UP Solar facing : खेतों में आवारा पशुओं से मिलेगा छूटकारा, सोलर फेसिंग पर किसानों को 60 से 80 फीसदी छूट
 

UP News : उत्तर प्रदेश में किसानों की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर दिन नई योजनाएं ला रहे हैं। इस बीच, राज्य की योगी सरकार ने खेतों को जंगली पशुओं और आवारा पशुओं से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया है।

 

UP Solar facing : उत्तर प्रदेश में किसानों की सुविधा के लिए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हर दिन नई योजनाएं ला रहे हैं। इस बीच, राज्य की योगी सरकार ने खेतों को जंगली पशुओं और आवारा पशुओं से बचाने के लिए एक महत्वपूर्ण कार्यक्रम को लागू करने का निर्णय लिया है। वास्तव में, उत्तर प्रदेश कृषि विभाग राज्य के किसानों के हित में मुख्यमंत्री खेत सुरक्षा योजना को लागू करने की योजना बना रहा है। 12-वोल्ट करंट वाली सौर बाड़ लगाने पर सरकार किसानों को 60 प्रतिशत तक की सब्सिडी देगी, खेत सुरक्षा योजना के तहत। किसानों को मुख्यमंत्री फसल सुरक्षा योजना के तहत खेतों के चारों तरफ सोलर फेसिंग कराने पर छूट दी जाएगी, जो 60 से 80 प्रतिशत होगी।  

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12 वोल्ट करंट वाली सोलर फेंसिंग (बाड़) से खेतों में खड़ी फसलों को नुकसान पहुंचाए बिना आवारा पशुओं और जंगली जानवरों को बचाया जा सकता है। जब जानवर सौर करंट वाली बाड़ के संपर्क में आएंगे, उन्हें बारह वोल्ट का हल्का झटका लगेगा और एक सायरन बजेगा। इससे फसल और पशु सुरक्षित रहेंगे। Solar fencing प्रभावी रूप से जंगली जानवरों (जैसे सूअर, जंगली सूअर और नीलगाय) को खेतों में घुसने से रोकेगा।

सूत्रों के अनुसार, दो हेक्टेयर तक के किसानों को फेसिंग कराने में 60 प्रतिशत और छोटे-छोटे कई किसानों को मिलाकर करीब 10 हेक्टेयर का क्लस्टर बनाने पर 80 प्रतिशत अनुदान मिलेगा। इसमें खेत के चारों ओर फेंसिंग लगाई जाएगी और उसमें बारह बोल्ट का करंट प्रवाहित किया जाएगा। जंगली जानवर इससे घबरा जाएंगे और खेतों से भाग जाएंगे। अधिकारी अभी सोलर पैनल, तार, पोल आदि के मूल्यांकन की जांच कर रहे हैं।

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इसके लिए खेत की चौड़ाई और लंबाई के हिसाब से खर्च निर्धारित किया जाएगा। पहले चरण के 34 जिलों में बुंदेलखंड के जिलों के साथ वन क्षेत्र से सटे हुए जिले शामिल हैं, कृषि निदेशक आरके सिंह ने बताया। इसके बाद दूसरे जिलों में भी योजना बनाई जाएगी। दलहन और तिलहन का उत्पादन फेसिंग शुरू होने से बढ़ेगा। क्योंकि जंगली जानवरों ने इन फसलों का उत्पादन कम कर दिया है