रेलवे ने चुपके से बढ़ाया किराया, बात सामने आई तो दी सफाई, जानिए कितना बढ़ा किराया,

आज के समय में आम आदमी महंगाई के जबरदस्त झटके झेल रहा है चाहे वह एलपीजी रसोई गैस का हो या फिर पेट्रोल डीजल का और अब भारत की सस्ती लाइफलाइन कहने वाली भारतीय रेलवे ने चुपके-चुपके कम दूरी की ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया है. और जब मामला तूल पकड़ते ही रेलवे सफाई देते
 

आज  के समय में आम आदमी महंगाई के जबरदस्त झटके झेल रहा है चाहे वह एलपीजी रसोई गैस का हो या फिर पेट्रोल डीजल का और अब भारत की सस्ती लाइफलाइन कहने वाली भारतीय रेलवे ने चुपके-चुपके कम दूरी की ट्रेनों का किराया बढ़ा दिया है. और जब मामला तूल पकड़ते ही रेलवे सफाई देते हुए कोरोना संकट का सहारा ले लिया. रेल ने सफाई देते हुए कहा है कि कोरोना को देखते हुए अनावश्यक यात्राओं में कमी लाने के लिए किराये में मामूली वृद्धि की गई है. और कहा की विशेष प्रावधान के तहत लोकल ट्रेनों का किराया इतनी ही दूरी की मेल और एक्सप्रेस ट्रेनों में अनारक्षित टिकट जितना किया गया है,


आइए अब जानतें है की कितना बढ़ाया गया है किराया,

बता दें की रेलवे कहा रहा है कि किराये में मामूली वृद्धि की गयी है. लेकिन असलियत में किराये में दुगनी से ज्यादा की बढ़ोतरी की गयी है. मसलन-अमृतसर पठानकोट का किराया 25 रूपये से बढ़ाकर 55 कर दिया गया है. कानपुर से फैजाबाद का किराया 20 रूपये से बढ़ाकर 45 कर दिया गया है. रेलवे ने यह भी कहा है कि ऐसी ट्रेनें कुल परिचालित ट्रेनों के 3 फीसदी से भी कम हैं,


और अब बता दें की कोरोना संक्रमण के कारण अधिकतर ट्रेनें नहीं चल रही हैं. धीरे-धीरे ट्रेनों का दोबारा परिचालन शुरू किया जा रहा है. कोरोना काल में ट्रेनों के बंद होने से रेलवे को तगड़ा घाटा झेलना पड़ा है. और इधर, पेट्रोल व डीजल की कीमतों में लगातार इजाफा से सड़क परिवहन का महंगा होना तय है. अब ट्रेन का किराया बढ़ने से अब आम जनता पर महंगाई का और ज्यादा बोझ बढ़ेगा.

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