UP की जेलों के कैदियों को योगी सरकार का तोहफा, ये है निर्देश

 

The Chopal - उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने राज्य की जेलों में बंद कैदियों को एक महत्वपूर्ण सौगात दी है। योगी सरकार ने जेल में बंद कैदियों को दोगुना वेतन दिया है। योगी सरकार ने कैबिनेट बाई सर्क्युलेशन के माध्यम से कैदियों की श्रम आय में वृद्धि करने का फैसला किया है। यूपी जेलों में कैदियों को तीन श्रेणियों में बांटा जाता है। जिसमें कुशल में 40 रुपये पहले मिलते थे, अब 81 रुपये मिलते हैं। वहीं अर्ध कुशल में 30 रुपये पहले मिलते थे, लेकिन अब 60 रुपये मिलते हैं। इसके अलावा, अकुशल पहले 25 रुपये मिलता था, लेकिन अब 50 रुपये मिलता है।

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यूपी पुलिस महानिदेशक/महानिरीक्षक को भेजे गए पत्र में बताया गया है कि राज्य के कारागारों में सिद्धदोष और विचाराधीन कुशल, अर्धकुशल और अकुशल बंदियों से कराये जाने वाले श्रम के बदले भुगतान किये जाने वाले पारिश्रमिक की दरें बढ़ा दी गई हैं। उपभोक्ता मूल्य सूचकांक ने कैदियों को वर्तमान में दी जा रही पारिश्रमिक को बढ़ाकर 81 रुपये, 60 रुपये, 60 रुपये और 50 रुपये कर दिया, जो महंगाई के बढ़े दर के आधार पर है। इसके अलावा, सिद्धदोष बंदी की स्थिति में, 22 जून 2005 के शासनादेश के अनुसार इस पारिश्रमिक में से 15 प्रतिशत पीडित प्रतिकर से कटौती की जाएगी, जो पहले की तरह होगी।

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आपको बता दें कि उत्तर प्रदेश की जेलों में प्रत्येक वर्ष कैदियों की संख्या बढ़ती जा रही है और कुछ जेलों में क्षमता से अधिक कैदियों की संख्या है। इसमें मुरादाबाद, देवरिया, ज्ञानपुर, सहारनपुर, जौनपुर, वाराणसी, गाजियाबाद, मुजफ्फरनगर और मथुरा शामिल हैं। जेलों में विचाराधीन बंदियों की संख्या बढ़ने से स्थिति बहुत खराब होती जा रही है। यह भी कहा जाता है कि विचाराधीन कैदियों के मामले में जल्दी फैसला होने से जेलों में दबाव कम हो सकता है।