कोविड से अधिक खतरनाक वायरस ने ली अब एंट्री, मृत्युदर 40 फीसदी, WHO ने दी कड़ी चेतावनी
THE CHOPAL: अबतक पूरा विश्व कोविड-19 और मंकीपॉक्स जैसे गंभीर महामारी की खौफ से पूरी तरह से उबर ही रहा था तभी अचानक एक ओर जानलेवा वायरस ने दस्तक भी दे दी है। आपको बता दे की इस नए वायरस का नाम है क्रिमियन-कांगो हेमोरेजिक बुखार . वैज्ञानिकों के अनुसार इस वायरस के कारण से हर दूसरे इंसान को मौत का खतरा भी रहता है। इस वायरस पर जलवायु परिवर्तन का काफी ज्यादा असर भी हो रहा है जिसके कारण से वह तेजी से पांव पसार भी रहा है.
ये भी पढ़ें - राजस्थान में 16 से 18 जून को ज्यादा तबाही मचाएगा चक्रवाती तूफान बिपरजॉय, IMD का बरसात को लेकर रेड अलर्ट जारी
जानवरों से इंसानों में फैलता है वायरस
जानकारी के लिए बता दे की इस क्रीमियन-कांगों हेमोरेजिक बुखार का सबसे पहला मामला ब्रिटेन और फ्रांस में देखा भी गया है. यह वायरस पशुओं में फैलता भी है। संक्रमित जानवरों के मांस खाने से इंसानों में इसका संक्रमण फैलता जाता है. वैज्ञानिकों के अनुसार इस वायरस का अभी तक इसका इलाज या वैक्सीन का ईजाद भी नहीं हुआ है. अगर लक्षण की बात की जाये तो इसका लक्षण भी फ्लू की तरह ही होता है। आपको बता दे की कई लोगों में गला ख़राब और उल्टी आने की जैसी समस्या, आँखों में दर्द, या फिर जलन भी हो सकती है. डेंगू की तरह ये बुखार भी ऑर्गन फेलियर की वजह बन भी सकता है. ऐसे में मरीज की मौत होने का रिस्क भी ज्यादा रहता है.
ये भी पढ़ें - राजस्थान में गहलोत सरकार देगी किसानों को खेती के लिए 5 हजार रुपये, जाने क्या हैं योजना
खतरनाक है ये वायरस
महामारी के विशेषज्ञ ने बताया कि ये फीवर नया भी नहीं है. दुनिया भर में इसके मामले पहले भी आये हैं. भारत में भी इसके केस रिपोर्ट भी हुए हैं. ये खतरनाक वायरस इंसानों से इंसानों में काफी ज्यादा मुश्किल से फैलता भी है. हालांकि, इसके भारत में अधिक केस रिपोर्ट भी नहीं हुए है। आपको बता दे की सबसे पहले 1944 में क्रीमिया में इसका पहला केस दर्ज भी किया गया था. इससे मृत्युदर 40 % है, जो कोविड से कई गुना ज्यादा भी है. विश्व स्वास्थ्य संगठन के अनुसार , टिंक कीड़े के काटने से जानवरों में इस वायरस का संक्रमण भी होता है.