Weather Update: राजस्थान में सरपट दौड़ रही ठंड से भरी हवाएं, मौसम विभाग का ये अलर्ट

Today Weather : राजस्थान में मौसम के बार-बार बदलते मिजाज के कारण बारिश के बाद एक फिर से सर्द हवाओं ने लोगों की कंपकंपी छुड़ा दी है. आज जयपुर समेत कई इलाकों में सर्द हवाओं ने लोगों को फिर से अच्छी खासी सर्दी का अहसास करा दिया है. मौसम विभाग ने एक बार फिर से सूबे के कई इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया है.

 

The Chopal, Rajasthan Mausam Update : राजस्थान में दो दिन पहले हुई मावठ की जोरदार बारिश ने मानसून जैसे हालात पैदा कर दिए थे. इस बारिश ने राजधानी जयपुर में फरवरी माह में बारिश का दस साल का रिकॉर्ड टूट गया है. ओर वही जयपुर समेत कई इलाकों में सर्द हवाओं ने लोगों को फिर से अच्छी खासी सर्दी का अहसास करा दिया है। हालांकि, मौसम विभाग ने कई इलाकों में बारिश का अलर्ट जारी किया है। राजस्थान में दो दिन पहले हुई मावठ की जोरदार बारिश ने मानसून जैसे हालात पैदा कर दिए थे।

मौसम विभाग के अनुसार आज भीलवाड़ा और बूंदी जिलों में बारिश होने के आसार हैं। अगले दो-तीन दिनों में पारे में 2 से 4 डिग्री तक की गिरावट होने व उत्तरी भागों में कहीं-कहीं घना कोहरा छाए रहने की संभावना है। प्रदेश के शेष अधिकांश भागों में आगामी 5-6 दिन मौसम मुख्यतः शुष्क रहेगा। दो दिन पहले रविवार को राजधानी जयपुर में 22.4 एमएम बारिश दर्ज की गई थी। यह फरवरी माह में पिछले 10 वर्षों में एक दिन में दर्ज की गई सर्वाधिक बारिश का रिकॉर्ड है।

राजस्थान में बीते एक सप्ताह से मौसम में लगातार बदलाव हो रहा है. फरवरी की शुरुआत में सर्दी गायब हो गई थी. प्रदेश के कुछ एक इलाकों को छोड़कर केवल सुबह-शाम ही सर्दी का अहसास हो रहा था. लेकिन दो दिन पहले हुई बारिश से फिर पारा गिर गया था. बावजूद इसके सर्द हवाओं ने परेशान नहीं किया था. लेकिन आज फिर सर्द हवाओं कंपकंपा दिया है.

बारिश के बाद आसमान हुआ साफ

मौसम विभाग के अनुसार सोमवार को भी प्रदेश के अधिकतर स्थानों का तापमान 10 डिग्री से ऊपर बना रहा। जालोर में तो न्यूनतम तापमान 17.8 और डूंगरपुर में 17.5 डिग्री सेल्सियस पहुंच गया था। प्रदेश में सबसे ठंडे स्थान के तौर पर श्रीगंगानगर रहा. वहां का न्यूनतम तापमान 6.4 डिग्री दर्ज किया गया है. बहरहाल मौसम में बदलाव का दौर जारी हैउल्लेखनीय है कि प्रदेश में 3 फरवरी को एक अति सक्रिय पश्चिमी विक्षोभ की वजह से कई हिस्सों में मावठ हुई। कहीं कहीं एक इंच से अधिक पानी बरसा। बरसात की वजह से आसमां में निलंबित धूल, कार्बन सहित अन्य धातु कण और हानिकारक गैसों के कण पानी के साथ बह गए। इससे हवा काफी शुद्ध हो गई। अधिकांश हिस्सों में एक्यूआई 100 के आसपास आ गया यानी सांस लेने के लिए लोगों को शुद्ध हवा मिल सकी। धौलपुर में सर्वाधिक एक्यूआई 174 रिकॉर्ड हुआ।

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