UP में बनेगा इस जिले में नया बस स्टेशन, सीमांकन कार्य पूरा 
 

UP News : उत्तर प्रदेश में आधुनिक और डिजिटल बस स्टेशनों की स्थापना को लेकर एक महत्वपूर्ण उपलब्धि हासिल हुई है। बस स्टेशन योजना का सीमांकन कार्य पूर्ण हो चुका है, जिसे राज्य में एक ऐतिहासिक घड़ी के रूप में देखा जा रहा है।

 

Uttar Pradesh News : यूपी बस स्टेशन योजना के सीमांकन को पूरा करना एक ऐतिहासिक समय है। अब अतिवादी का इंतजार खत्म हो जाएगा और क्षेत्रवासियों को अपने इलाके में नवीनतम डिजिटल बस स्टैंड मिलने की उम्मीद जगेगी। सरकार की इस योजना से स्थानीय रोजगार के अवसर भी मिलेंगे। सलेमपुर में एक रोडवेज बस स्टेशन बनाने के लिए एक विभाग ने काम शुरू किया है। आईटीआई (ITII) और कृषि विभाग की जमीन पर स्थित जर्जर भवन को ध्वस्त करने के बाद परिवहन निगम के अधिकारियों ने राजस्व कर्मचारियों के साथ बस स्टेशन की सीमा काट दी है।

निर्माण जून के अंत तक शुरू होना चाहिए। सलेमपुर बस अड्डे को लंबे समय से मांग थी। क्षेत्रीय जनता की मांग पर राज्यमंत्री विजयलक्ष्मी गौतम ने शासन को पत्र लिखकर सलेमपुर बस अड्डे का निर्माण करने की मांग की। DM को शासन ने जमीन को चिह्नित करने का आदेश दिया था।

अड्डा को जनहित का मामला

DCM, ARM और तहसील प्रशासन ने कृषि योग्य बंजर के लिए नगर पंचायत के राजस्व ग्राम सलाहाबाद में एक भूमि को चिह्नित किया। इसमें कृषि विभाग का कार्यालय बेकार निकला। वहीं, उद्योग एवं प्रसार विभाग द्वारा बनाया गया आईटीआई भवन भी खराब हो गया था और इसलिए उपयोगी नहीं था। जिसमें राज्य मंत्री विजय लक्ष्मी गौतम ने क्षेत्रीय लोगों की मांग पर राज्य सरकार को पत्र लिखकर सलेमपुर अड्डा को जनहित का मामला बताते हुए उसके निर्माण कार्य की अपील की। तब भी शासन ने जिला अधिकारी को ज़मीन चिह्नित करने का आदेश दिया था। साथ ही, जिला अधिकारी, एआरएम और तहसील प्रशासन ने कृषि योग बंजारा के लिए नगर पंचायत के राजस्व ग्राम सलाहाबाद में भूमि का नामांकन किया है। इसमें कृषि विभाग का कार्यालय अयोग्य पाया गया।

दोनों विभागों की टीमों ने डीएम को रिपोर्ट भेजी, जो बताती है कि जमीन बस अड्डा के लिए उपयुक्त है। 14 मार्च 2024 को परिवहन निगम के प्रबंध निदेशक ने एक पत्र में कहा कि परिवहन निगम को सलेमपुर में बस स्टेशन बनाने के लिए तीन करोड़ 17 लाख 19 हजार रुपये दिए गए हैं। निर्माण के लिए UP Projects Corporation Limited को नामित किया गया है। ठेकेदार की गलती से निर्माण शुरू नहीं हो सका। संबंधित निर्माण को ध्वस्त करने के लिए अपर प्रबंध निदेशक रामसिंह वर्मा ने क्षेत्रीय प्रबंधक और डीएम देवरिया को पत्र भेजा है।