Bihar के इस घूमने वाले स्थान पर गोवा से भी अधिक तादाद में आ रहे पर्यटक
Bihar : बिहार में पर्यटन (Bihar Tourism) की बेहतर संभावनाएं हैं। इस दिशा में सरकार ने काम शुरू कर दिए हैं। परिणाम भी सामने आने लगे हैं। ऐसे में खास बात यह है कि बिहार विदेशी पर्यटकों का बड़ा हब (Big Hub of Foreign Tourists) बनता दिख रहा है। राज्य विदेशी पर्यटकों के मामले में देश के टाप-10 राज्यों में शामिल हो गया है। इस मामले में इसने इंटरनेशनल टूरिस्ट डेस्टीनेशन गोवा (Goa Tourism) को भी पछ़ाड दिया है। बिहार धार्मिक पर्यटन (Religious Tourism) का बड़ा हब बनता दिख रहा है।
टाप-10 राज्यों में नौवें स्थान पर बिहार, गोवा का 10वां स्थान-
विदेशी पर्यटक केंद्रीय पर्यटन मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार बिहार में विदेशी पर्यटकों का आगमन बढ़ा है। विदेशी पर्यटकों के मामले में यह देश के टॉप-10 राज्यों में शामिल हो गया है। आंकड़ों के अनुसार सवार्धिक विदेशी पर्यटक महाराष्ट्र (Maharashtra Tourism) आ हैं, जो कुल विदेशी पर्यटकों के 17.6 प्रतिशत हैं।
दूसरे नंबर पर आने वाले तमिलनाडु (Tamilnadu Tourism) में कुल विदेशी पर्यटकों के 17.1 प्रतिशत आ रहे हैं। तीसरे नंबर पर आने वाले बिहार के पड़ोसी राज्य उत्तर प्रदेश (UP Tpurism) में देश के 12.4 प्रतिशत विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। बिहार आने वाले विदेशी पर्यटकों की संख्या देश के कुल विदेशी पर्यटकों का 4.3 प्रतिशत है। जबकि, गोवा में कुल विदेशी पर्यटकों के 4.2 प्रतिशत आ रहे हैं। स्पष्ट है कि गोवा का स्थान बिहार के बाद में है। टाप-10 राज्यों में बिहार नौवें तो गोवा 10वें स्थान पर है।
टाप-10 राज्यों में आ रहे कुल 87.6 प्रतिशत विदेशी पर्यटक-
टाप-10 राज्यों में देश के कुल 87.6 प्रतिशत विदेशी पर्यटक आ रहे हैं। जबकि, शेष 12.4 प्रतिशत विदेशी पर्यटक अन्य राज्यों में जा रहे हैं। आंकड़ों की बात करें तो कोरोनावायरस संक्रमण काल (CoronaVirus Infection Era) में भारत में विदेशी पर्यटकों की संख्या घटी है। साल 2019 के रिकार्ड तीन करोड़ से अधिक विदेशी पर्यटकों की तुलना में कोरोना संक्रमण के कारण साल 2020 में केवल 17 लाख ही आए।
अब धार्मिक पर्यटन का बड़ा हब बनता दिख रहा है बिहार-
बिहार की बात करें तो यह खासकर धार्मिक पर्यटन का हब बनता दिख रहा है। बिहार आने वाले विदेशी पर्यटकों की सर्वाधिक पसंदीदा जगहें बोधगया (Bodhgaya), राजगीर (Rajgir) व वैशाली (Vaishali) हैं। ये तीनों बौद्ध धार्मिक स्थल हैं, जहां जापान, चीन, थाइलैंड, तिब्बत, कंबोडिया, श्रीलंका आदि देशों के बौद्ध पर्यटक आते हैं। बोधगया में महात्मा बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ था। बौद्ध पर्यटकों के पसंदीदा स्थलों में पूर्वी चंपारण के केसरिया में स्थित बौद्ध स्तूप तथा नालंदा व विक्रमशिला के बौद्ध महाविहार भी हैं। पितृपक्ष के दौरान गया में देश-विदेश से श्रद्धालु आते हैं। इसके अलावा बिहार के पर्यटन स्थलों को देखने के लिए भी दूर-दूर से लोग आते हैं। पूरे देश की बात करें तो विदेशी पर्यटकों में सर्वाधिक 34 प्रतिशत संयुक्त अरब अमीरात से आते हैं।
पर्यटन स्थलों को स्थानीय संस्कृति से जोड़ने की योजना-
बिहार में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए विभाग ने पर्यटन स्थलों को स्थानीय संस्कृति से जोड़ने की योजना बनाई है। इससे पर्यटकों को वहां की समृद्ध संस्कृति की जानकारी मिलेगी। योजना के तहत पर्यटन विभाग मिथिला पेंटिंग, नृत्य, कला, रहन-सहन व खान-पान आदि को पर्यटन स्थलों पर तस्वीरों के माध्यम से दर्शाएगा। पर्यटन विभाग अपने सभी होटल व रेस्टोरेंट को नए सिरे से आकर्षक बना रहा है। होटलों को मिथिला पेंटिंग से सजाया जा रहा है। सुविधाओं व सुरक्षा प्राथमिकता में हैं। पर्यटकों की सुविधा के लिए सभी जिलों में एक-एक पर्यटन केंद्र खोले जाएंगे।
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