Up का यह शहर बना साइबर अपराध का गढ़, हालत हैं बहुत ज्यादा खराब
The Chopal - यूपी के कानपुर शहर में बढ़ रही साइबर धोखाधड़ी, यूपी को बना साइबर अपराधों का सबसे खराब शहर। साइबर फ्रॉड में UP का कानपुर से आगे झांसी है। आधुनिक युग में साइबर अपराधों का आंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बढ़ता हुआ खतरा है और इस बढ़ते हुए खतरे का कानपुर शहर भी सामना कर रहा है। एक नवीन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, कानपुर शहर में साइबर धोखाधड़ी के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जिससे उत्तर प्रदेश को साइबर अपराधों का सबसे खराब शहर माना जा रहा है।
ये भी पढ़ें - UP सरकार ने किया स्कॉलरशिप नियम में बड़ा बदलाव, इन छात्रों को मिलेगा ये बड़ा फायदा
इस सर्वेक्षण के मुताबिक, आईआईटी कानपुर ने रिपोर्ट प्रस्तुत की है, जिसमें साइबर अपराधों की बढ़ती संख्या को आंकड़े के रूप में प्रस्तुत किया गया है। इसके अलावा, सर्वेक्षण ने उन शहरों को भी चिन्हित किया है जो इस खतरे के लिए अधिक विपदा जोन के रूप में पहचाने जा रहे हैं।
रिपोर्ट के मुताबिक, कानपुर के अलावा उत्तर प्रदेश में लखनऊ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, महाराजगंज, सीतापुर, जेवर और गौतम बुद्धनगर भी ऐसे शहरों में शामिल हैं जो साइबर अपराधों की तेजी से बढ़ती संख्या के संकेत के रूप में हैं। कानपुर और मथुरा शहर में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जैसा कि आईआईटी कानपुर के स्टार्टअप फ्यूचर क्राइम रिसर्च फाउंडेशन के सर्वे में प्रकट हुआ है। इस सर्वे में देशभर के साइबर फ्रॉड के मामलों का विश्लेषण किया गया है, जिसमें साइबर अपराध के नए हॉटस्पॉट भी दिखाए गए हैं।
ये भी पढ़ें - इस सब्जी के लिए नहीं पड़ेगी जमीन की जरूरत, उगती है पानी में, औषधीय गुणों से है भरपूर
उत्तर प्रदेश के कानपुर शहर में साइबर फ्रॉड के मामले तेजी से बढ़ रहे हैं, जबकि मथुरा शहर में भी साइबर फ्रॉड की घटनाएं रिपोर्ट की जा रही हैं। इस सर्वे के मुताबिक, उत्तर प्रदेश को साइबर अपराधों का सबसे खराब शहर माना जा रहा है। सर्वे के अनुसार, कानपुर के अलावा उत्तर प्रदेश में लखनऊ, बुलंदशहर, गाजियाबाद, महाराजगंज, सीतापुर, जेवर और गौतम बुद्धनगर भी साइबर अपराधों की तेजी से बढ़ती संख्या के संकेत के रूप में चिन्हित किए गए हैं।
इस सर्वे में दिखाया गया है कि सोशल मीडिया प्लेटफ़ॉर्म्स का उपयोग साइबर अपराधों के मामलों को बढ़ावा देने में भी हो रहा है, खासकर सेक्सटिंग और स्टॉकिंग के मामलों में। इसके अलावा, फेक प्रोफाइल्स और प्रोफाइल हैकिंग भी बढ़ रहे हैं। साइबर अपराधों के खिलाफ सुरक्षा के उपायों को बढ़ावा देने की आवश्यकता है ताकि इस खतरे को नियंत्रित किया जा सके और सामाजिक और आर्थिक हानि से बचा जा सके।"