उत्तर प्रदेश के इस शहर को मिली इलेक्ट्रिक बसों की सौगात, 37 रूटों पर चलाई जाएगी नई बसें

ग्रेटर नोयडा से एक बड़ा अपडेट सामने आ रहा है, नोयडा ग्रेटर नोयडा में के कई रूटों पर चलने वाली है नई बसें, उसके लिए नोएडा प्राधिकरण नोएडा ट्रैफिक सेल और उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की ओर से योजना को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है, आइए जानते है खबर में इससे जुड़ी पूरी जानकारी।

 

Delhi-NCR : नोएडा प्राधिकरण की ओर से सिटी बस संचालन को लेकर तैयारी पूरी कर ली गई है। जल्द ही सेक्टर-90 स्थित एनएमआरसी सिटी बस डिपो से 100 इलेक्ट्रिक बसों का संचालन (operation of electric buses) शुरू किया जाएगा। इसमें नोएडा, ग्रेटर नोएडा, यमुना, जेवर एयरपोर्ट तक 37 रूट पर संचालित करने को योजना तैयार की गई है, जिससे पूरा जिला सिटी बस सेवा से जोड़ा जा सके। सुबह पांच बजे से रात 11 बजे तक सेवा लोगों के लिए उपलब्ध रहेगी।

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प्रधानमंत्री की ओर से जिन सौ बसों का संचालन किया जाना है, उसके लिए नोएडा प्राधिकरण नोएडा ट्रैफिक सेल और उत्तर प्रदेश राज्य परिवहन निगम की ओर से योजना को अंतिम रूप देने का काम शुरू कर दिया गया है।

मुख्यमंत्री योगी ने किया नोएडा एयरपोर्ट का हवाई निरीक्षण

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (Chief Minister Yogi Adityanath) ने मंगलवार को नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का हवाई निरीक्षण किया। हापुड़ से बुलंदशहर जाते दौरान मुख्यमंत्री एयरपोर्ट की निर्माण साइट के ऊपर से गुजरे। इससे पहले सोमवार को केंद्रीय नागर विमानन राज्य मंत्री जनरल वीके सिंह ने नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट की निर्माण प्रगति की दिल्ली में बैठक कर समीक्षा की।

इसमें नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. नियाल सीईओ डॉ. अरुणवीर सिंह, नोडल अफसर शैलेंद्र भाटिया व विकासकर्ता कंपनी के अधिकारी शामिल हुए। एयर ट्रैफिक कंट्रोल एटीसी टावर का निर्माण दिसंबर तक पूरा करने की समय सीमा तय करते हुए उपकरण लगाने के लिए भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण को सौंपने के निर्देश दिए गए। तय समय में निर्माण कार्य पूरा के लिए कामगारों की संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए।

38 मीटर होगी टावर की ऊंचाई

नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट लि. (नियाल) सीईओ डा. अरुणवीर सिंह ने केंद्रीय मंत्री को बताया कि एयर ट्रैफिक कंट्रोल (एटीसी) टावर की आठ मंजिल बनाई जानी है। छह मंजिल का निर्माण कार्य पूरा हो चुका है। निर्माण कार्य पूरा होने पर टावर की ऊंचाई 38 मीटर होगी। निर्माण कार्य दिसंबर तक पूरा हो जाएगा।

हवाई यातायात नियंत्रित करने के लिए टावर पर भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण उपकरण लगाने का काम करेगी। सत्तर प्रतिशत उपकरण मंगाए जा चुके हैं। रनवे का कार्य 70 प्रतिशत पूरा हो चुका है। निर्माण पूरा होने के बाद एयरपोर्ट पर ट्रायल शुरू हो जाएगा।
निर्माण कार्य में 7137 कामगार दो शिफ्ट में काम कर रहे हैं। सीईओ ने बताया कि जुलाई अगस्त में वित्तीय प्रगति निर्धारित से कम रही। मानसून व अन्य तकनीकी कारण के कारण यह प्रभावित हुई है।
 
निर्माण कार्य पर भी पड़ सकता है त्योहार का असर

उन्होंने कहा कि दिल्ली से एयरपोर्ट की कनेक्टिविटी (Airport connectivity from Delhi) को रैपिड ट्रेन के लिए व्यावहारिकता रिपोर्ट तैयार कराई जा रही है। जल्द ही यह रिपोर्ट मिल जाएगी। केंद्रीय मंत्री ने कहा कि दीपावली व छठ पूजा पर बड़ी संख्या में कामगार अपने घरों की ओर रवाना होते हैं। इसका असर निर्माण कार्य पर भी पड़ सकता है।

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त्योहार के मद्देनजर कामगारों की संख्या प्रभावित होने की संभावनाओं को देखते हुए पहले से इसकी तैयारी कर ली जाए। जुलाई अगस्त में प्रभावित हुए कार्य की भरपाई नवंबर तक हार हाल में पूरा कर ली जाए। सीईओ का कहना है कि त्योहार के मद्देनजर एक हजार अतिरिक्त कामगारों का प्रबंध किया जाएगा। एयरपोर्ट के निर्माण कार्य को तय समय में पूरा कराने के लिए सभी जरूरी कदम उठाए जा रहे हैं। दिसंबर में एटीसी टावर को भारतीय विमान पत्तन प्राधिकरण को सौंप दिया जाएगा।