किसानों को मौसम की मार से राहत देने का प्रयास, फसल नुकसान की भरपाई के लिए करोड़ों की सहायता राशि जारी 

 
आंशिक मुआवजे के रूप में 2.18 लाख किसानों को पहले ही सहायता राशि मिल भी चुकी है. इन किसानों को बीमा कंपनियों द्वारा 134.25 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही किया भी जा चुका है. 

The Chopal, (ब्यूरो)  एकदम आई बेमौसम बारिश और ओलावृष्टि से फसल बर्बादी के बीच उत्तर प्रदेश राज्य के किसानों के लिए एक राहत भरी खबर आ रही है. केंद्र की मोदी सरकार ने  फसल बर्बादी का सामने करने वाले किसानों के लिए 462 करोड़ रुपये की सहायता राशि जारी कर दी  है. केंद्र सरकार के इस कदम से प्रदेश के 9,03,336 किसानों को सीधा लाभ मिलेगा .

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टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, केंद्र की मोदी सरकार ने बीते साल प्राकृतिक आपदा से हुई फसल बर्बादी को लेकर यह राशि अब जारी की है. दरअसल, साल 2022 में उत्तर प्रदेश के अंदर भारी बारिश से खरीफ फसल को काफी भारी नुकसान भी पहुंचा था. इससे कई जिलों में धान की फसल बिल्कुल खत्म हो गई थी, जिससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान झेलना पड़ा था. यही कारण है कि केंद्र ने यह सहायता राशि जारी की. 

केंद्र सरकार ने उत्तर प्रदेश सहित अन्य पांच राज्यों के लिए फसल मुआवजा राशि अब जारी की है. मोदी सरकार के केंद्रीय कृषि और किसान कल्यान मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कुल 1,260 करोड़ रुपये की मुआवजा रकम जारी की. वहीं, यूपी के कृषि मंत्री सूर्य प्रताप शाही ने बताया कि आंशिक मुआवजे के रूप में 2.18 लाख किसानों को पहले ही सहायता राशि मिल भी चुकी है. इन किसानों को बीमा कंपनियों द्वारा 134.25 करोड़ रुपये का भुगतान पहले ही किया भी जा चुका है. 

 

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उन्होंने कहा कि प्रदेश के किसानों को खरीफ 2022 सीजन के मुआवजे के रूप में कुल 597.05 करोड़ अब तक मिल चुके हैं. खास बात यह है कि राशि का भुगतान सीधे डीबीटी के माध्यम से किया गया है. शाही ने कहा कि किसानों को फसल नुकसान होने पर 72 घंटे के अंदर इसकी जानकारी  विभाग को भी दे देनी चाहिए. उनके अनुसार ,  60 % से कम बुवाई होने पर ग्राम पंचायत में मुआवजा देने का प्रावधान भी है.उन्होंने कहा कि बीमा कंपनी को निर्धारित समय में प्रीमियम उपलब्ध भी कराना चाहिए. इससे किसानों को समय पर मुआवजा मिल सकेगा. साथ ही वे फसल बीमा योजना से वंचित भी नहीं रह पाएंगे.