मेड़ता मंडी में ग्वार की आवक में बंपर तेजी, दूसरे स्थान पर बीकानेर में भी उछाल

 

The Chopal, Merta: मेड़ता के ग्वार ने पिछले कई वर्षों से मारवाड़ के साथ पूरे देश में अपना नाम कमाया है. आज हम यह गर्व के साथ कह सकते हैं कि मेड़ता के ग्वार की क्वालिटी और आवक के बराबर प्रदेश और देश में कोई भी मंडी आसपास नहीं है. इसका अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि खरीफ सीजन की आवक के दौरान मंडी में 21 दिनों के भीतर 1 लाख 80 हजार कट्टे ग्वार की आवक हुई जोकि सर्वाधिक है.

दरअसल पिछले सालों में काश्तकारी को ग्वार के भाव अच्छे मिलने एवं फसल चक्र अपनाए जाने के इस वर्ष 3 गुना अधिक हेक्टेयर में बुवाई हुई. साथ ही इस साल सितंबर में बारिश नहीं होने की वजह से ग्वार की कटिंग भी जल्दी हो गई. यही कारण है कि मंडी में ग्वार की आवक अधिक हो रही है. और तो और आवत भी पिछले एक पखवाड़े से एकाएक बढ़ी है. मंडी में इन दिनों 25 से 30 हजार कट्टे ग्वार के पहुंच रहे हैं. वही 21 दिनों की बात करें तो मंडी में 90 हजार क्विंटल यानि 1.80 लाख कट्टो की आवक हो चुकी है. मंडी में ग्वार की आवक मुंग से भी ज्यादा है. आवक में अब ग्वार से मूंग पीछे छूट गया है.

मेड़ता के बाद बीकानेर में अधिक आवक

ग्वारी के व्यापारियों ने बताया कि ग्वार की आवक की टक्कर में देश की कोई भी मंडी आसपास नहीं है. चाहे तो क्वालिटी के हिसाब से हो या आवक के हिसाब से, मेड़ता मंडी का ग्वार व्यापारियों को खूब पसंद आता है. नागौर जिले की मेड़ता मंडी के बाद बीकानेर मंडी में ग्वार की अधिक आवक होती है.

हरियाणा-गुजरात भी जाता है ग्वार

व्यापारियों के अनुसार प्रदेश में जोधपुर के साथ-साथ मेड़ता मंडी का ग्वार पड़ोसी राज्य हरियाणा और गुजरात भी निर्यात होता है. ग्वार मिलों में गम सहित उत्पाद बनाने में काम में लिया जाता है. मेड़ता में ग्वार की क्वालिटी शानदार होने के कारण सभी ग्वार गम प्लांटों में मेड़ता का मान लिया जाता है.

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