Toll Tax : अब पूरे देश में नहीं दिखेंगे टोल प्लाज़ा, नई योजना की जल्द होगी शुरूआत 

Toll Tax : नई टोल पॉलिसी लागू होने से सड़क यात्रा और भी आसान हो जाएगी।  इस नई व्यवस्था में बार-बार टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।  ये नई टोल नियम 15 दिन में लागू होंगे

 
 अब पूरे देश में नहीं दिखेंगे टोल प्लाज़ा, नई योजना की जल्द होगी शुरूआत

The Chopal, Toll Tax : नई टोल पॉलिसी लागू होने से सड़क यात्रा और भी आसान हो जाएगी।  इस नई व्यवस्था में टोल प्लाजा पर बार-बार रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।  वाहन गति पकड़ने पर सीधे अपनी मंजिल पर रुक जाएगा।  अगले 15 दिनों में नई नियम लागू होंगे, जिससे टोल प्लाजा में बाधा दूर होगी और लंबी ड्राइव का अनुभव बेहतर होगा।

साल भर तीन हजार रुपये में सफर- 

अब एनुअल नई टोल पॉलिसी के तहत पास होंगे।  यानी एक बार पास बनवाया तो एक साल तक टोल टैक्स नहीं भरना होगा।  सरकार जल्द ही एक टोल पॉलिसी लाने जा रही है जो आपके खर्च को कम करेगा और आपका समय बचाएगा।  सालाना पास से आप बिना रुक-रुक कर हाईवे-एक्सप्रेसवे पर सफर कर सकते हैं।  नए टोल सिस्टम में अब किलोमीटर-आधारित चार्जिंग सिस्टम होगा। 

टैक्स का भुगतान करने का अनुपात चालान के अनुसार होगा-  

नया टोल प्रणाली देश भर में टोल प्लाजा हटेगा।  किलोमीटर पर आधारित चार्जिंग प्रणाली लागू होगी।  यानी आपको टोल टैक्स के लिए जितना किलोमीटर गाड़ी चलाओगे उतना ही भरना होगा।  आपके पास भी सालाना टोल पास की सुविधा होगी।   सरकार की नई नीति के तहत लोगों को 3000 रुपये का एनुअल टोल पास मिलेगा।  फास्टैग को एक बार 3,000 रुपये के लिए रिचार्ज करने पर एक वर्ष तक टोल फ्री होगा।

इसके बावजूद, इसे लेकर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं हुई है।  मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, सरकार नई कार के साथ लाइफटाइम टोल प्लाजा भी बना सकती है।  30 हजार रुपये में 15 वर्ष तक किसी भी टोल प् लाजा पर मुफ्त आना-जाना कर सकते हैं।  लेकिन लाइफटाइम पास पर सहमति नहीं हो पाई है।  यही कारण है कि अगर सब कुछ योजनानुसार हुआ, तो आप कुछ दिनों में टोल प्लाजा पर रुके बिना देश भर में घूम सकेंगे।  नियमित फास्टैग पैसे और समय बचाता है।   

नई टोल नीति—

14 अप्रैल 2025 को, केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने एक कार्यक्रम में कहा कि देश में जल्द ही एक नई टोल नीति लागू होगी।  फिजिकल टोल बूथ जल्द ही हटा दिए जाएंगे।  नया प्रणाली लागू होने पर टोल टैक्स देने के लिए टोल प्लाजा पर रुकने की आवश्यकता नहीं होगी।  सैटेलाइट ट्रैकिंग से टोल स्वयं कट जाएगा।   सैटेलाइट से व्हीकल नंबर प्लेट की पहचान की जाएगी और टोल कट ऑटोमेटिक होगा।  इस नए सिस्टम को मैनुअल टोल संकलन की जरूरत नहीं होगी।