Credit Card : बिना फीस और भारी छूट, जानिए किस तरह कमाई करते हैं क्रेडिट कार्ड वाले

Credit Card : क्रेडिट कार्ड प्रदान करने वाली कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए उनके क्रेडिट कार्ड पर कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की हैं। साथ ही, कार्ड कंपनियां ग्राहकों को बार-बार छूट भी देती हैं। क्रेडिट कार्ड के बकाए का भुगतान आमतौर पर 45 से 50 दिन तक देना होता है।

 

The Chopal, Credit Card : देश भर में क्रेडिट का चलन बढ़ा है। क्रेडिट कार्ड प्रदान करने वाली कंपनियों ने ग्राहकों को लुभाने के लिए उनके क्रेडिट कार्ड पर कई प्रकार की सुविधाएं प्रदान की हैं। बहुत सी कंपनियां आपको लाइफटाइम फ्री क्रेडिट कार्ड देती हैं।

लाइफटाइम फ्री कार्ड में ग्राहकों को जॉइनिंग करने के लिए कोई शुल्क नहीं लगता है। इसके अलावा, ग्राहकों को कार्ड कंपनियां बार-बार छूट भी देती हैं। क्रेडिट कार्ड के बकाए का भुगतान आमतौर पर 45 से 50दिन तक देना होता है। ग्राहकों को 45 से 50 दिन तक कोई इंटरेस्ट नहीं देने वाला पीरियड भी मिलता है।

कुछ क्रेडिट कार्ड पर तो एयरपोर्ट और रेलवे स्टेशन दोनों का लाउंज एक्सेस भी मिलता है। ऐसे में सवाल उठता है कि क्रेडिट कार्ड कंपनियां कैसे पैसे कमाती हैं जब वे सब कुछ मुफ्त देते हैं? आइए जानते हैं कि कंपनियां इन सभी खर्चों को कैसे भुगतान करती हैं और उनका व्यवसाय मॉडल क्या है?

पैसे और पेनल्टी से बड़ी कमाई

जब कई यूजर्स अपने क्रेडिट कार्ड का बिल चुका नहीं पाते, तो उस पर ब्याज और पेनल्टी लगाई जाती है। ईएमआई पर खरीदने पर कंपनियां ग्राहकों से चार्ड भी वसूलती हैं।

एनुअल खर्च और अन्य खर्च

कई क्रेडिट कार्ड प्रदाताओं ने दोनों एनुअल और रीन्युअल भुगतान भी वसूलते हैं। हालाँकि, अधिकांश कंपनियां सालाना एक निश्चित सीमा तक खर्च करने पर एनुअल और रीन्युअल शुल्कों को माफ कर देती हैं। इसके अलावा, कंपनियां लेट पेमेंट, कैश एडवांस, फॉरेन ट्रांजेक्शन, बैलेंस ट्रांसफर और कई अन्य फीसों से भी पैसे कमाती हैं।

Also Read : भारत का सबसे बड़ा जमींदार, नहीं करता खेती, देशभर के हर राज्य में फैली 17 हजार एकड़ जमीन का मालिक