UP के लोगों की हुई बल्ले-बल्ले, 3775 करोड़ रुपये से तैयार होंगे ये हाईवे प्रोजेक्ट

गड़करी ने कहा कि शुरू में लोग विश्वास नहीं करते थे। दिल्ली से देहरादून जाने में 9 घंटे लगते हैं। मैंने कहा कि दो घंटे में ले जाएंगे। दिल्ली से हरिद्वार डेढ़ घंटे, दिल्ली से मुंबई 12 घंटे, दिल्ली से जयपुर दो घंटे और दिल्ली से चंडीगढ़ सवा दो घंटे लग रहे हैं। चंडीगढ़ से मनाली जाने में नौ घंटे लगते थे। अब हमने टनल बना लिए, इसका उद्घाटन कर रहे हैं, अब तीन घंटे में जाएंगे।
 

UP News : केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गड़करी ने लोकसभा चुनाव से पहले यूपी के लिए खजाना खोल दिया है। लखनऊ में 3775 करोड़ रुपये की परियोजनाओं के उद्घाटन एवं शिलान्यास समारोह को संबोधित करते हुए नितिन गड़करी ने कानपुर-भोपाल इकोनोमिक कॉरिडोर, गोरखपुर-सिलीगुड़ी ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, गोरखपुर-शामली ग्रीन फील्ड एक्सप्रेसवे, वाराणसी से कोलकाता ग्रीनफील्ड एक्सप्रेसवे, गाजीपुर से बलिया माझीघाट लिंक एक्सप्रेसवे निर्माण की घोषणा की।

गड़करी ने लखनऊ में इंजीनियरिंग कॉलेज चौराहा पर नए फ्लाइओवर के निर्माण के साथ गोसाईगंज में बेनी हरौनी क्रासिंग, केसरीखेड़ क्रासिंग, दिलकुशा क्रासिंग, गोमतीनगर विस्तार स्थित भरवाना क्रासिंग, सीतापुर में सीतापुर आरओबी, बिसवा-सीतापुर रेलवे स्टेशन आरओबी और लखनऊ - सीतापुर रोड पर सिधौली में आरओबी के निर्माण की घोषणा की।

महर्षि विश्वविद्यालय में आयोजित कार्यक्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और नितिन गड़करी ने 3300 करोड़ रुपये की लागत से लखनऊ-सीतापुर खंड में मडियांव आईआईएम क्रासिंग पर 4 लेन एलिवेटेड कॉरिडोर और अलीगढ़-कानपुर खंड के नवीगंज से मित्रसेनपुर के 4 लेन चौड़ीकरण का लोकार्पण किया। लखनऊ में 435 करोड़ रुपये की लागत से 164 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास भी किया। कार्यक्रम को संबोधित करते हुए नितिन गड़करी ने कहा कि लखनऊ के रिंग रोड का शुभारंभ अक्तूबर से पहले किया जाएगा।

उन्होंने कहा कि कानपुर से लखनऊ के बीच पांच हजार करोड़ रुपये की लागत से बन रहे 65 किलोमीटर लंबे ग्रीनफील्ड हाइवे का 25 प्रतिशत काम पूरा हो गया है। 2025 से पहले यह हाइवे बन जाएगा। उसके बाद लखनऊ से कानपुर के बीच की दूरी आधा घंटे में तय होगी।

उन्होंने कहा कि भोपाल- कानपुर इकोनोमिक कारिडोर भी बनाया जाएगा। 12 हजार करोड़ रुपये की लागत से 480 किलोमीटर एक्सप्रेसवे से भोपाल-कानपुर के बीच की दूरी सात घंटे में तय होगी। उन्होंने कहा कि गोरखपुर से शामली के बीच 35 हजार करोड़ रुपये की लागत से 840 किलोमीटर लंबा ग्रीनफील्ड एक्सप्रेस बना रहे हैं। यह गोरखपुर, बहराइच, बलरामपुर, अयोध्या, सीतापुर, मुजफ्फरनगर, मेरठ से शामली तक बनेगा। इसे दिल्ली देहरादून एक्सप्रेसवे से जोड़ा जाएगा, यह एक्सप्रेसवे यूपी में बड़ी लाइफ लाइन बनेगा।

उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कहने पर गोरखपुर से सिलीगुडी 25 हजार करोड़ रुपये की लागत से 6 लेन ग्रीनफिल्ड हाइवे बनाया जाएगा। इसकी डीपीआर जल्द तैयार होगी। वाराणसी से कोलकाता तक 25 हजार करोड़ की लागत से नया ग्रीनफील्ड हाइवे बना रहे हैं। वाराणसी से बिहार झारखंड होते हुए कोलकाता की दूरी सात घंटे में तय होगी। उन्होंने कहा कि दिल्ली देहरादून हाइवे का का उद्घाटन दिसंबर से पहले हो जाएगा।

नितिन गड़करी ने कहा कि यूपी में 2024 के अंत तक पांच लाख करोड़ की परियोजनाओं के काम समाप्त करेंगे और कुछ नई परियोजनाओं की शुरुआत करेंगे। उन्होंने कहा कि 2014 से 2022 तक छह हजार किलोमीटर सड़क का कार्य पूरा किया है। करीब सवा लाख करोड़ की लागत से तीन हजार किलोमीटर लंबी सड़कों का निर्माण चल रहा है। 80 हजार करोड़ रुपये लागत से बनने वाली 3500 किलोमीटर सड़कों की डीपीआर बन रही है। भविष्य के लिए 1.50 लाख करोड़ रुपये लागत की 120 परियोजनाओं का अध्ययन कर रहे हैं।

2017 के बाद यूपी की तस्वीर बदली

नितिन गड़करी ने कहा कि एक समय था जब यूपी की पहचान गरीब प्रदेश के रूप में थी। लेकिन 2017 के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी की तस्वीर बदली है। योगी ने जिस प्रकार कानून व्यवस्था में सुधार किया है उससे पूरे देश की जनता उन्हें धन्यवाद दे रही है। उन्होंने कहा कि यूपी में दस लाख करोड़ रुपये का निवेश आया है। निवेश तब ही आता है जब ऊर्जा, जल, परिवहन और कम्यूनिकेशन की सुविधा हो। निवेश आएगा तो रोजगार बढ़ेगा, रोजगार बढ़ेता तो गरीबी दूर होगी।

यूपी के एथेनॉल से अब हवाई हवाज भी चलेंगे

केंद्रीय मंत्री ने कहा कि अब यूपी के एथेनॉल से केवल गाड़ी ही नहीं, बल्कि आने वाले समय में दुनिया में हवाई जहाज एविएशन फ्यूल बनकर चलेगा। इंडियन ऑयल की ओर से इसका प्लांट स्थापित किया जा रहा है। जिससे किसान अन्नदाता नहीं, ऊर्जादाता बनेगा। एथेनॉल, मिथेनॉल, बायो सीएनजी, हाइड्रोजन हमारा भविष्य है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में यूपी को हाइड्रोजन निर्माण करने की दिशा में आगे बढ़ना चाहिए। देश ऊर्जा को आयात नहीं, निर्यात करने वाला देश बनेगा।

वाराणसी में एक और गोरखपुर में दो 75 हजार करोड़ से तीन ग्रीन एक्सप्रेस वे बनेंगे

सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गड़करी ने लखनऊ के लोकार्पण समारोह में पीएम नरेंद्र मोदी के वाराणसी एवं सीएम योगी आदित्य नाथ के गोरखपुर में 75 हजार करोड़ से तीन ग्रीन एक्सप्रेस का तोहफा दिया है। इनमें दो ग्रीन एक्सप्रेस वे गोरखपुर और एक वाराणसी में बनेगा। आईआईएम रोड स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्ममेशन टेक्नोलॉजी परिसर में मंत्री ने अपने संबोधन में कहा कि गोरखपुर में गोरखपुर-सिलीगुढी एवं गोरखपुर-शामली और वाराणसी- कोलकाता ग्रीन एक्सप्रेस का निर्माण करने का डीपीआर तैयार हो रहा है।

यह तीनों परियोजनाएं 25-25 हजार करोड़ रूपये की हैं। उन्होंने कहा कि वाराणसी-कोलकाता एक्सप्रेस वे बनने से वाराणसी से कोलकाता का सफर सात घंटे में पूरा हो जाएगा। मंत्री ने यह भी कहा कि दिल्ली-देहरादून 162 किमी का एक्सप्रेस वे का कार्य सितंबर तक पूरा हो जाएगा, जिस पर इसी साल दिसंबर से आवागमन शुरू हो जाएगा। उन्होंने कहा कि एक्सप्रेस वे बनने से दिल्ली से मुंबई 12 घंटे में, चंडीगढ़ से शिमला तीन घंटे में सफर हो रहा है। अब तक चंडीगढ़ से शिमला का सफर 10 घंटे में पूरा होता था। उन्होंने कहा एक्सप्रेस वे एंव सड़कों के जरिये बीमार यूपी में विकास हो रहा है। इन एक्सप्रेस के बनने से किसानों की आय बढ़ी और आवागमन सुगम हुआ है। शायद इसी लिए लोकार्पण समारोह में किसानों ने शिरकत की है।

सीएम योगी नए उत्तर प्रदेश के निर्माण में पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं: रक्षामंत्री राजनाथ सिंह

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के विजन और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के मिशन के अनुरूप उत्तर प्रदेश के विकास का नया अध्याय लिखा जा रहा है। सीएम योगी नए उत्तर प्रदेश के निर्माण में पूरे मनोयोग से लगे हुए हैं। रक्षामंत्री राजनाथ ने कहा कि सीएम योगी ने उत्तर प्रदेश की अर्थव्यवस्था को वन ट्रिलियन डॉलर की बनाने का लक्ष्य रखा, जो निकट भविष्य में पूरा होकर रहेगा। उन्होंने कहा कि आज प्रदेश में सात एक्सप्रेस का निर्माण हो रहा है। इसके साथ ही प्रदेश में तीन इंटरनेशनल एयरपोर्ट संचालित हैं। 

रक्षामंत्री राजनाथ सिंह ने आईआईएम रोड स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में आयोजित 3,300 करोड़ रुपये से अधिक के निवेश से दो राष्ट्रीय राजमार्ग परियोजनाओं के लोकार्पण और शिलान्यास कार्यक्रम को संबोधित किया। इस दौरान उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने 2047 तक भारत की अर्थव्यवस्था को दुनिया की सबसे बड़ी अर्थव्यस्था बनाने का लक्ष्य रखा है। इसे पीएम मोदी का करिश्मा ही कहा जाएगा कि 2014 के पहले भारत की अर्थव्यस्था आकार के मामले में दुनिया में 11वें स्थान पर थी, जो आज पांचवें स्थान आ गई है। 

खरीदारी के मामले में भारत तीसरे स्थान पर

रक्षामंत्री ने कहा कि खरीदारी के मामले में भारत तीसरे स्थान पर है। दुनिया की जानीमानी वित्तीय फर्म मार्गन स्टेनले ने भारत को लेकर यह विश्वास व्यक्त किया है कि चार वर्षों में यानी 2027 तक भारत की अर्थव्यवस्था दुनिया की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बन जाएगी। उन्होंने कहा कि लखनऊ को वर्ल्ड क्लास सिटी बनाने के लिए यहां पर वैसा ही इन्फ्रास्ट्रक्चर विकसित किया जा रहा है। यहां पर लोकार्पित हुआ हाइवे एक मील का पत्थर साबित होगा। इससे बड़ी संख्या में वाहन आ जा सकेंगे और लोगों के समय की भी बचत होगी।

कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, केन्द्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी, केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर, केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री वीके सिंह, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद, समाज कल्याण विभाग के मंत्री असीम अरुण और अन्य नेता मौजूद थे।

आईआईएम रोड स्थित महर्षि यूनिवर्सिटी ऑफ इंफॉर्मेशन टेक्नोलॉजी में आयोजित समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि नौ वर्ष पहले इन्फ्रास्ट्रक्चर कमजोर होने से विकास नहीं हो पाता था। इससे रोजगार के नए अवसर भी विकसित नहीं हो पाते थे। उन्होंने कहा कि लखनऊ के डिफेंस कॉरिडोर में ब्रम्होस मिसाइल बनने जा रही है।

योगी ने कहा कि विकास ही देश और उत्तर प्रदेश के युवाओं को नई दिशा दे सकता है। 2014 से पहले देश में किसान शोषण का शिकार थे। उन्हें उनकी उपज का दाम नहीं मिल पाता था। आज पारदर्शी व्यवस्था के कारण किसानों के जीवन में परिवर्तन आया है। मंडी की व्यवस्था में आमूलचूल बदलाव हुआ है। इससे किसानों की आय कई गुना बढ़ी है। किसानों को उनका मुआवजा समय पर मिल पा रहा है। उन्होंने कहा कि किसान पथ के निर्माण से लखनवासियों के आवागमन मार्ग सुगम हो जाएगा। कार्यक्रम में केंद्रीय आवास और शहरी मामलों के राज्य मंत्री कौशल किशोर, केंद्रीय सड़क, परिवहन एवं राजमार्ग मंत्रालय के राज्य मंत्री वीके सिंह, उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक, लोक निर्माण विभाग के मंत्री जितिन प्रसाद, समाज कल्याण विभाग के मंत्री असीम अरूण मौजूद थे।

Also Read: किसान ने खेत में लगाई यह घास, कई सालों तक चारे की टेंशन खत्म