UP को जल्द मिलेंगे 7000 से अधिक लेखपाल, जमीन की पैमाइश का काम पकड़ेगा रफ्तार
UP News: 30 दिसंबर 2023 को, अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने परीक्षा का परिणाम जारी करते हुए 7897 अभ्यर्थियों को उत्तीर्ण घोषित किया। राजस्व परिषद ने आयोग को इनमें से 7,720 अभ्यर्थियों को नियुक्त करने की अनुमति दी है। राजस्व परिषद अब चयनित लेखपालों को प्रत्येक राज्य में नियुक्त करने की प्रक्रिया में जुटा है। प्रदेश में 30837 राजस्व लेखपाल पदों में से 12697 रिक्त हैं।
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प्रदेश में आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र बनाने की प्रक्रिया तेज होगी। जन्म और मृत्यु का भी जल्द ही सत्यापन हो सकेगा। साथ ही, सरकारी पेंशन योजना के लिए योग्यता की जांच जल्द ही हो सकेगी। जमीन की पैमाइश भी तेज होगी। साथ ही, एग्रीस्टैक योजना के तहत खसरे की पड़ताल तेजी से हो सकेगी। इसलिए राज्य को जल्द ही 7,897 और लेखपाल मिल जाएंगे, जिनमें से 7,720 को जल्दी नियुक्त करने की तैयारी राजस्व परिषद कर रही है।
अभी लेखपाल पर काम का बोझ अत्यधिक
प्रदेश में 30,837 राजस्व लेखपाल पदों में 12,697 रिक्त हैं। लेखपालों पर काम का बोझ बहुत अधिक है क्योंकि बहुत कम पद खाली हैं। इसका अंदाज इस बात से लगाया जा सकता है कि वर्ष 2023 में प्रदेश में औसतन 35 लाख आवेदन प्रति माह आय, जाति और निवास प्रमाणपत्र के लिए आए थे।
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31 जुलाई 2022 को, राज्य अधीनस्थ सेवा चयन आयोग ने 8,085 लेखपाल पदों के लिए लिखित परीक्षा निकाली। 30 दिसंबर 2023 को, आयोग ने 7,897 अभ्यर्थियों को पास बताया। आयोग ने इनमें से 7,720 अभ्यर्थियों की नियुक्ति के लिए राजस्व परिषद को प्रस्ताव भेजा है। प्रत्येक राज्य में चयनित लेखपालों की नियुक्ति अब राजस्व परिषद की प्रक्रिया में शामिल है।
ये लेखपाल के नियंत्रक प्राधिकारी हैं
परिषद का लक्ष्य है कि संबंधित जिलाधिकारियों को जिलों की आवश्यकताओं के अनुसार चुने गए लेखपालों की सूची दी जाए। इसके लिए मंगलवार को प्राप्त रिक्तियों का विश्लेषण किया जा रहा है। जल्द ही ज़िलों को आवंटित लेखपालों की सूची भेजी जाएगी। लेखपाल समाज मंडलीय है। लेखपाल का नियंत्रक जिलाधिकारी होता है, जबकि नियुक्ति प्राधिकारी एसडीएम होता है।