UP में टाउनशिप के लिए 3 महीने में होगा 8 गांवों की जमीनों का अधिग्रहण

UP News : उत्तर प्रदेश के इस जिले में हरनंदीपुरम योजना के लिए जल्द ही जमीन की खरीद शुरू हो जाएगी।  योजना पर कुल 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है। 

 

Uttar Pradesh News: उत्तर प्रदेश के इस जिले में प्रस्तावित हरनंदीपुरम योजना के लिए भूमि अधिग्रहण प्रक्रिया जल्द ही शुरू होने वाली है। इस महत्वाकांक्षी योजना पर लगभग 15,000 करोड़ रुपये खर्च होने का अनुमान है।

हरनंदीपुरम योजना के लिए जल्द ही जमीन खरीद होगी। शासन से जमीन खरीदने के लिए चार सौ करोड़ रुपये मंजूर किए गए हैं। किसानों से सहमति के आधार पर जमीन ली जाएगी। इसके लिए जल्द ही एक समिति बनाई जाएगी। इस बजट से जमीन खरीदने का लक्ष्य मार्च 2025 से पहले ही पूरा होना चाहिए। शासन से मिलने वाला बजट चालू वित्तीय वर्ष में ही खर्च होना चाहिए।

राजनगर एक्सटेंशन के पास बसाया जाना चाहिए। योजना पर अनुमानित 15 हजार करोड़ रुपये खर्च होंगे। जमीन खर्च में इसका एक तिहाई बजट खर्च होगा। जमीन कुल आठ गांवों से खरीदी जाएगी। इसके लिए जमीन का रकबा निर्धारित हो गया है। योजना पहले 120 हेक्टेयर में लागू होगी। हाल ही में इन गांवों के खसरा-खतौनी सहित जमीन के दस्तावेजों की जांच की गई है। दो हजार किसानों से समझौता करके जमीन खरीदी जाएगी। बजट को शासन ने मंजूरी दी है, जीडीए के उपाध्यक्ष अतुल वत्स ने बताया। जमीन अधिग्रहण जल्द ही शुरू हो जाएगा।

फिरोजपुर से सबसे अधिक जमीन ली जाएगी

200.81 हेक्टेयर जमीन नगला फिरोजपुर में है। नया शहर बसाने के लिए आठ गांवों से जमीन खरीदनी होगी। नए शहर हरनंदीपुरम योजना को विकसित करने के लिए आठ गांवों की जमीन ली जानी है: नगला फिरोजपुर, मोरटा, मथुरापुर, शमशेर, चंपतनगर, भनेड़ाखुर्द, शाहपुर निज मोरटा और भोवापुर। डीएम की अध्यक्षता में गठित समिति किसानों से संपर्क करेगी और उनसे जमीन खरीदेगी।

दो से तीन वर्ष में तैयार हो जाएगा परियोजना: 521 हेक्टेयर में फैले हुए हरनंदीपुरम योजना नव वर्ष में मार्च से अप्रैल तक काम करेगी। जमीन अधिग्रहण और खरीदने का कार्य दिसंबर से जनवरी तक पूरा करने का लक्ष्य रखा गया है। पूरी योजना बनाने में दो से तीन वर्ष लगेंगे। टाइमलाइन खाका डाउनलोड किया गया है। योजना के लिए जमीन खरीदने के लिए राज्य सरकार पचास प्रतिशत बजट देगी। जीडीए 50 प्रतिशत राशि अपने पास से लगाएगा।