UP में गलत बिजली बनने पर नहीं होना पड़ेगा परेशान, इस तरह होगा ठीक 

रीडिंग डिफेक्टिव (RDF) श्रेणी में बने बिजली के बिल ठीक करवाने के लिए आपको अब चक्कर नहीं लगाने पड़ेंगे। इसके साथ साथ बिलिंग सिस्टम में मीटर रीडर का नाम और मोबाइल नंबर भी दिया जाएगा। इससे अभियंता सीधे मीटर रीडर से संपर्क किया जा सकेगा। पिछले महीने गोरखपुर मंडल में दो लाख 20 हजार से अधिक बिल RDF श्रेणी में बने थे।

 

The Chopal,Bijli Bill: अगर बिजली का बिल गलत बन गया हो तो आप परेशान नहीं होना पड़ेगा। बिल सही होगा जब भी मीटर रीडर घर पर आकर सही रीडिंग नोट करेगा। बिजली निगम ने बिलिंग प्रणाली में बदलाव किया है।

इससे बिजली के बिल, जो रीडिंग डिफेक्टिव (RDF) की श्रेणी में हैं, उनको ठीक करने के लिए अधिकारियों को चक्कर नहीं काटना पड़ेगा। बिलिंग सिस्टम में मीटर रीडर का नाम और मोबाइल नंबर भी दिया जाएगा। इससे भी अभियंता मीटर रीडर से सीधे संपर्क किया जा सकेगा।

गोरखपुर मंडल में पिछले महीने आरडीएफ श्रेणी में दो लाख 20 हजार से अधिक बिल बनाए गए। यह सभी बिल नई व्यवस्था से सही रीडिंग दर्ज करते ही सही हो जाएंगे।

बिजली उपभोक्ताओं की सुविधा के लिए निगम लगातार अपनी प्रणाली को सुधार रहा है। उपभोक्ताओं का बिल बनाने की सुविधा में सुधार हुआ है। यदि मीटर रीडर अपनी हैंडहेल्ड मशीन में पिछले महीने से कम रीडिंग दर्ज करता है, तो बिल आरडीएफ श्रेणी में चला जाता है। यह बिल, जो अभियंता ने दुरुस्त किया था, अब मीटर रीडर की हैंडहेल्ड मशीन में सही रीडिंग दर्ज करने पर बिल ठीक हो जाएगा।

अस्थायी कनेक्शन श्रेणी में बदलाव की व्यवस्था सुविधाजनक बनाई गई है। साथ ही, विद्युत बिल का भुगतान कर्मचारियों के वेतन खाते में कटने की पूरी जानकारी ERP पोर्टल पर दर्ज होगी।

बिजली निगम के अभियंता लोकेंद्र बहादुर सिंह ने कहा कि बिलिंग व्यवस्था में बदलाव से उपभोक्ताओं को फायदा होगा और वितरण व्यवस्था को मजबूत बनाने में अधिक समय मिलेगा।

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