ट्रेनों के संचालन के रास्ते खुलेंगे।

नई ट्रेन सेवाओं की शुरुआत से यात्रियों को विकल्पों में वृद्धि मिलेगी।